- इंटक के बैनर तले नारेबाजी करते हुए दुर्गापुर स्टील प्लांट के कर्मचारी डीआइसी के रूम में घुसने की कोशिश की।
सूचनाजी न्यूज, दुर्गापुर। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल के दुर्गापुर स्टील प्लांट के कर्मचारियों का गुस्सा भी बोनस को लेकर सातवें आसमान पर है। शुक्रवार दोपहर को डायरेक्टर इंचार्ज सुरजीत मिश्र के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रबंधन विरोधी नारेबाजी की। साथ ही प्रबंधन को चेतावनी दी गई है कि अगर 6 अक्टूबर से पहले तत्काल सम्मानजनक ASPLIS बोनस को लेकर सकारात्मक फैसला नहीं लिया गया तो 6 अक्टूबर के बाद प्लांट बंद कर दिया जाएगा।
इंटक के बैनर तले नारेबाजी करते हुए दुर्गापुर स्टील प्लांट के कर्मचारी डीआइसी के रूम में घुसने की कोशिश की। लेकिन, इससे पहले ही सीआइएसएफ जवानों ने घेराबंदी करके रोक दिया। कहासुनी हुई। हंगामा हो गया। डीआइसी कार्यालय की ओर से कहा गया कि ईडी एचआर से मिलकर ज्ञापन सौंप दीजिए।
इसके बाद प्रदर्शनकारी इस्पात भवन में ईडी एचआर के कार्यालय के बाहर घेराव कर दिए। कार्यालय में भीड़ घुसने की कोशिश करती रही, लेकिन यहां भी कामयाबी नहीं मिल सकी। अंत में चार यूनियन नेता अंदर गए और ज्ञापन सौंप दिया।
इंटक यूनियन के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया। महासचिव रजत दीक्षित के संयोजन में शुक्रवार दोपहर 2 बजे से आक्रोशित कर्मचारियों ने विरोध में आवाज बुलंद किया। सेल प्रबंधन द्वारा केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की मांगों की अनदेखी कर सेल कर्मचारियों को न्यूनतम वार्षिक पूजा बोनस का भुगतान जबरन किए जाने के विरोध में इंटक डीएसपी ने काला दिवस मनाया। डीआईसी कार्यालय के सामने विरोध कार्यक्रम भी आयोजित किया।
यूनियन के एक प्रतिनिधिमंडल ने एक ज्ञापन सौंपकर मांग की कि लाभांश के अनुसार “बढ़ा हुआ पूजा बोनस” कर्मचारियों में तुरंत वितरित किया जाए और एमओए पर हस्ताक्षर करके पूर्ण एनजेसीएस बैठक तुरंत की जाए।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सदस्यों के साथ यूनियन के संयुक्त सचिव/संयोजक रजत दीक्षित, कार्यकारी अध्यक्ष परेश नाथ कर्मकार, उपाध्यक्ष राणा सरकार, समीर कुमार रॉय, असीम मसान, शुभंकर बोस, देवव्रत साहा, संजीव घोष, दीपांकर दुबे, रीपा दास चौधरी और अन्य नेता उपस्थित थे।