तो क्या जिन्होंने कराया ट्रांसफर, उन्हीं की पैरवी से होगी सेल कर्मियों की घर वापसी!
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल इकाइयों में हड़ताल से उत्पादन ठप होने के आरोप में कई कर्मचारियों को निलंबित और ट्रांसफर तक किया गया था। निलंबन की मार झेल रहे ज्यादातर कर्मचारियों की बहाली हो चुकी है। चंद कर्मचारी अब भी बहाली का इंतजार कर रहे हैं। बीएसपी और बोकारो के कर्मचारियों के समर्थन में सेल की सभी इकाइयों के कर्मचारी हर माह वेतन मिलते ही अपना-अपना अंशदान जुटाकर निलंबित कर्मचारियों की मदद कर रहे हैं।
बकायदा एक फंड जुटाया गया है ताकि कर्मचारियों का परिवार आर्थिक रूप से त्रस्त न होने पाए। मानवता के नाते इस तरह का कार्य सेल के कर्मचारी कर रहे हैं। वहीं, ट्रांसफर की भेंट चढ़े कुछ कर्मचारी अपने आपको बेकसूर बता रहे हैं। प्रबंधन ने किस आरोप में उन्हें सजा दी, आज तक यही तय नहीं हो सका। कुछ ने सोशल मीडिया का हवाला दिया तो कुछ ने एनजेसीएस नेताओं को जिम्मेदार बताया। दूसरे स्टेट में ट्रांसफर का दंश झेलने वाले कर्मचारियों को सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है। हर स्तर पर पैरवी के बाद भी सिर्फ आश्वासन मिलता है कि चंद दिनों में वापसी हो जाएगी, लेकिन वह चंद कब आएगा, यही पता नहीं।
इधर-सेल कारपोरेट आफिस के सूत्रों की माने तो प्रबंधन खामोशी एख्तियार हुए है। जिन नेताओं की दलील पर ट्रांसफर किया गया था, अब उन्हें कैसे नजर अंदाज किया जाए। बताया जा रहा है कि अगर, यही लोग पैरवी करेंगे तो तत्काल वापसी का रास्ता खुल जाएगा। अब देखना यह है कि सियासी समीकरण का कितना फायदा मिलेगा या नहीं। फिलहाल, एनजेसीएस नेताओं के पाले में ही घर वापसी की गेंद बताई जा रही है। इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो आने वाला समय ही बता पाएगा।