बकाया एरियर 2022-23 से 2027 तक मिलेगा किस्तों में, दिल्ली में होगा महामंथन, पढ़ें-एनजेसीएस सदस्य राजेंद्र सिंह का इंटरव्यू…
सेल प्रबंधन पहले ही एनजेसीएस नेताओं को बता चुका है अपना फॉर्मूला। 2021-22 से एरियर देने की कोई बात ही नहीं हुई।
अज़मत अली, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल के कर्मचारियों की नजर बकाया एरियर पर टिकी हुई है। कंपनी 12015 करोड़ का शुद्ध मुनाफा भी कमा चुकी है। बावजूद, इस साल बकाया एरियर का भुगतान नहीं किया जाएगा। कंपनी ने अपनी ऑडिट रिपोर्ट में एक अप्रैल 2020 से वेतन समझौता को लागू करने की बात बोलकर एरियर पर उठ रहे सवाल पर विराम लगा दिया है।
तो क्या सेल कर्मचारियों को एरियर नहीं दिया जाएगा। इस सवाल का जवाब वेतन समझौता पर साइन करने वाले एनजेसीएस के सदस्य व स्मेफी के कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र सिंह से सूचनाजी.कॉम ने लिया। राजेंद्र सिंह ने बेबाकी से कई सवालों का जवाब दिया और साथ ही यह भी दावा किया कि बकाया एरियर सबको मिलेगा, लेकिन समय लगेगा। पढ़िए बातचीत का कुछ अंश…।
प्रश्न: कर्मचारियों का आरोप है कि प्रबंधन ने एक अप्रैल 2020 का जिक्र ऑडिट रिपोर्ट में करके एरियर की मांग पर विराम लगा दिया है?
उत्तर: कर्मचारियों के हक की रकम को कोई दबा नहीं सकता है। ऑडिट रिपोर्ट में वित्तीय वर्ष की जानकारी दी जाती है। इस वित्तीय वर्ष में बकाया एरियर का भुगतान ही नहीं होना है तो क्यों उसका जिक्र किया जाता। अगले साल से भुगतान होगा। इसलिए अगली रिपोर्ट में एरियर की बात सामने आ जाएगी।
प्रश्नन: कर्मचारियों की चिंता को आप किस आधार पर खारिज कर रहे हैं?
उत्तर: पूर्व डायरेक्टर फाइनेंस अमित सेन ने लिखकर दिया है कि इंस्टॉलमेंट में एरियर का पेमेंट करेंगे। सीटू बोला था कि मीटिंग में तय करेंगे कि कितने इंस्टॉल में भुगतान होगा।
प्रश्न: तो फिर क्यों 2021-22 में इंस्टॉलमेंट की बात का जिक्र प्रबंधन कर रहा है?
उत्तर: प्रबंधन ने एनजेसीएस मीटिंग में पहले ही तय कर दिया था कि वित्तीय वर्ष 2022-23 से 2027 तक किस्तों में एरियर का भुगतान किया जाएगा। प्रबंधन ने फॉर्मूला दिया था कि अगर, 2022-23 में दो हजार करोड़ प्रॉफिट होगा तो 600 करोड़ रुपए एरियर के मद में देंगे। 2021-22 में लागू करने की बात ही नहीं हुई है। 2022-23 में यह फॉर्मूला लागू होगा। अगर, दो हजार के बदले 8 हजार करोड़ का प्राफिट हुआ तो एक साथ भुगतान करने की बात प्रबंधन ने स्वीकारी है।
प्रश्न: सेल प्रबंधन के फॉर्मूले की जानकारी कर्मचारियों को नहीं है। एनजेसीएस नेता सबसे ज्यादा गाली खा रहे हैं?
उत्तर: सेल प्रबंधन की ढिलाई की वजह से एनजेसीएस नेता हर मोर्चे पर गाली खा रहे हैं। वेतन समझौता होने के बाद एरियर का मामला प्रबंधन ने अटका दिया है। पे-स्केल तय होने के बाद उसे उलझा दिया गया है। सब-कमेटी के नाम पर तारीख पर तारीख पड़ रही है। इसलिए 26 मई को होने वाली एनजेसीएस सब-कमेटी की बैठक से पहले सभी पांच यूनियन के पदाधिकारी आपस में महामंथन करेंगे। आगे की रणनीति बनाएंगे।
प्रश्न: ये रणनीति शब्द का क्या मायने निकाला जाए?
उत्तर: सेल कारपोरेट आफिस के एक वरिष्ठ अधिकारी से बात हो चुकी है। जल्द एनजेसीएस की बैठक बुलाकर एक साथ सभी मुद्दे को हल करने की मांग की गई है। अन्यथा प्रबंधन के खिलाफ सेल में एक साथ मोर्चा खोल दिया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी। यूनिट स्तर पर रिजल्ट भी आप सबके सामने दिखने लगेगा।