- अब भी लगभग 15%श्रमिकों का BAMS से पंजीयन ही नहीं हुआ है।
- इसका फायदा उठाते हुए ठेकेदार हाजिरी में गड़बड़ी, वेतन सहित पीएफ में धांधली कर रहे।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। हिंदुस्तान इस्पात ठेका श्रमिक यूनियन भिलाई इस्पात संयंत्र ने मजदूरों की समस्याओं का पिटारा खोला है। ठेकेदारों की करतूत को एक बार फिर उजागर किया है। बीएसपी के आईआर विभाग के महाप्रबंधक संग बैठक हुई। यूनियन ने श्रमिकों की समस्याओ पर ध्यान आकर्षित कराते हुए निराकरण की मांग की।
यूनियन ने वेतन से जबरिया वसूली, समय पर वेतन भुगतान नहीं किए जाने, BAMS को कढ़ाई से लागू करवाने, वेतन पर्ची, पीएफ में धांधली, ठेका अवधि तक गेट पास जारी करने जैसे विषयो पर चर्चा की।
मेहनत की कमाई को लूट रहे ठेकेदार
भिलाई इस्पात संयत्र में नियमित कर्मियों के बराबर का काम करने वाले श्रमिक चंद ठेकेदारों के शोषण का शिकार हो रहे हैं। वेतन भुगतान के पश्चात 4000 से 6000 तक वापस ले रहे हैं। प्रबंधन ने कहाँ पूरा वेतन भुगतान करवाना हमारी जिम्मेदारी। अगर कोई श्रमिक दबाव में या डर से पैसा वापस दे रहा या कोई ठेकदार दबाव पूर्वक वापस ले रहा है तो शासन प्रशासन से शिकायत करे।
BAMS नहीं हुआ पूरी तरह लागू, ठेकेदार उठा रहे फायदा
यूनियन नेताओं ने कहा-अब भी BAMS पूरी तरह लागू नहीं हुआ है। अब भी लगभग 15%श्रमिकों का BAMS से पंजीयन ही नहीं हुआ है, जिसका फायदा ठेकेदार हाजिरी में गड़बड़ी, वेतन सहित पीएफ में धांधली कर उठा रहे हैं।
यूनियन ने प्रबंधन के समक्ष शेष बचे श्रमिकों का BAMS से पंजीयन कराकर BAMS से उपस्थिति को शत प्रतिशत लागू करने की मांग की है, जिस पर प्रबंधन ने BAMS मे पंजीयन हेतु कार्यालय खुले होने की जानकारी दी। शेष बचे श्रमिकों का पंजीयन जल्द हो इस दिशा मे प्रयासरत है।
वेतन भुगतान में लेट लतीफी
मजदूरों को समय पर वेतन नहीं मिलने के सवालों पर प्रबंधन ने जानकारी देते हुए कहा कि इस दिशा में आईआर एवं ठेका प्रकोष्ठ विभाग की टीम कदम उठा रही है। प्रबंधन ने जानकारी देते हुए कहा कि वह एक ऐसा ESCROW नामक सॉफ्टवेयर तैयार कर रही, जिससे तमाम श्रमिकों को नियमित कर्मियों की तरह ही एक निश्चित तारीख को बैंक के माध्यम से तमाम श्रमिकों के खाते मे BAMS हाजिरी के रिकार्ड अनुसार वेतन भुगतान हो जाएगा।
प्रबंधन का यह मास्टर ESCROW का सॉफ्ट वेयर लागू होते ही एक ही स्ट्रोक में श्रमिकों की अधिकतम समस्याएं लगभग समाप्त हो जाएगी। इस दिशा मे प्रबंधन दिन रात मेहनत कर रहा। जल्द ही लागू करने की बात कही। प्रबंधन के प्रयास की संगठन ने सराहना करते हुए जल्द लागू करवाने निवेदन किया।
यूनियन ने लगाए आरोप
योगेश सोनी ने कहा कि ऑपरेटिंग अथरिटी की उदासीनता के कारण अंतिम भुगतान, वेतन पर्ची, समय पर वेतन पूरा वेतन सहित अन्य अधिकारों से ठेका श्रमिक वंचित हैं।
भिलाई इस्पात संयत्र में विभिन्न विभागों में जैसे जल प्रबंधन विभाग पावर सिस्टम डिपार्टमेंट, प्लेट मिल, एसएमएस-3, ब्लास्ट फरनेस 8 जैसे अन्य विभिन्न विभागों के श्रमिकों को अंतिम भुगतान, वेतन पर्ची सहित अन्य अधिकारों से वंचित रखा जा रहा है, जिसके लिए मुख्य रूप से ऑपरेटिंग अथॉरिटी जिम्मेदार है। ऑपरेटिंग अथॉरिटी की उदासीनता की वजह से ठेका श्रमिक अपने अधिकारों से वंचित हैं। हिंदुस्तान इस्पात ठेका श्रमिक यूनियन तमाम ऑपरेटिंग अथॉरिटी को पत्र लिखकर निराकरण की मांग करेगा।
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संगठन ने ठेका अवधि तक गेट पास जारी करने की मांग की
महासचिव योगेश सोनी कहा-ठेकेदार काम से बैठाये जाने का डर दिखाकर कम अवधि के लिए गेट पास बनवा रहे, ताकी मजदूरों को छंटनी का डर दिखा कर शोषण जारी रखें। इस पर प्रबंधन ने स्पष्ट किया एक या दो बार ही किसी ठेकेदार को अस्थाई रूप से गेट पास जारी किया जाता है।
वह भी 7 दिन का, उसके बाद ठेका अवधि तक या अधिकतम 1 वर्ष तक का गेट पास जारी किया जाता है। फिर अगर ऐसा कोई ठेकेदार के द्वारा किया जा रहा तो जाँच कर उचित पहल करने का आश्वासन दिया।
संगठन के साथ हुई बैठक में आईआर विभाग से महाप्रबंधक जेएन ठाकुर, महाप्रबंधक विकास चंद्रा, उप प्रबंधक शशांक राव उपस्तिथ थे। वहीं, संगठन की ओर से अध्यक्ष शांतनु मरकाम, महासचिव योगेश सोनी, उपाध्यक्ष उमराव सिंह पूरामे, कोषाध्यक्ष रूपेंद्र ठाकुर, सचिव एम लोकेश, नागेश्वर, सहित अन्य साथी उपस्तिथ थे।