- बीएसपी के एक ईमानदार अधिकारी ने कहा-ठेकेदार ने मजदूर को कम वेतन दिया था, जिसको लेकर हंगामा हुआ।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल के भिलाई स्टील प्लांट के मजदूरों को कम वेतन ठेकेदार दे रहे हैं। पूरा वेतन न देने का मामला हर बार उठता है। लेकिन, कार्रवाई के नाम पर सिर्फ रस्म अदायगी होती है। इस बार कोक ओवन के करीब 170 मजदूरों ने मोर्चा खोल दिया। 3 घंटे तक काम ठप किया। हड़कंप मचा। अधिकारियों के दबाव में ठेका कंपनी ने कुछ हद तक पेमेंट किया, लेकिन अभी भी पूरा पेमेंट मजदूरों को नहीं मिल सका है।
हर माह 7 से 10 तारीख तक मजदूरों के वेतन भुगतान की मियाद तय है। 11 नवंबर को जेबी ट्रेडर्स ने मजदूरों को वेतन भुगतान किया। कम पेमेंट आने से मजदूर भड़क गए। प्रबंधन से शिकायत की, लेकिन कहीं कोई सुनवाई न होने से आक्रोशित मजदूरों ने बवाल काट दिया।
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कोक ओवन बैटरी 1-2 के करीब 170 मजदूर एकजुट हुए। कुछ मजदूर कामकाज को छोड़कर बैटरी नंबर 5-6 की कैंटीन के पास जुटे। जीएम अतुल गोस्वामी समझाने के लिए पहुंचे। इंटक ठेका यूनियन के अध्यक्ष संजय साहू ने मजदूरों के पेमेंट को लेकर उच्च प्रबंधन से वार्ता की। सुबह 6 से 9 बजे तक हंगामा होता रहा।
मजदूरों का आरोप था कि प्रबंधन को सबूत देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। ऐसे आरोपित ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाना चाहिए। पीएफ राशि में भी हेराफेरी की जाती है। 10-12 हाजिरी ही दर्शाई जाती थी।
एक मजदूर ने ठेका कंपनी जेबी ट्रेडर्स पर आरोप लगाते हुए बताया कि हर माह वेतन में कटौती होती है। 8 ओवर टाइम और 26 हाजिरी के लिए कुल 19 हजार 460 रुपए वेतन बनता है। लेकिन, ठेकेदार ने 17 हजार 596 रुपए रुपए ही पेमेंट किया है। 1864 रुपए बाकी था। हंगामे के बाद 1545 रुपए दिया गया, अब भी 319 रुपए बाकी है।
कुछ अधिकारियों की ओर से यह जानकारी दी गई कि ठेकेदार की ओर से जो पेमेंट किया गया था, उसका मैसेज मजदूरों को नहीं मिल सका था। ओवर टाइम का मैसेज आया और पेमेंट का मैसेज नहीं आया था।
ठेकेदार लिस्ट लेकर आया था। दूसरी ओर बीएसपी के एक ईमानदार अधिकारी ने बताया कि ठेकेदार ने मजदूर को कम वेतन दिया था, जिसको लेकर हंगामा हुआ। इसके साक्ष्य प्रबंधन के पास मौजूद है। इसलिए ठेकेदार गलतियों से सबक ले।
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