रक्षाबंधन, जन्माष्टमी सिर पर, Bhilai Steel Plant के 27 हजार मजदूरों को नहीं मिलेगा वेतन, हड़ताल की धमकी

Despite Rakshabandhan and Janmashtami 27 thousand workers of Bhilai Steel Plant will not get salary threat of strike

श्रमिकों मे असंतोष की भावना भड़क जाएगी, फ्लस्वरूप भिलाई इस्पात संयंत्र अघोषित काम बंद हड़ताल जैसी स्थिति मे चला जाएगा।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र कांट्रेक्टर एंड लेबर वेलफेयर सोसायटी की जनरल बॉडी की आवश्यक बैठक इंडियन कॉफ़ी हॉउस मे हुई। इस बैठक मे प्रमुख रूप से जून माह का आईआर क्लियरेंस सर्टिफिकेट प्राप्त नहीं हो पाने के विषय में चर्चा हुई।

एसोसिएशन का कहना है कि ठेकेदारों द्वारा माह जून का वेतन सभी ठेका श्रमिकों को भुगतान करने के पश्चात ठेकेदार द्वारा बीएसपी के आईआर विभाग में ठेका बिल के भुगतान के लिए आई आर क्लियरेंस सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए वेतन भुगतान सम्बंधित दस्तावेज आई आर विभाग को प्रस्तुत करना पड़ता है, परन्तु बीएसपी प्रबंधन दस्तावेज जमा लेने से आई आर विभाग मना कर रहा है, जिसके कारण जून माह का क्लियरेंस सर्टिफिकेट ठेकेदारों को नहीं मिल पा रहा है।

ठेकेदारों ने कहा-ऐसे अनिवार्य सर्टिफिकेट को बीएसपी प्रबंधन की हठधर्मिता के कारण जुलाई माह का बिल ठेकदारों नहीं ले पा रहे है। नियमित बिल का भुगतान नहीं हो पाने के कारण ठेकेदारों की वित्तीय स्थिति ख़राब हो गई है। अतः इस माह का वेतन भुगतान ठेका श्रमिकों को नहीं हो पाएगा।

ज्ञातव्य हो कि इस माह रक्षा बंधन के अलावा बहुत से त्यौहार है। वेतन ना मिल पाने के कारण ठेका श्रमिकों मे असंतोष की भावना भड़क जाएगी, फ्लस्वरूप भिलाई इस्पात संयंत्र अघोषित काम बंद हड़ताल जैसी स्थिति मे चला जाएगा। इससे संयत्र को भारी नुकसान हो सकता है। प्रबंधन की गलत नीतियों के कारण लाभ अर्जित करने की होड़ मे अधिकांश उत्पादन इकाई का संचालन निजी हाथों में दे दिया गया।

एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा-इससे कभी भी जबरन हड़ताल जैसी परस्थिति उत्पन्न हो सकती है। भिलाई इस्पात संयंत्र के विभिन्न श्रमिक संगठन भी बीएसपी प्रबंधन के तुगलकी फरमानों के खिलाफ आवाज उठा चुके हैं। सभी बीएसपी कर्मचारियों में भी बीएसपी प्रबंधन के खिलाफ काफ़ी आक्रोश है, क्योंकि वेतन समझौता हो जाने के बावजूद पांच वर्ष से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी 39 माह का अरियर्स का भुगतान सेल प्रबंधन नहीं कर रहा है।

ऐसे आक्रोश में चिंगारी लगते देर नहीं लगेगी। यदि ठेका श्रमिकों के परिस्थिति जन्य काम बंद आंदोलन के साथ बीएसपी के कर्मी अपनी जायज मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने का मन बना रहे हैं।

इन परिस्थितियो से वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों ने प्रबंधन को लिखित में सूचित कर दिया है कि वे जून माह का वेतन भुगतान अग्रिम कर चुके हैं। परन्तु जून का माह का क्लीयरेन्स नहीं प्राप्त हो पाने कारण आगे माह का वेतन भुगतान संभव नहीं है।

बीएसपी कॉन्ट्रेक्टर एंड वेलफेयर सोसायटी द्वारा लगातार संयंत्र मे कार्यरत लगभग 27000 ठेका मजदूरों वेतन, चिकित्सा एवं आवास की समस्याओं पर प्रबंधन से सौहाद्रपूर्ण माहौल में चर्चा कर संघर्ष कर रहा है।

सोसायटी के सभी सदस्यों ने भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा ठेका श्रमिकों को केंद्रीय दर से दैनिक वेतन का भुगतान किए जाने की मांग की, जिससे श्रमिकों को न्यूनतम 5000-10000 रूपये का आर्थिक लाभ प्रति माह होगा। टाउनशिप के लगभग 5000 एनक़्यू वन और एन क्यू 2 प्रकार के आवासों को जरूरतमंद ठेका श्रमिकों को जो संयंत्र की सेवाकर रहे है, उन्हें आवंटित किया जाना चाहिए।

वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों ने ईएसआई के अंतर्गत ठेका श्रमिकों को भिलाई इस्पात संयंत्र के अस्पतालों से भी इलाज की सुविधा प्रदान किए जाने पर जोर दिया। इस बैठक में प्रमुख रूप से सोसायटी के अध्यक्ष सीजू एन्थोनी, कार्यकारी अध्यक्ष त्रिलोकी सिंह, महामंत्री हितेश भाई पटेल, उपाध्यक्ष धीरज शुक्ला, नवीन सिंह, सचिव राजेश अग्रवाल, दुर्गापुर कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीर सरकार, एम मोहन, वीके बाबू, सुरेन्द्र पाठक आदि सैकड़ों की संख्या में सोसायटी के सदस्य उपस्थित थे।