तो क्या इस्पात मंत्री को सौंपा ज्ञापन डस्टबिन में ही गया, कर्मचारी बने बेवकूफ, ये है पूरा मामला
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। नेशनल ज्वाइंट कमेटी फॉर स्टील इंडस्ट्री-एनजेसीएस। सेल कर्मचारियों के मुद्दे पर प्रबंधन से सीधी बात और समझौता करता है। अब नॉन एनजेसीएस फोरम भी सामने आ चुका है। 24 मार्च को इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह से मुलाकात की गई थी। और ज्ञापन सौंपा गया था। कर्मचारियों के निलंबन, ट्रांसफर आदि विषयों पर मंत्री ने आश्वासन दिया था।
अब तक न ही किसी का ट्रांसफर वापस हुआ और न ही इंक्रीमेंट आदि की बहाली हुई। नॉन एनजेसीएस फोरम के दावों पर भारतीय मजदूर संघ-बीएमएस ने कटाक्ष किया है। कहा-मंत्री जी को जो लोग ज्ञापन सौंपकर आए थे, वह सब डस्टबिन में जा चुका है। कुछ होने वाला नहीं है। कर्मचारियों को बेवकूफ बनाया गया है। कर्मचारी आज भी सजा काट कर रहे हैं।

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बीएमएस के उद्योग प्रभारी डीके पांडेय ने सूचनाजी.कॉम से बातचीत की। कहा, ‘नॉन एनजेसीएस फोरम के नाम पर कर्मचारियों की भावना से खेला गया। कर्मचारी बड़ी उम्मीद लगाए थे।, लेकिन सबको मायूसी हाथ लगी। नॉन एनजेसीएस फोरम पे-स्केल पर श्रेय ले रहा है, लेकिन वह भूल गया कि पे-स्केल में कर्मचारियों का नुकसान कर दिया गया।
एस-4,5 व 6 ग्रेड के कर्मचारी आर्थिक रूप से नुकसान झेल रहे हैं। एस-11 ग्रेड के कर्मचारियों का भला हुआ। इस तरह नुकसान कराने वाले समझौते के लिए मंत्रीजी से मिले थे क्या। एनजेसीएस फोरम का जो रिजल्ट आया है, व नुकसानदायक है।’
नॉन एनजेसीएस फोरम वर्चुअल मीटिंग के बाद सेल चेयरमैन से करेगा मुलाकात
नॉन एनजेसीएस फोरम के सदस्य बीएसपी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता ने सफाई दी है। उज्जवल दत्ता ने कहा, ‘सब-कमेटी की 84 मीटिंग हो चुकी थी, कुछ नहीं तय हुआ था। मंत्रीजी से मुलाकात के बाद प्रबंधन जागा और पे-स्केल पर समझौता हुआ। नॉन एनजेसीएस फोरम सक्रिय है। जल्द ही वर्चुअल मीटिंग होने वाली है।
सेल इकाइयों के नॉन एनजेसीएस यूनियन के पदाधिकारी मुलाकात का समय तय करेंगे। सेल चेयरमैनन सोमा मंडल से मिलकर 39 माह का बकाया एरियर, ग्रेच्युटी आदि मुद्दे हल कराए जाएंगे। एनजेसीएस यूनियनों ने दर्जनों मीटिंग की, लेकिन कोई रिजल्ट नहीं आया था। सांसद डोला सेन के नेतृत्व में नॉन एनजेसीएस ने एक मीटिंग में रिजल्ट दिया है।’