सेल के स्पोर्ट्स समर कैंप से हजारों को मिली नौकरी, क्रिकेटर राजेश चौहान, अमनदीप खरे व ओलंपियन राजेंद्र प्रसाद भी कैंप की उपज

अज़मत अली, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल स्टील की ढलाई के साथ-साथ खिलाड़ियों की भलाई भी कर रहा है। पिछले 45 सालों से भिलाई स्टील प्लांट-बीएसपी स्पोर्ट्स समर कैंप आयोजित कर रहा है। कहने को यह समर कैंप है, लेकिन यहां तैयार की गई पौध आज देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपनी छाप छोड़े हुए है।

बीएसपी के समर कैंप से ही पूर्व क्रिकेटर राजेश चौहान और ओलंपियन बाक्सर राजेंद्र प्रसाद भी निकले हैं। इन दोनों को बीएसपी ने पहले खेल में, फिर नौकरी में जगह दी। इनके जैसे करीब एक हजार से ज्यादा ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्हें खेल की बदौलत सरकारी नौकरी मिली हुई है।

भिलाई स्टील प्लांट ने खेल को बढ़ावा देने के लिए 1977 में समर कैंप की शुरुआत की थी। पिछले दो साल तक कोरोना की वजह से कैंप आयोजित नहीं हो सका था। इस बार फिर समर कैंप की रौनक लौट आई है। समर कैंप के वजूद और भविष्य पर सूचनाजी.कॉम ने खेल अधिकारी एसआर जाखड़ बातचीत की।

खेल अधिकारी ने बताया कि बीएसपी ने ऐसे खिलाड़ियों की पौध तैयार करने की मुहिम शुरू की थी, जो प्रतिभावान थे लेकिन उन्हें समुचित ट्रेनिंग नहीं मिल पा रही थी। बीएसपी, नॉन बीएसपी कर्मचारियों के बच्चों को तलाश करने और उनको राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निखारने का बीड़ा उठाया गया था।

कैंप से बोर्डिंग तक बीएसपी की नजर

समर कैंप में करीब दो दर्जन खेलों की ट्रेनिंग दी जाती है। इसका दायरा बढ़ने से खिलाड़ियों को भरपूर मौका मिला। बीएसपी के कोच हर खिलाड़ियों पर बारीकी से नजर रखते और उनकी लिस्ट तैयार कर लेते। इसके बाद इन्हीं बच्चों को चयन कर डे-बोर्डिंग में रखकर ट्रेनिंग दी जाती। पूरा खर्च बीएसपी प्रबंधन उठाता और फिर खेल की प्रतिभा निखरकर सामने आती गई। पूर्व क्रिकेटर राजेश चौहान, ओलंपियन बाक्सर राजेंद्र प्रसाद जैसे हजारों खिलाड़ियों की शुरुआत समर कैंप से ही हुई है। समर कैंप में सबसे ज्यादा सक्रिय भूमिका स्वर्गीय राजेश पटेल निभाया करते थे। खेल विभाग पुरानी तस्वीर को साझा कर उन्हें याद करता हैं।

1981 में राजेंद्र प्रसाद पहुंचे समर कैंप

ओलंपियन राजेंद्र प्रसाद ने सूचनाजी.कॉम को बताया कि पापा बीएसपी में थे। उन्हें समर कैंप की जानकारी मिली। इसके बाद वह 1981 में मुझे समर कैंप में लेकर पहुंच गए। फिर क्या, चार साल की कड़ी मेहनत के बाद राष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करने लगा था। समर कैंप को हल्के में न लें। यहां भविष्य का सफर तय होता है।

बास्केटबॉल के इन खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्तर पर नाम किया रोशन

नेहा कारवा
रिया वर्मा
शरणजीत कौर
संगीता कौर
पूनम चतुर्वेदी
पी.राजेश
करणपाल सिंह

पॉवर लिफ्टिंग में इनका जलवा

जेबा एख्तियार
पी.मोहन कुमार
ममता रजत
डी. भाविका

वालीबॉल की भारतीय टीम में ये

राजेंद्र राय
शिखर सिंह

बाल बैडमिंटन से इन्हें मिली सरकारी नौकरी

सुधा सिंह
एकता ताम्रकार
भीषिका वर्मा
अनीमा मिंज

बाक्सिंग से इन्हें मिली पहचान और नौकरी

कृष्ण कुमार शर्मा
आर राजू
दिनेश कुमार यादव
सीएम ठाकुर
बंटी
भूपेंद्र सिंह ठाकुर

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