Thomas Cup 2022: 14 बार की चैंपियन इंडोनेशिया को हराने वाली भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम पर धनवर्षा, जानिए चार में सरकार ने कितना किया खर्च

सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम ने दुनिया में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करके सबको चौंका दिया है। देश इस जीत में जश्न मना रहा है। खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने के लिए सरकार ने भी एक कदम आगे बढ़ा दिया है। एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए युवा कार्य एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम को 1 करोड़ रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की, जिसने बैंकॉक में फाइनल में, 14 बार चैंपियन रह चुकी इंडोनेशिया के विरुद्ध शानदार 3-0 से प्रतिष्ठित थॉमस कप जीत कर पहली बार इतिहास रचा।

अनुराग सिंह ठाकुर ने एक सहज निर्णय के साथ जीत का उत्सव मनाया। उन्होंने कहा, “प्ले-ऑफ में मलेशिया, डेनमार्क और इंडोनेशिया पर लगातार जीत के साथ थॉमस कप जीतने की भारत की असाधारण उपलब्धि ने नियमों में ढील देने का आह्वान किया। यह गर्व की बात है कि मैं उस टीम के लिए के लिए एक करोड़ रुपये के पुरस्कार की घोषणा करता हूं, जिसने इस सप्ताह के अंत में भारतीयों को बहुत खुशी दी।”

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केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने भारतीय टीम के खिलाड़ियों, कोचों और सहयोगी स्टाफ को बधाई दी। उन्होंने कहा, “किदांबी श्रीकांत और एचएस प्रणय ने हर बार कोर्ट पर कदम रखते ही जीत हासिल की। सात्विकसाईराकज रंकी रेड्डी और चिराग शेट्टी के युगल संयोजन ने छह मैचों में से पांच में निर्णायक अंक हासिल करने के लिए जोर लगाया, जिसमें तीनों नॉकआउट चरण में शामिल थे।”

अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा, “लक्ष्य सेन ने इंडोनेशिया के खिलाफ शुरुआती मैच जीतने में फौलादी ताकत का प्रदर्शन किया। मुझे यकीन है कि एमआर अर्जुन, ध्रुवकपिला, कृष्ण प्रसाद गरगा और पंजाला विष्णुवर्धन गौड़ के साथ-साथ प्रियांशु राजावत के युगल संयोजन को इस ऐतिहासिक अभियान का हिस्सा बनने से काफी फायदा हुआ है।”

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युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय ने खिलाड़ियों को प्रशिक्षण और प्रतियोगिता सहायता प्रदान करके टीम की अभूतपूर्व सफलता में योगदान दिया। जनवरी से शुरू 10 सप्ताह के राष्ट्रीय शिविर ने खिलाड़ियों के फिटनेस स्तर को बढ़ाने में मदद की। युगल संयोजनों की सहायता के लिए माथियास बो को कोच के रूप में शामिल करना भी महत्वपूर्ण रहा है।

पिछले चार वर्षों में, मंत्रालय ने भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों को विदेशी और भारतीय कोचों के वेतन सहित प्रशिक्षण और प्रतियोगिता के लिए 67.19 करोड़ रुपए की धनराशि दी है। साथ ही, पिछले केवल एक वर्ष में, मंत्रालय ने 4.50 करोड़ रुपये की लागत से 14 अंतर्राष्ट्रीय अनुभव यात्राओं का समर्थन किया है।

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