इज़्ज़त, अरमान, सम्मान का मुद्दा पदनाम, एनजेसीएस में एरियर और एलाउंस पर बनी बात तो होगा चुनाव में लाभ, वरना…
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट के मान्यता प्राप्त यूनियन चुनाव का बिगुल फूंक दिया गया है। 30 जुलाई को मतदान होगा। मतदान से पहले 19 जुलाई को सेल कर्मचारियों के 2017 के वेतन विसंगति समेत कई बकाया मुद्दों को हल करने के लिए बैठक होगी। दिल्ली में एनजेसीएस नेता जुटेंगे। इस मीटिंग का सीधा असर भिलाई चुनाव पर होना निश्चित है। सेल के 57000 नियमित कर्मचारी और 2017 के बाद से अवकाश प्राप्त लगभग 20000 कर्मचारी इस मीटिंग से एक टक आस लगाए बैठे है।
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पूरे सेल में अभी एक नकारात्मक माहौल का दौर है। सोशल मीडिया पर कर्मचारी खुलकर भड़ास निकाल रहे हैं। एक बड़ा वर्ग मायूस है। कर्मचारियों का दुखड़ा है कि अधिकारियों के सारे मुद्दे हल होते जा रहे। 15% एमजीबी, 35% पर्क्स, 18 महीने का पार्क्स एरियर, पीआरपी का तोहफा दिया गया।
वहीं, कर्मचारियों को अधिकारियों की तुलना में झुनझुना थमा कर चुप कराने का काम प्रबंधन प्रेमी कुछ यूनियन ने आपसी मिलीभगत से किया है। सेल कर्मचारियों के बकाया मुद्दे की लिस्ट लंबी होती जा रही है, जिनका संबंध भिलाई से जुड़ा है। 2012 से एचआरए के मुद्दे का समाधान नहीं किया गया। इसके लिए एक सब-कमेटी बनाई गई।
कर्मचारियों का कहना है कि इज़ज़त, अरमान, सम्मान का मुद्दा “पदनाम” भी राजनीति की भेंट चढ़ा हुआ है। इसको लेकर भी एक सब-कमेटी बनी। पर्क्स एरियर, 2017 से 39 माह का बकाया एरियर, एलाउंस के मुद्दे का हल, पर्क्स विभाजन का समाधान आदि…।
कर्मचारियों के समूहों का कहना है कि 19 जुलाई को प्रस्तावित एमजेसीएस की बैठक में अगर इन सभी बड़े-बड़े मुद्दों का हल निकल जाता है और 30 जुलाई से पहले कर्मचारियों के खाते में आ गया तो इसका सीधा फायदा एनजेसीस में इंटक के नेतृत्व वाली गठबंधन को मिलना तय है। अन्यथा इसका सीधा नुकसान इंटक को कर्मचारी चुनाव के माध्यम से इसका जवाब वोट से देंगे।