BSP यूनियन चुनाव में खूब चला दारू-मुर्गा, अब कैंटीनों में मुर्गा बेचने पर धमकी, मारपीट की नौबत

There was a lot of liquor and chicken in the BSP union elections, now there is a threat to sell chicken in the canteens
  • इंटक ने इंजीनियरिंग शॉप्स एरिया के कर्मचारियों के लिए सेकंड शिफ्ट में कैंटीन खोलने एवं संयंत्र के कोक ओवन सहित अन्य विभागों में रविवार को भी कैंटीन खोलने की मांग की

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। बीएसपी यूनियन चुनाव के दौरान कर्मचारियों को रिझाने और वोट हासिल करने के लिए खूब दारू-मुर्गा की पार्टी सेक्टर एरिया के एक भवन में हुई थी। यह बात किसी से छुपी नहीं है। चुनाव के समय जो मुर्गा सबका वोट प्रभावित कर रहा था, आज वही विवादित हो गया है। बीएसपी कैंटीन में मुर्गा बेचने को लेकर एक यूनियन के पदाधिकारी विरोध कर रहे हैं। इंटक नेताओं ने इसे गुंडई करार दिया और प्रबंधन को एक्शन लेने के लिए मांग पत्र भी सौंप दिया।

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भिलाई इस्पात संयंत्र की कैंटीन में अतिरिक्त खाद्य सामग्री बेचने पर एक यूनियन नेताओं द्वारा धमकी दिए जाने के खिलाफ इंटक यूनियन ने कैंटीन सेल के प्रभारी उप महाप्रबंधक राजीव कुमार से लिखित शिकायत की है। ज्ञापन सौंपकर कहा कि यदि इन यूनियन नेताओं को धमकाने से नहीं रोका गया तो संयंत्र में कभी भी विवाद की स्थिति निर्मित हो सकती है, जिसका बुरा प्रभाव उत्पादन पर पड़ेगा।

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महासचिव वंश बहादुर सिंह ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से भिलाई इस्पात संयंत्र में संचालित होने वाली कैंटीनों में एक यूनियन के पदाधिकारी जाकर जांच करने के नाम पर कैंटीन संचालकों को धमका रहे हैं। साथ ही जिन कैंटीनों में अंडा, चिकन सहित प्रबंधन द्वारा निर्धारित खाद्य सामग्रियों के अतिरिक्त जो भी खाद्य सामग्री बेची जा रही है, उसे बेचने से मना कर रहे हैं। जबकि कैंटीन संचालक विभाग में काम करने वाले कर्मचारियों की मांगों के अनुरूप भी इन खाद्य सामग्रियों को बेच रहे। कैंटीन संचालकों ने इन यूनियन नेताओं की धमकी के कारण इन खाद्य सामग्रियों को बेचना बंद कर दिया है,जिससे संयंत्र के कर्मचारी आक्रोशित हैं।

संयंत्र के कर्मचारी इंटक नेताओं से बार-बार अनुरोध कर रहे थे कि प्रबंधन से चर्चा कर कैंटीन में कर्मचारियों के रुचि के अनुरूप खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जाए। इसी मांग को लेकर सोमवार को इंटक यूनियन का एक प्रतिनिधिमंडल कैंटीन सेल के प्रभारी उप महाप्रबंधक राजीव कुमार से मुलाकात कर संयंत्र के कैंटीनों में कर्मियों के रुचि के अनुरूप खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने की मांग की।

इंटक ने कहा कि भिलाई में देश के अलग-अलग हिस्से में रहने वाले लोग यहां काम कर रहे हैं। इनकी खानपान की रुचि अलग-अलग है। यदि कैंटीन संचालक उनके रूचि के अनुरूप खाद्य सामग्री उपलब्ध करा रहा है तो इसमें किसी यूनियन के नेता को क्यों आपत्ति होनी चाहिए? कर्मचारी को यदि उनके रुचि के अनुरूप खाद्य सामग्री मिलेगी, तभी वह अपनी पूरी क्षमता के साथ उत्पादन में अपना योगदान देगा।

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इंटक ने प्रबंधन को ज्ञापन सौंपते हुए यह मांग की है कि कैंटीन संचालकों को धमकाने वालो पर प्रबंधन जल्द रोक लगाएं अन्यथा प्लांट में कभी भी विवाद की स्थिति निर्मित हो सकती है, जिससे उत्पादन पर भी बुरा प्रभाव पड़ेगा। इस दौरान यूनियन नेताओं ने इंजीनियरिंग शॉप्स एरिया के कर्मचारियों के लिए सेकंड शिफ्ट में कैंटीन खोलने एवं संयंत्र के कोक ओवन सहित अन्य विभागों में रविवार को भी कैंटीन खोलने की मांग की

कैंटीन सेल के प्रभारी उप महाप्रबंधक राजीव कुमार ने इंटक प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त करते हुए कहा कि हमारे भी संज्ञान में है बात आई है कि कुछ यूनियन नेता कैंटीन संचालकों पर अनावश्यक दबाव बना रहे हैं। उन नेताओं को समझाइश दी गई है। किसी के धमकाने से कर्मचारियों के रूचि के अनुरूप खाद्य सामग्री को रोका नहीं जाएगा। संयंत्र के कैंटीनों में कर्मचारियों के रुचि के अनुरूप खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।

बैठक में प्रबंधन से कैंटीन कैंटीन सेल के प्रबंधक विलियम, इंटक यूनियन के महासचिव वंश बहादुर सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष पूरण वर्मा, शेखर कुमार शर्मा, चंद्रशेखर सिंह, पीवी राव, एस रवि, धनेश प्रसाद, रमाशंकर सिंह, जयंत बराठे, शिव शंकर सिंह, सीपी वर्मा उपस्थित थे।

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