- शेयर बाजार के बढ़ने-घटने के अनुसार संचित हो रही एनपीएस की राशि भी बढ़ती घटती रहती है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (National Pension System) एनपीएस और शेयर बाजार को लेकर बड़ा दावा किया जा रहा है। सेल के भिलाई स्टील प्लांट (SAIL – Bhilai Steel Plant) के सेवानिवृत्त हो रहे कर्मियों को एनपीएस एवं अन्य आर्थिक मामलों की जानकारी प्रबंधन से मांगी गई है।
महाप्रबंधक (आई आर सी एल सी) को बीएसपी की पूर्व मान्यता प्राप्त यूनियन सीटू ने पत्र लिखकर नई बहस छेड़ दिया है। सीटू महासचिव जगन्नाथ प्रसाद त्रिवेदी का कहना है कि भिलाई इस्पात संयंत्र में कार्यरत कर्मियों के एनपीएस एकाउंट में संयंत्र प्रबंधन द्वारा निर्धारित राशि जमा किया जाता है।
कर्मियों के सेवानिवृत्त होने पर एनपीएस में संचित निवेशित राशि निकाल कर पेंशन उपलब्ध कराने वाले फंड आपरेटरों के माध्यम से पुनः निवेश किया जाता है। यह व्यवस्था पूर्णतः शेयर बाजार के उतार चढ़ाव पर निर्भर रहता है।
शेयर बाजार के बढ़ने-घटने के अनुसार संचित हो रही एनपीएस की राशि भी बढ़ती घटती रहती है। जिसके कारण कर्मियों को शेयर बाजार आधारित लाभ या नुकसान उठाना पड़ता है।
भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) में कार्यरत एवं सेवानिवृत हो रहे अधिकांश कर्मियों को यह ज्ञात ही नहीं है कि यदि शेयर बाजार अत्यधिक गिरावट की स्थिति में है, तो एनपीएस में निवेशित राशि (जो शेयर बाजार के जोखिमों के अधीन होने के कारण अपने मूल से बहुत ज्यादा घट गई है) को सेवानिवृत होने के साथ ही निकाल लेना चाहिए या शेयर बाजार के गिरावट से होने वाले नुकसान से बचने के लिए कुछ दिनों अथवा महीनों के लिए एनपीएस खाते में ही निवेशित रहने के लिए छोड़ा देना चाहिए।
और पुनः शेयर बाजार के लाभ की स्थिति में आने पर पेंशन के लिए आवेदन प्रस्तुत किया जाना चाहिए। उपरोक्त संदर्भ में जानकारी के अभाव में सेवानिवृत्त कर्मियों में संशय की स्थिति बनी रहती है।
विशेषज्ञ अधिकारियों-कर्मचारियों की टीम नियुक्त करें
साथ ही साथ सही निवेश के संदर्भ में उचित सलाह देने के लिए आयोजित किए जाने वाले क्लास में संयंत्र के तरफ से विशेषज्ञ अधिकारियों-कर्मचारियों की टीम नियुक्त की जाए, ताकि सेवानिवृत हो रहे कामगार वित्तीय निवेशक एजेंट के चंगल में फंसे बिना अपनी पूंजी के निवेश के लिए सही निर्णय ले सकें।
निवेश करने की योजनाओं की जानकारी दें
प्रबंधन से आग्रह किया गया है कि भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) द्वारा सेवानिवृत्ति से पूर्व एचआर एलएंडडी विभाग में सेवानिवृन होने पर प्राप्त संचित राशि को अलग-अलग माध्यमों में निवेश करने की योजनाओं की जानकारी देने के साथ एनपीएम में सचित निवेशित राशि को शेयर बाजार के स्थिति के अनुसार निकालने या कुछ समय छोड़ने के सम्बन्ध में भी परामर्श दिया जाए।
एनपीएस के संदर्भ में सेवानिवृत कर्मियों को प्रबंधन दे उचित सलाह
सीटू अध्यक्ष विजय जांगड़े का कहना है कि प्रबंधन के दबाव के चलते कार्मिक विभाग के कहने पर प्राण अकाउंट बनाकर कर्मियों ने कार्मिक विभाग को सौंपा एवं कार्मिक विभाग ने उचित कार्यवाही करवाकर वेतन समझौता के दौरान पेंशन फंड में दिए जाने वाले राशि को एनपीएस में भेजना शुरू करवाया, जोकि शेयर मार्केट के अधीन रहता है।
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मौजूदा समय में शेयर बाजार बहुत ज्यादा गिरावट पर है, जिसके चलते एनपीएस में जमा राशि में भारी गिरावट हो गई है। ऐसे में सेवानिवृत हो रहे कर्मी संशय में है कि वे क्या करें। इस स्थिति में सेवानिवृत हो रहे कर्मियों को उचित मार्गदर्शन एवं परामर्श देने के संदर्भ में सीटू ने महाप्रबंधक औद्योगिक संबंध विभाग के नाम पत्र लिखकर जे एन ठाकुर से मुलाकात की। जेएन ठाकुर ने उपरोक्त संदर्भ में आवश्यक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।
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बढ़ती घटती रहती है शेयर मार्केट के अधीन निवेशित राशि
भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) में कार्यरत कर्मचारियों के एनपीएस एकाउंट में संयंत्र प्रबंधन द्वारा निर्धारित राशि जमा किया जाता है। कर्मियों के सेवानिवृत्त होने पर एनपीएस में संचित निवेशित राशि निकाल कर पेंशन उपलब्ध कराने वाले फंड आपरेटरो के माध्यम से पुनः निवेश किया जाता है।
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यह व्यवस्था पूर्णतः शेयर बाजार के उतार चढ़ाव पर निर्भर रहता है। शेयर बाजार के बढ़ने घटने के अनुसार संचित हो रही एनपीएस की राशि भी बढ़ती घटती रहती है। जिसके कारण कर्मियों को शेयर बाजार आधारित लाभ या नुकसान उठाना पड़ता हैं
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