- सतर्कता जागरूकता सप्ताह के आयोजन का शुभारम्भ।
- राउरकेला इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी आलोक वर्मा का संबोधन।
- सतर्कता वह प्रतिरक्षा प्रणाली है जो संगठन को भ्रष्टाचार, अनुचित व्यवहार और अनैतिक आचरण जैसे संक्रमणों से बचाती है।
सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र के गोपबंधु सभागार में 27 अक्टूबर, 2025 को आयोजित सतर्कता जागरूकता सप्ताह -2025 का उद्घाटन हो गया। समारोह में उपस्थित लोगों को निदेशक प्रभारी आरएसपी सह अतिरिक्त प्रभार निदेशक प्रभारी बोकारो इस्पात संयंत्र आलोक वर्मा ने संबोधित किया।
डीआइसी ने कहा, “सतर्कता किसी भी संगठन की आत्मा है; यह वह प्रतिरक्षा प्रणाली है जो संगठन को भ्रष्टाचार, अनुचित व्यवहार और अनैतिक आचरण जैसे संक्रमणों से बचाती है। यह विश्वास को बनाए रखती है, जो हर स्वस्थ और समृद्ध संस्थान की नींव है,”।
कार्यकारी निदेशक (मानव संसाधन) तरुण मिश्र, कार्यकारी निदेशक (संकार्य) बिस्वरंजन पलाई, कार्यपलक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) अनिल कुमार, कार्यपालक निदेशक (खान, ओजीओएम-सीएमएलओ) एमपी सिंह, उप महानिरीक्षक (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) रतन कुमार और महाप्रबंधक (सतर्कता) एवं एसीवीओ रंजन भारती भी मंच पर उपस्थित थे। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी, मुख्य महाप्रबंधक, विभागाध्यक्ष और संयंत्र के बड़ी संख्या में कर्मचारी सहित वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
निदेशक प्रभारी ने अन्य गणमान्यों के साथ दीप प्रज्वलित कर और भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर समारोह का उद्घाटन किया। उल्लेखनीय है कि, सतर्कता जागरूकता सप्ताह सरदार पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस वर्ष सतर्कता जागरूकता सप्ताह का विषय “सतर्कता: हमारी साझा जिम्मेदारी” है।
शुरुआती दिनों और स्कूल के अनुभवों को याद किया डीआइसी ने
अपने शुरुआती दिनों और स्कूल के अनुभवों को याद करते हुए, निदेशक प्रभारी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि घर और स्कूल में सीखे गए सत्यनिष्ठा और सही आचरण के पाठ किस तरह किसी के पेशेवर जीवन का मार्गदर्शन करते रहते हैं। निदेशक प्रभारी ने कर्मीसमूह को याद दिलाया कि उन्हें प्रक्रियाओं और नियमों से अच्छी तरह वाकिफ होना चाहिए।
जानिए किस ईडी ने क्या-कहा
अपने संबोधन में, तरुण मिश्र ने संगठन को और अधिक कुशल, पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने के लिए नीतिगत बदलाव और व्यवस्थागत सुधार लाने हेतु आउटसोर्स कर्मचारियों सहित संगठन के प्रत्येक व्यक्ति को सशक्त बनाने पर ज़ोर दिया।
इस अवसर पर बोलते हुए बिस्वरंजन पलाई ने साझा ज़िम्मेदारी की सच्ची भावना को बनाए रखने में प्रत्येक व्यक्ति की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि ईमानदारी पारदर्शिता को बढ़ावा देती है, जो अंतत: संगठन के भीतर जवाबदेही की ओर ले जाती है।
अनिल कुमार ने प्रभावी और जवाबदेह कार्य संस्कृति के आवश्यक पहलुओं के रूप में तीन प्रमुख तत्वों, सटीकता, गति और पारदर्शिता पर विचार-विमर्श किया।
एमपी सिंह ने संगठन के सभी स्तरों पर त्वरित और प्रभावी निर्णय लेने में सहायता करने वाली प्रणालियों को विकसित और सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर बल दिया।
रतन कुमार ने पारदर्शिता, सामूहिक ज़िम्मेदारी और सतर्कता पहलों के प्रभावी कार्यान्वयन को बढ़ावा देने में जनभागीदारी की भूमिका पर विचार-विमर्श किया।
उप महाप्रबंधक (सतर्कता) एसकेएस राजपूत ने भारत के राष्ट्रपति का संदेश पढ़ा, जबकि प्रबंधक (सतर्कता), मुकेश सिंह ने भारत के उपराष्ट्रपति का संदेश पाठ किया। भारत के प्रधान मंत्री का संदेश सहायक महाप्रबंधक (सतर्कता) एके बिस्वाल ने पढ़ा। वरिष्ठ प्रबंधक (सतर्कता) विक्रांत पटेल ने केंद्रीय सतर्कता आयुक्त का संदेश पढ़ा।
विशेष पॉडकास्ट श्रृंखला ‘द विजिलेंट माइंड’ का विमोचन
सतर्कता निरीक्षक जीके दास ने समारोह के दौरान एक हिंदी कविता ‘आपके जैसा ईमानदार बनना चाहता हूँ’ का पाठ किया। इससे पहले निदेशक प्रभारी ने सतर्कता जागरूकता सप्ताह-2025 के विषय-वस्तु पर आधारित गीत का शुभारम्भ किया। उन्होंने कार्यक्रम में विशेष पॉडकास्ट श्रृंखला ‘द विजिलेंट माइंड’ का भी विमोचन किया। श्री वर्मा ने इस अवसर पर कर्मीसमूह को सतर्कता शपथ दिलाई।
बाद में, निदेशक प्रभारी ने गणमान्यों के साथ आरएसपी में सतर्कता जागरूकता सप्ताह के शुभारंभ के उपलक्ष्य में गुब्बारे छोड़े। उप महाप्रबंधक (सतर्कता) संदीप बंसल ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापित किया, जबकि वरिष्ठ प्रबंधक (सीसीडब्ल्यू) कविता बिसोई ने समारोह का मंच संचालन किया।













