SAIL बोनस से बवाल, भिलाई में 24 को CITU-BAKS उतर रहा सड़क पर, रैली, जूते की माला, कालिख पोतने का इंतजाम

SAIL Bonus without NJCS agreement Creates Ruckus, CITU-BAKS to Protest in Bhilai on 24th
  • सीटू ने उठाया बोनस बैठक को लेकर कई सवाल। खाते में 29500 आया तो सामने आ जाएगी प्रबंधन की सच्चाई।
  • प्रबंधन के सामने तर्कसंगत बातों को रखने के बावजूद प्रबंधन बेतुके तरीके से ना करता रहता है। इसके लिए संघर्ष एकमात्र विकल्प है।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल कर्मचारियों के खाते में 29 हजार 500 और ट्रेनीज को 23 हजार 600 बोनस के रूप में देने के फैसले पर सीटू ने सड़क पर उतरने का फैसला कर लिया है। स्टील वर्कर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया-एसडब्ल्यूएफआई के आह्वान पर बुधवार 24 सितंबर को बोरिया गेट में सीटू, प्रबंधन के अड़ियल मनमर्जी के खिलाफ प्रदर्शन करने जा रहा है।

इधर-एकतरफा बोनस क्रेडिट करने तथा यूनियन चुनाव नहीं कराने के विरुद्ध बीएकेएस भिलाई का आक्रोश रैली 24 सितम्बर को है। एनजेसीएस नेताओ तथा मैनेजमेंट के पुतलो की चप्पल और जूतों से सामूहिक पिटाई तथा कालिख पोत कर गुस्से का इजहार किया जाएगा। फिर सामुहिक हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया जाएगा।

बीएकेएस यूनियन की अपात बैठक में सभी सदस्यों ने निर्णय लिया कि प्रबंधन और एनजेसीएस यूनियनों की तानाशाही भरे रवैये के विरुद्ध 24 सितम्बर को एसबीआई चौक से मुर्गा चौक तक आक्रोश रैली निकाला जाएगा।

आक्रोश रैली मुर्गा चौक पर सभा का रूप लेगी। जिसमे बोनस मीटिंग मे शामिल सभी नेताओं और प्रबंधन के पुतले को जूते चप्पल की माला पहनाई जाएगी तथा उससे पीटा जाएगा।

अध्यक्षा अमर सिंह का कहना है कि

अध्यक्षा अमर सिंह का कहना है कि एनजेसीएस नेताओं तथा सेल कारपोरेट कार्यालय में बैठे प्रबंधन के लोगों ने हालत ऐसा खराब कर दिया है कि कर्मचारी अब आर पार के मूड में हैं। इसलिए इस आक्रोश रैली से  मैनेजमेंट और नेताओं को स्पष्ट संदेश दे रहे है। बोनस फॉर्मूला को नहीं बदला गया तथा यूनियन चुनाव नहीं कराए गए तो हमारी यूनियन हड़ताल में जाएगी।

सीटू महासचिव जेपी त्रिवेदी ने कहा

सीटू महासचिव जेपी त्रिवेदी ने कहा-20 सितंबर को बोनस पर बात करने के लिए सब कमेटी की बैठक हुई, जिसमें यूनियनों ने तर्क के साथ ₹40500/- देने की बात को रखा। वहीं, प्रबंधन शुरू से ही भ्रमित करने वाले फार्मूले का हवाला देकर ₹29500/- देने की बात करने लगा।

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यूनियनें धीरे-धीरे उतरकर ₹32500/- पर आ गईं और प्रबंधन का आखिरी प्रस्ताव 31000/- से आगे बढ़ने को तैयार नहीं हुआ। बैठक बिना किसी सहमति के समाप्त हो गई और अब यह बात सामने आ रही है कि स्थानीय प्रबंधन ने बोनस खाते में डालने के लिए पूरी तैयारी कर ली है तथा 31000/- का प्रस्ताव देने वाला सेल प्रबंधन ₹29500/- कर्मियों के खाते में डालने जा रहा है। यदि ऐसा हुआ तो कर्मियों के सामने प्रबंधन के बातों की सच्चाई एवं ईमानदारी सामने आ जाएगी।

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1000 बोनस बढ़ने से सेल का खर्च होता है लगभग चार करोड़ रुपए

प्रबंधन ने बोला कि 1000/ बोनस बढ़ाने पर लगभग चार करोड़ रुपए का अतिरिक्त खर्च आता है किंतु यह बात प्रबंधन कभी भी अधिकारियों को पीआरपी देते समय नहीं कहता है जिन कर्मियों के बूते पर उत्पादन होता है। उन्हीं के लिए प्रबंधन पाई पाई का हिसाब जोड़ने लगता है। लेकिन प्रबंधन एक बात अच्छे से समझ ले कि 3000 करोड़ रुपए का मुनाफा केवल और केवल कर्मियों के मेहनत से किए जाने वाले उत्पादन के बल पर हो रहा है इसलिए कर्मियों की धैर्य की परीक्षा ना ले।

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एकता तोड़ने की कोशिश नाकाम रही प्रबंधन की

सीटू नेताओं ने कहा-बोनस बैठक के दिन प्रबंधन यूनियनों के साथ ना सिर्फ अनर्गल बयान बाजी करता रहा, बल्कि यूनियनों की एकता तोड़ने की नाकाम कोशिश भी किया। किंतु कामयाब नहीं हो सका अपने कोशिशों में नाकाम होता देख प्रबंधन झुंझला भी गया और बैठक को बिना नतीजे पर पहुंचते ही समाप्त भी कर दिया, जिसकी सच्चाई अब लोगों के सामने आने लगी है।ज्ञात हो कि

प्रबंधन की ऐसी ही कोशिश 22 से 27 जून 2021 को वेतन समझौता के ऑनलाइन मीटिंग में भिलाई इस्पात संयंत्र सहित सभी संयंत्रों के कर्मी देख चुके हैं इसीलिए कर्मी अब प्रबंधन के झांसे में नहीं आने वाले।

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बिना संघर्ष के कुछ नहीं देता प्रबंधन

सीटू ने कहा कि प्रबंधन लगातार तानाशाह होता जा रहा है। कर्मियों का प्रतिनिधित्व करने वाले यूनियनों की बैठक तो बुलाता है। किंतु उनके सामने ऐसे प्रस्ताव को रखता है जिसे मानना संभव नहीं है। प्रबंधन के सामने तर्कसंगत बातों को रखने के बावजूद प्रबंधन बेतुके तरीके से ना करता रहता है। इसके लिए संघर्ष एकमात्र विकल्प है।