- सीटू कर्मियों की सुविधाओं, उत्पादन पर भी विशेष ध्यान देता है।
- कर्मियों को मिलने वाली सुविधाएं एवं उत्पादन एक दूसरे के पूरक है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। रेल मिल का विभागीय सम्मेलन केवेंद्र सुंदर की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। दिवंगत कर्मचारियों को श्रद्धांजलि देने के बाद कृष्ण कुमार देशमुख ने पिछले तीन वर्षों में रेल मिल में सीटू द्वारा रेल मिल में किए गए कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत की।
उन्होंने कहा कि रामसनेही गुप्ता के दुर्घटना, किशन लाल सोरी के मेडिकल अनफिट, दुर्घटनाओं में इंजरी फॉर्म भरवाने, असुरक्षित स्थितियों को सुरक्षित बनाने के लिए रेल मिल के मुख्य महाप्रबंधक के साथ बातचीत, कैंटीन व्यवस्था को दुरुस्त करने, उत्पादन को बढ़ाने के लिए चर्चा जैसे कार्य किए गए। चर्चा पश्चात रिपोर्ट पारित किया गया।
23 सदस्य विभागीय समिति का गठन
नई विभागीय समिति के लिए 23 सदस्यों का प्रस्ताव रखा गया, जिस पर मंथन करने के पश्चात उपस्थित प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से सभी सदस्यों को चुन लिया। समिति में प्रदीप टोप्नो, के एल रावटे, विनोद कुमार, गोपाल सिंह राजपूत, अनिल राणा, राजेंद्र प्रसाद, पुरुषोत्तम कश्यप, गुलशन मरकाम, यशवंत नाग, शंख लाल उइके, शिवेंद्र ठाकुर, अजय टोप्पो, उमेंद्र गोप, बलजीत सिंह, एन एस राव, शरद चंद्र पटनायक, रमेश दास खड्ग, प्रदीप भंडारकर, राजकुमार, अरुण बेरा, नवीन निर्मलकर, कृष्ण कुमार देशमुख, राजेश कुमार शर्मा है इसके पश्चात जोनल सम्मेलन में भाग लेने वाले 23 प्रतिनिधियों एवं वैकल्पिक प्रतिनिधियों का चुनाव किया गया।
1 संयोजक एवं 6 उपसंयोजक का हुआ चुनाव
सम्मेलन में सर्वसम्मति से कृष्ण कुमार देशमुख को संयोजक तथा गोपाल सिंह राजपूत, राजेश कुमार शर्मा, एनएस राव, अजय टोप्पो, रमेश दास खड्ग एवं प्रदीप भंडारकर को उप संयोजक चुना गया। इन पर रेल मिल में संगठन को मजबूत करने की विशेष जिम्मेदारी है। रेल मिल के अंदर विभागीय सेफ्टी कमेटी विभागीय कैंटीन मैनेजिंग कमेटी के अलावा टाउनशिप अस्पताल एवं एजुकेशन से जुड़े उप समितियों में भी रेल मिल के साथी भागीदारी करेंगे।
सीटू के लिए कर्मियों की सुविधा एवं मिल का उत्पादन दोनों महत्वपूर्ण
इस अवसर पर सीटू के साथियों ने कहा कि सीटू कर्मियों की सुविधाओं के साथ-साथ उत्पादन पर भी विशेष ध्यान देता है, क्योंकि कर्मियों को मिलने वाली सुविधाएं एवं उत्पादन एक दूसरे के पूरक है कभी सेल को बीमार उद्योग में जाने से बचाने वाला रेल मिल अब 60 वर्ष पूर्ण हो चुका है।
बावजूद इसके आधुनिक टेक्नोलॉजी से बने हुए नए मिल के साथ ना केवल कंपटीशन करता है बल्कि आज भी मिल को मिलने वाले ऑर्डर को पूरी ताकत के साथ पूरा करता है इसीलिए सीटू कर्मियों की सुविधाओं के साथ-साथ उत्पादन पर भी चर्चा करने के लिए प्रबंधन के साथ समय-समय पर बैठक करता है एवं हमेशा कर्मियों के सुरक्षा को विशेष प्राथमिकता देता है।