- इस्पात नगरी में डेंगू और मच्छरजनित रोग की रोकथाम और नियंत्रण हेतु अभियान शुरू।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) का जन स्वास्थ्य विभाग, इस्पात नगरी में मच्छर जनित रोग जैसे मलेरिया, डेंगू आदि की रोकथाम के लिए 23 जून से अभियान प्रारंभ कर दिया गया है। इस अभियान के तहत, इस्पात नगरी के आवासों का सर्वे, निरीक्षण, दवाओं का वितरण, छिड़काव और फॉगिंग शुरू की गई है।
23 जून को सेक्टर-1 में पूर्व पार्षद रश्मि सिंह की उपस्थिति में महाप्रबंधक (नगर सेवाएं) केके यादव सहित जनस्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारीगणो की उपस्थित में प्रारंभ किया गया।
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इस अभियान के तहत जिला मलेरिया विभाग, दुर्ग के साथ मिलकर बीएसपी के जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाया जा रहा है। विगत 7-8 वर्षों से यह अभियान प्रतिवर्ष चलाया जाता है। इसके साथ ही इस अभियान के प्रति जागरूकता और डोर टू डोर सर्वे का काम किया जाता है।
इस वर्ष जिस भी घर में डेंगू या मच्छरों का लार्वा पाया जाएगा और निवासियों की लापरवाही पाई जाएगी तो ऐसे घरों के निवासियों पर पेनाल्टी लगाने का प्रावधान किया गया है। लंबे समय से इस्पात नगरी के लोगों को डेंगू और मच्छर जनित रोगों के बारे में जागरूक और सजग किया जाता रहा है। इसके बावजूद यदि लापरवाही पायी जाएगी तो कार्यवाही की जाएगी।
बारिश से पहले टाउनशिप के विभिन्न सेक्टरों में पोर्टेबल फॉगिंग, वाटर फॉगिंग, ऑयलिंग, घरों में टेमीफॉस का वितरण और बैकलाइन क्षेत्रों में फॉगिंग एवं दवाओं के स्प्रे का कार्य भी किया जा रहा है, जिससे उत्पन्न लार्वा को समय रहते नष्ट किया जा सके एवं डेंगू के मच्छर को पनपने से रोका जा सके।
जन स्वास्थ्य अनुभाग द्वारा विभिन्न टीमों के साथ घरों का निरीक्षण कर कूलर और जल से भरे हुए विभिन्न पात्र जैसे बर्तन, ड्रम, टंकियां, जानवरों के लिए रखे गये खाने और पानी के बर्तन आदि को खाली करवाया जा रहा है। इस सर्वे के साथ जल एकत्र होने वाले स्थानों की सफाई एवं वहाँ दवाइयों का छिड़काव कर और टेमीफॉस दवा का वितरण भी किया जा रहा है।
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जन स्वास्थ विभाग, भिलाई की प्रबुद्ध जनता से यह अपील करता है कि, मच्छर नियंत्रण हेतु व्यक्तिगत स्तर पर किये जा सकने वाले उपाय जैसे कूलर एवं पानी की टंकियों को प्रति सप्ताह में एक बार पूरी तरह खाली करना, खाली पड़े बर्तनों, पुराने टायरों में पानी का जमाव ना होने देना, रुके हुए पानी जिसे खाली करना संभव ना हो उस पर किसी भी प्रकार के तेल की कुछ बुँदे डालने एवं मच्छरदानी का नियमित उपयोग कर डेंगू एवं मच्छरों से होने वाले बीमारियों के रोकथाम में सहयोग करें अन्यथा लार्वा पाए जाने वाले घरों को पेनाल्टी लगायी जाएगी।