- इंटक अपेक्स कमेटी की बैठक। मेन गेट की सभी गैलरी खोलने एवं ओपीडी का टाइम बदलने की उठी मांग। पदाधिकारियों ने जताया आक्रोश।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील इम्प्लाइज यूनियन इंटक (Steel Employees Union INTUC) के शीर्ष पदाधिकारियों की बैठक में बायोमेट्रिक (Biometric) के कारण कर्मचारियों को हो रही समस्याओं पर चर्चा की गई। बैठक में मेन गेट की दो गैलरी सीआईएसएफ (CISF) द्वारा परमानेंट बंद किए जाने पर नाराजगी व्यक्त की गई।
सेक्टर 9 हॉस्पिटल (Sector 9 Hospital) का ओपीडी टाइम (OPD Time) बदलने की मांग उठी। पदाधिकारियों ने बिना किसी लिखित आदेश के टाइम ऑफिस का काम पर्सनल विभाग को सौंपने से उत्पन्न हुई स्थिति पर नाराजगी व्यक्त की।
बदला जाए ओपीडी का टाइम
बैठक में उपाध्यक्ष रमेश कुमार तिवारी ने कहा कि बायोमेट्रिक अटेंडेंस (Biometric Attendance) के कारण जनरल शिफ्ट (General Shift) में काम करने वाले कर्मचारियों को अपना एवं परिवार के सदस्यों का सेक्टर 9 हॉस्पिटल के ओपीडी में इलाज कराना मुश्किल हो रहा है, क्योंकि वर्तमान में ओपीडी टाइम शाम 4:00 बजे से 6:30 बजे तक है।
जनरल शिफ्ट के कर्मचारियों को अपने घर पहुंचने में ही 6:15 से 6:30 तक हो जाता है। उन्होंने कहा कि ओपीडी के टाइम को बदलकर शाम 5:30 बजे से 8:00 तक किया जाए।
मेन गेट की दो गैलरी से सीआईएसफ का कब्जा हटाया जाए
उप महासचिव शिव शंकर सिंह ने कहा कि मेन गेट की दो गैलरी पर सीआईएसफ द्वारा कब्जा कर लिया गया है, जिसके कारण मेन गेट पर बहुत अधिक जाम लग जाता है। कर्मचारियों को ड्यूटी जाने में देर होती है। हड़बड़ी में कर्मचारी एक दूसरे पर गिर रहे हैं।
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प्रबंधन जल्द से जल्द इस गैलरी पर से कब्जा हटवाए। अन्यथा कभी भी कर्मियों का आक्रोश फूट सकता है। उन्होंने कहा कि मेन गेट की स्कूटर एवं साइकिल गैलरी के पास पानी भरा रहता है, जिसके कारण कर्मचारियों को फिसलने का डर बना रहता है।
छुट्टियों की असमानता दूर करे प्रबंधन
वरिष्ठ सचिव राजकुमार ने कहा कि जनरल शिफ्ट में ड्यूटी आते समय भीड़ को देखते हुए मेन गेट के एग्जिट गेट को चार पहिया वाहनों के जाने के लिए खोला जाए, ताकि इस्पात भवन चौक पर लगने वाले जाम से बचा जा सके। उन्होंने कर्मचारियों एवं अधिकारियों के बीच छुट्टी में बहुत अधिक असमानता होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि दोनों की छुट्टियों में समानता होनी चाहिए।
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क्या प्रबंधन कर्मचारियों की बलि चढ़ाना चाहता है
सहायक कोषाध्यक्ष जीआर सुमन ने कहा कि प्रबंधन को बार-बार बोलने के बाद भी बोरिया गेट एवं मेन गेट के पास ट्रकों की पार्किंग को हटा नहीं रहा है। ऐसा लगता है कि प्रबंधन बलि प्रथा में विश्वास रखता है। वह कर्मचारियों की बलि चढ़ा कर ही व्यवस्था में सुधार करेगा।
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बिना लिखित आदेश टाइम ऑफिस का काम पर्सनल विभाग को सौंपा
वरिष्ठ उपाध्यक्ष एस रवि ने कहा कि प्रबंधन बिना किसी लिखित आदेश के टाइम ऑफिस का काम पर्सनल विभाग को सौंप दिया है। कर्मचारी अटेंडेंस एवं छुट्टियों की समस्याओं को लेकर टाइम ऑफिस आ रहे हैं। टाइम ऑफिस के कर्मचारी उन्हें पर्सनल ऑफिस भेज रहे हैं। पर्सनल विभाग के कर्मचारी भी समस्याओं का समाधान नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि उनके लिए यह नया काम होने के कारण कई चीज समझ में नहीं आ रहा है। प्रबंधन की हठधर्मिता के कारण पूरे प्लांट के कर्मचारी परेशान है।
हड़बड़ी में लागू किए गए बायोमेट्रिक का दुष्परिणाम
महासचिव वंश बहादुर सिंह ने कहा कि यदि बायोमेट्रिक लागू करने की प्रबंधन की कोई मजबूरी या दबाव था, तो पहले यूनियन से चर्चा कर लेनी चाहिए थी। कर्मचारियों को हो रही परेशानी प्रबंधन द्वारा हड़बड़ी में लागू किए गए बायोमेट्रिक सिस्टम का दुष्परिणाम है।
2015 में जब इस्पात भवन (Ispat Building) में बायोमेट्रिक सिस्टम (Biometric System) लागू हुआ तो लगभग 3 महीने तक इसे ट्रायल पर चलाया गया। इस दौरान उत्पन्न समस्याओं को दूर कर लिया गया। इसके बाद ही उसे नियमित अटेंडेंस के रूप में लागू किया गया। यूनियन प्रबंधन से अभी भी मांग कर रही है कि वह इस व्यवस्था को 3 महीने तक ट्रायल पर रखे एवं इस बीच कर्मचारियों को पूर्व की भांति अटेंडेंस दे। साथ ही संयंत्र के भीतर कैंटीन, रेस्ट रूम एवं टॉयलेट की व्यवस्था को बेहतर बनाए। सड़कों का मेंटेनेंस कराए। उन्होंने कहा कि प्रबंधन मेन गेट की सभी गैलरी को कर्मचारियों के लिए चालू करे। वंश बहादुर सिंह ने कहा कि सेक्टर 9 हॉस्पिटल में ओपीडी का टाइम बदलने के लिए हम जल्द प्रबंधन से चर्चा करेंगे। प्रबंधन यदि यूनियन की इन मांगों एवं सुझाओ पर अमल नहीं करता है तो उसे जल्द कर्मचारियों का रौद्र रूप देखने को मिलेगा। बेहतर यही होगा कि प्रबंधन समय रहते यूनियन से चर्चा कर सुचारू व्यवस्था बनाए।
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यूनियन की बैठक में ये पदाधिकारी रहे मौजूद
बैठक में महासचिव वंश बहादुर सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष पूरन वर्मा, अतिरिक्त महासचिव शेखर कुमार शर्मा, एस रवि, रमेश कुमार तिवारी, राजाराम पांडेय, शिव शंकर सिंह, पीके विश्वास, राजकुमार, जीके अग्रवाल, ज्ञानेंद्र पांडेय, के रमन मूर्ति, जीआर सुमन, जितेंद्र कुमार अग्रवाल आदि उपस्थित थे।
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