- हैवी ट्रांसपोर्ट कंपनी (HTC) संग अन्य कंपनी की गाड़ियों पर कार्रवाई की गई है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल भिलाई स्टील प्लांट से लोहा चोरी के आरोप में पकड़े गए ट्रक, चालक, सुपरवाइजर को बैन करने का मामला तूल पकड़ चुका है। प्रबंधन पर दबाव बनाने के लि 3 दिन से भारी वाहनों की आवाजाही को ट्रांसपोर्टर्स ने रोक दिया है।
दूसरे राज्यों से आने वाली गाड़ियों को भी रोक दिया गया है। प्रबंधन पर दबाव बनाने के लिए यह दांव खेला गया है। सीआइएसएफ की रिपोर्ट पर हैवी ट्रांसपोर्ट कंपनी (HTC) संग अन्य कंपनी की गाड़ियों पर कार्रवाई की गई है।
बीएसपी प्रबंधन ने 2 सुपरवाइजर अखिलेश कुमार तिवारी, आत्मानंद का गेट पास कैंसिल कर दिया है। साथ ही 3 गाड़ी और 3 ड्राइवर को बैन कर दिया है। इस विवाद पर पर हैवी ट्रांसपोर्ट कंपनी (HTC) के डायरेक्टर इंद्रजीत सिंह छोटू का पक्ष सूचनाजी.कॉम ने लिया।
उन्होंने कहा-प्लांट के अंदर चोरी आदि को लेकर कोई विवाद नहीं है। जबकि बीएसपी में कई सालों से काम करने वाले लिफ्टर का विरोध है। बीएसपी प्रबंधन लिफ्टर का गेट पास नहीं बना रहा है। इसलिए उन्होंने कामकाज ठप कर दिया है।
22 तारीख से उन्होंने काम बंद किया, जिसके चलते भारी वाहनों की आवाजाही भी रुक गई है। वे भी एसोसिएशन के सदस्य हैं, इसलिए उनके समर्थन में हम लोगों को आना पड़ा। गुरुवार को ईडी वर्क्स के साथ बैठक होगी, जिसमें उम्मीद है कि मामला हल कर लिया जाएगा।
बीएसपी के अधिकारियों के मुताबिक पिछले दिनों प्लांट के अंदर कुछ गाड़ियों को पकड़ा गया था। भिलाई ट्रक ट्रेलर ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन-एचटीसी की गाड़ी आदि को लेकर खुलासा हुआ था कि रेत आदि भरकर लाया जाता था। अंदर, इसे उतारने के बाद लोहा लोडकर गाड़ियां बाहर निकल जाती थीं।
इस धांधली को पकड़ने के बाद सीआइएसएफ ने जांच-पड़ताल किया। आरोपित ट्रक चालकों, सुपरवाइजर और गाड़ियों को बैन कर दिया गया। सुपरवाइजर अखिलेश कुमार तिवारी, आत्मानंद का गेट पास कैंसिल करने के खिलाफ ट्रक मालिकों ने प्लांट के अंदर गाड़ियों को भेजने से रोक दिया है।
बता दें कि बीएसपी के बोरिया गेट से करीब डेढ़ सौ गाड़ियों का मूवमेंट रोज होता है। ताजा विवाद पर बीएसपी प्रबंधन की ओर से पुलिस को पत्र लिखा गया है। लोकल ट्रांसपोर्टर के साथ कई राउंड की बैठक हो चुकी है।
प्रबंधन का कहना है कि कामकाज बंद करना ठीक नहीं है। चोरी और हेराफेरी के मामले में पकड़े गए आरोपितों का गेट पास कैसे बहाल कर दिया जाएगा। कौन अपनी नौकरी खतरे में डालेगा। जबकि ट्रक मालिक मांग कर रहे हैं कि प्रबंधन लिखित में दे कि वह जल्द ही रिव्यू करके सारे मामले को वापस ले लेगा।