नवाचार का ऑस्कर और इंजीनियरिंग का नोबेल पुरस्कार कहलाने वाले R&D 100 अवॉर्ड Tata Steel को

Tata Steel Receives the RD 100 Award known as the Oscar of Innovation and the Nobel Prize of Engineering
  • टाटा स्टील को हाइड्रोजन परिवहन हेतु API X65 ग्रेड पाइपों के डिज़ाइन एवं विकास हेतु R&D 100 पुरस्कार मिला।

सूचनाजी न्यूज, मुंबई/जमशेदपुर। टाटा स्टील को हाइड्रोजन परिवहन हेतु API X65 पाइप के डिज़ाइन एवं विकास के लिए मैकेनिकल/मटेरियल श्रेणी में 63वाँ R&D 100 पुरस्कार मिला है। यह परियोजना कंपनी के अनुसंधान एवं विकास प्रभाग के उत्पाद विकास अनुसंधान समूह द्वारा संचालित है। यह पुरस्कार भारत के स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन के अनुरूप प्रौद्योगिकी-आधारित उत्पाद विकसित करने की टाटा स्टील की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।

अक्सर “नवाचार का ऑस्कर” या “इंजीनियरिंग का नोबेल पुरस्कार” कहे जाने वाले R&D 100 पुरस्कारों को 1963 से ही महान R&D अग्रदूतों और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में उनके क्रांतिकारी विचारों को सम्मानित करने वाले सबसे प्रतिष्ठित नवाचार पुरस्कार कार्यक्रमों में से एक माना जाता रहा है। यह प्रतिष्ठित सम्मान टाटा स्टील को वैश्विक मंच पर अत्याधुनिक अनुसंधान में अग्रणी स्थान पर रखता है।

Vansh Bahadur

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ग्लोबल मार्केट में टाटा स्टील की मजबूत पकड़

टाटा स्टील के प्रौद्योगिकी, अनुसंधान एवं विकास, एनएमबी और ग्राफीन के उपाध्यक्ष, सुबोध पांडे ने कहा: “आरएंडडी 100 पुरस्कार जीतना, लगातार विकसित हो रही घरेलू और वैश्विक माँग के अनुरूप नवीन उत्पादों और समाधानों के निर्माण में टाटा स्टील की प्रतिबद्धता और सिद्ध क्षमताओं का प्रमाण है।

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यह पुरस्कार हमें अनुसंधान और नवीन तकनीकों में निवेश जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करता है जो हमें वैश्विक बाज़ार में प्रभावी ढंग से प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बना सकें। हम टाटा स्टील के प्रयासों को मान्यता देने के लिए आरएंडडी जगत और प्रतिष्ठित निर्णायक मंडल के आभारी हैं।”

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राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन की घोषणा के बाद से…

टाटा स्टील का अनुसंधान एवं विकास प्रभाग, मार्च 2022 में राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन की घोषणा के बाद से हाइड्रोजन परिवहन के लिए नवीन और टिकाऊ समाधान विकसित करने में व्यापक रूप से लगा हुआ है।

…भारत की पहली स्टील कंपनी बन गई

इस वर्ष जनवरी में, टाटा स्टील हाइड्रोजन के परिवहन के लिए पाइप विकसित करने में संपूर्ण क्षमताओं का प्रदर्शन करने वाली भारत की पहली स्टील कंपनी बन गई, जो देश के राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

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हॉट रोल्ड स्टील के डिज़ाइन और विकास से लेकर पाइप निर्माण तक, संपूर्ण तकनीकी विकास, कंपनी के ही आंतरिक स्तर पर किया गया। टाटा स्टील के खोपोली संयंत्र में कंपनी के कलिंगनगर संयंत्र में निर्मित स्टील का उपयोग करके संसाधित एपीआई एक्स65 इलेक्ट्रिक रेजिस्टेंस वेल्डेड (ईआरडब्ल्यू) पाइप, हाइड्रोजन परिवहन के लिए आवश्यक सभी महत्वपूर्ण गुणों को सफलतापूर्वक पूरा करते हैं।

हाइड्रोजन योग्यता परीक्षण इटली में किए गए

हाइड्रोजन योग्यता परीक्षण इटली के रीना-सीएसएम एस.पी.ए. में किए गए, जो हाइड्रोजन से संबंधित परीक्षण और लक्षण-निर्धारण के लिए एक अग्रणी अनुमोदन एजेंसी है। इन हाइड्रोजन-अनुपालक एपीआई एक्स65 ग्रेड पाइपों का उपयोग उच्च दाब (100 बार) पर 100% शुद्ध गैसीय हाइड्रोजन के परिवहन के लिए किया जा सकता है।