Suchnaji

RINL आंदोलन का 1000वां दिन: अडानी के बाद अब जिंदल का आया नाम, Bhilai में भी Go Back नारा

RINL आंदोलन का 1000वां दिन: अडानी के बाद अब जिंदल का आया नाम, Bhilai में भी Go Back नारा
  • यूनियन नेता बोले-विशाखापत्तनम स्टील प्लांट के 5000 साथियों की रैली जब गंगवरम पोर्ट पर प्रदर्शन किया तो अडानी विशाखापट्टनम स्टील प्लांट खरीदने से पीछे हट गए। अब जिंदल इस प्लांट में घुसना चाहता है।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) की संयुक्त ट्रेड यूनियन ने RINLके निजीकरण के विरोध में चलाए जा रहे धरने के 1000 दिन पूरे होने पर इंटक ऑफिस में सभा कर ट्रेड यूनियन आंदोलन का समर्थन किया।

AD DESCRIPTION

ये खबर भी पढ़ें :  Demonetization: राहुल गांधी बोले-नोटबंदी 99% आम भारतीयों पर हमला, 1% पूंजीपति मोदी ‘मित्रों’ को फायदा

AD DESCRIPTION AD DESCRIPTION

विशाखापट्टनम स्टील प्लांट (RINL) में संघर्ष के 1000 दिन पूर्ण हो गए हैं। इस एकजुटता कार्यक्रम में इंटक, सीटू, एटक, एचएमएस, ऐक्टू, बीएमएस इस्पात श्रमिक मंच, स्टील वर्कर्स यूनियन शामिल हुए।

ये खबर भी पढ़ें :  Bhilai Steel Plant के OHP के अधिकारी-कर्मचारी के हिस्से आया शिरोमणि अवॉर्ड

श्रमिक नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा विशाखापट्टनम स्टील प्लांट RINL को बेचने की कोशिश के खिलाफ शुरू हुआ संघर्ष आज 8 नवंबर 2023 को 1000 दिन पूरा कर लिया।

ये खबर भी पढ़ें :  CG Assembly Election 2023: पहले फेज में 71.11 वोटिंग, बढ़ सकता है आंकड़ा, देखिए बस्तर और दुर्ग संभाग  का ब्यौरा

इन संघर्षों के दौरान विशाखापट्टनम स्टील प्लांट की यूनियनें, ऑफिसर्स एसोसिएशन संयंत्र के लिए जमीन दिए लोग, संयुक्त मोर्चा के बैनर तले अपने संयंत्र को बचाने के लिए अनेकों आंदोलन को अंजाम दिया। हर दिन संयंत्र के गेट पर धरना दिया जाता है।

ये खबर भी पढ़ें :  SAIL के दिव्यांग कर्मचारियों-अधिकारियों को अब मिलेगा 975 रुपए Additional Transport Allowance

विशाखापट्टनम से शुरू हुआ यह आंदोलन अब 6 जिलों में फैल चुका है। जन जागरण हेतु डेढ़ हजार किलोमीटर का मोटरसाइकिल जत्था निकाला गया। सैकड़ों किलोमीटर की पदयात्राएं हुई। रात्रि जागरण कार्यक्रम, छोटी-छोटी नुक्कड़ सभाएं, बड़ी-बड़ी आम सभाओं से लेकर हर तरह के गतिविधियों को लगातार संचालित किया जा रहा है।

ये खबर भी पढ़ें :  एटीएम कार्ड, डेबिट कार्ड ब्लॉक कैसे करें: ATM Card, Debit Card Block kaise karen

विशाखापट्टनम स्टील प्लांट को निजीकरण होने से बचने के लिए किया जा रहा संघर्षों का यह श्रृंखला एवं सिलसिला अपने आप में बेमिसाल है।

केंद्र सरकार हर हाल में बेच देना चाहता है विशाखापट्टनम प्लांट को

श्रमिक  नेताओं का गुस्सा केंद्र सरकार पर उतरा। नेताओं नेकहा- मौजूदा केंद्र सरकार अपने पहले कार्यकाल में ही देश के सार्वजनिक उद्योगों को बेचने के सूची में विशाखापट्टनम स्टील प्लांट का नाम डाल चुका था।

ये खबर भी पढ़ें :  SAIL Bonus 2023: अलॉय स्टील प्लांट में भी पांचों यूनियन ने खोला मोर्चा, CGM works का घेराव

भिलाई इस्पात संयंत्र के बाद सोवियत रूस के मदद से निर्माण किया गया विशाखापट्टनम स्टील प्लांट, स्टील बनाने के क्षेत्र में नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर चुका है।

वर्तमान में 7.4 मिलियन टन उत्पादन की क्षमता विकसित कर लिया है। किंतु केंद्र सरकार किसी भी कीमत पर अपने कॉरपोरेट घराने के मित्रों को इस उद्योग एवं उसे उद्योग के जमीन को सौंप देना चाहती है।

ये खबर भी पढ़ें :  पेंशन की गणना, पात्र, ग्रेच्युटी और Voluntary Retirement की ताजा खबर

वास्तविकता यह है कि विशाखापट्टनम में स्थित गंगवरम पोर्ट को अडानी को दिया गया है। गंगवरम पोर्ट के रास्ते ऑस्ट्रेलिया से लाया हुआ कोयला को डंप करने के लिए इस इलाके की जमीन की आवश्यकता है।

इसीलिए गौतम अडानी विशाखापट्टनम स्टील प्लांट को खरीद कर उस जमीन को अपने डंपिंग यार्ड के रूप में इस्तेमाल करना चाहता था।

ये खबर भी पढ़ें :  CG Election 2023: छत्तीसगढ़ के ये दिग्गज डॉ.रमन सिंह, मो.अकबर और गिरीश देवांगन खुद के लिए नहीं डाल पाए एक भी वोट जानें बड़ी वजह

अडानी के बाद अब जिंदल घुसना चाहता है विशाखापट्टनम स्टील प्लांट में

यूनियन नेता अपनी बात रखते हुए बोले-विशाखापत्तनम स्टील प्लांट के 5000 साथियों की रैली जब गंगवरम पोर्ट पर प्रदर्शन किया तो अडानी विशाखापट्टनम स्टील प्लांट खरीदने से पीछे हट गया, उसके बाद अभी जिंदल इस प्लांट में घुसना चाहता है।

ये खबर भी पढ़ें :  Bhilai Steel Plant: सिंटर प्लांट 3 के ठेका मजदूरों को अधिकारियों-कर्मचारियों ने दिया दीपावली गिफ्ट

पिछले दिनों टाटा ने नीलांचल स्टील को खरीद लिया। यह बात सामने आ रही है कि जिंदल ने नगरनार प्लांट को गुपचुप तरीके से ले लिया है, उसके बाद से जिंदल की नजर विशाखापत्तनम स्टील प्लांट पर है और विशाखापट्टनम स्टील प्लांट के कर्मी एवं जनता “जिंदल गो बैक” के नारे के साथ आंदोलनरत है

ये खबर भी पढ़ें :  Bhilai Steel Plant: सिंटर प्लांट 3 के ठेका मजदूरों को अधिकारियों-कर्मचारियों ने दिया दीपावली गिफ्ट