संविधान गौरव दिवस: पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय बोले-संविधान ने भारत को बनाया मिनी वर्ल्ड, 18 कर्मरत्न सम्मानित

Constitution Pride Day: Former Minister Prem Prakash Pandey said - Constitution made India a mini world, 18 Karmaratna honored
  • संविधान ने भारतीय नागरिकों को जो अधिकार और कर्तव्य दिए हैं, वे देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) के आह्वान पर आयोजित संविधान गौरव दिवस का समापन खुर्सीपार बापू नगर में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमप्रकाश पाण्डेय उपस्थित रहे।

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कार्यक्रम की शुरूआत संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण के साथ की गई। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों द्वारा समाज के 18 कर्मरत्नों का सम्मान किया गया।

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Shramik Day

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रेमप्रकाश पाण्डेय (Chief Guest Premprakash Pandey) ने उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए भारतीय संविधान की विविधता और विशेषता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जहाँ विभिन्न प्रकार की संस्कृति, भाषा, और धर्म एक साथ रहते हैं, जो इसे एक “मिनी वर्ल्ड” बनाता है।

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उन्होंने कहा कि भारत की विविधता ही इसकी सबसे बड़ी ताकत है। यहाँ विभिन्न प्रकार की ऋतुएं, भाषाएं और धर्म हैं, जो इसे अद्वितीय बनाते हैं। उन्होंने बताया कि भारत में चार ऋतु हैं – वर्षा, ठंडी, गर्मी और बसंत, जो अन्य देशों में नहीं पाई जाती हैं। इसी तरह, भारत में सैकड़ों भाषाएं और बोलियां बोली जाती हैं।

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प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने कहा कि संविधान सभा के सदस्य, जो 1946 में चुने गए थे, ने एक ऐसा संविधान बनाया जो सभी भारतीयों के लिए न्याय सुनिश्चित करता है। भारतीय संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है, जो हर वर्ग के लिए न्याय और अधिकार सुनिश्चित करता है।

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श्री पाण्डेय ने कहा कि भारत की विविधता के बावजूद, यहां हर कोई एक साथ मिलकर रहता है। भिलाई को “मिनी इंडिया” कहा गया क्योंकि यहाँ देश के हर कोने से लोग आकर बसे हैं। यह शहर विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं का संगम है। उन्होंने संविधान गौरव दिवस की महत्ता पर जोर दिया और कहा कि यह दिवस हमें हमारे संविधान की गरिमा और उसकी रक्षा के लिए प्रेरित करता है।

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पूर्व मंत्री ने कहा कि भारत के संविधान की मूल भावना समानता और न्याय की है, जो जाति, भाषा या लिंग के आधार पर भेदभाव को समाप्त करता है। संविधान सभा द्वारा निर्मित यह दस्तावेज तीन प्रमुख व्यवस्थाओं-विधायिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका – के द्वारा देश में शासन की प्रक्रिया को संचालित करता है।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, संविधान का कार्यान्वयन आर्थिक स्वतंत्रता को भी बढ़ावा दे रहा है। डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से, करोड़ों लोगों के बैंक खाते खोले गए हैं, जिससे वित्तीय लेन-देन में पारदर्शिता आई है। संविधान ने भारतीय नागरिकों को जो अधिकार और कर्तव्य दिए हैं, वे देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं।

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इस दौरान जिलाध्यक्ष पुरुषोत्तम देवांगन, योगेंद्र सिंह, मंडल अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह, पूर्व अध्यक्ष एसएन सिंह, पार्षद सरिता बघेल, वीणा चंद्राकर, बुद्धन ठाकुर, उषा मधुकर, मनीष अग्रवाल, अनिल सोनी, ममता रात्रे, प्रतिमा निर्मलकर, तुलसी कौशिक, मेघा कौर, सरिका करादे, लालचंद मौर्य, श्याम बघेल, मनोज निषाद, राजेंद्र पासवान, सुनील गौतम, गुलाब सिंह, गितेश यादव, निर्मल साह, गजेंद्र सिंह, ओपी मौर्या, तुषार चौधरी, दीपक पांचाल, कोटेश्वर राव, मीरा जायसवाल, कृष्णा चौधरी, श्रीनिवास श्रीनू सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग एवं पार्टी पदाधिकारी उपस्थित थे

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