कुछ समय बाद पहचान नहीं पाएंगे रायपुर रेलवे स्टेशन, 42 लिफ्ट, 24 एस्केलेटर और शानदार बिल्डिंग

  • बदलेगी तस्वीर स्टेशन रायपुर की। 463 करोड़ रुपये की लागत से होगा रायपुर स्टेशन का होगा पुनर्विकास।

सूचनाजी न्यूज, रायपुर। रेल मंत्रालय के महत्वाकांक्षी परियोजना के अंतर्गत यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधा प्रदान करने के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत स्टेशनों के कायाकल्प की तैयारी चल रही है। अगस्त में प्रधानमंत्री के द्वारा देश के 500 से अधिक रेलवे स्टेशनों के साथ  रायपुर स्टेशन के पुनर्विकास के कार्य का भी  शिलान्यास किया गया।

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लगभग 70 एकड़ में विस्तृत रायपुर स्टेशन को आने वाले 45 सालों के यात्रियों की संख्या को ध्यान में रख कर इस वृहत कार्य की योजना बनाई गई है।
रायपुर रेलवे स्टेशन को विकसित करने का लक्ष्य रेल  यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं और  बेहतर यात्रा  अनुभव प्रदान करना  है । रेलवे स्टेशन के आसपास अच्छी व्यवस्थाएं होने से आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा ।

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रेलवे देश की लाइफलाइन है। रेलवे लगातार यात्री सेवा को सुलभ करने के लिए नवीनतम तकनीक, सुविधाओं और बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने पर काम कर रही है।  इसी कड़ी में देशभर के रेलवे स्टेशनों की कायापलट करने पर काम किया जा रहा है शहरों की पहचान भी रेलवे स्टेशनों से जुड़ी होती है।

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रायपुर शहर की इतिहास में रायपुर रेलवे स्टेशन महत्वपूर्ण रूप से जुड़ा हुआ है। ऐसे में जरूरी है कि रेलवे स्टेशनों को आधुनिक स्वरूप में ढाला जाए। जब रायपुर आधुनिक स्टेशन बनेंगा  तो इससे एक नया माहौल भी बनेगा। जब देशी विदेशी पर्यटक यहां पहुंचेंगे तो यहां की तस्वीर उसकी नजरों में यादगार बनेगी।

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अमृत भारत स्टेशन योजना का मकसद सुविधाओं की शुरुआत के साथ मौजूदा सुविधाओं के अपग्रेडेशन पर भी काम करना है।  योजना के तहत रायपुर शहर के दोनों किनारों पर उचित एकीकरण के साथ  स्टेशन को सिटी सेंटर के रूप में विकसित करने तथा शहर को दोनों तरफ से जोड़ने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जा रहा है।

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स्टेशन भवन का डिजाइन छतीसगढ़ के स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा। यह रेलवे स्टेशन रायपुर  शहर या स्थान की खूबसूरती को प्रदर्शित करेगा।

वर्तमान में रायपुर स्टेशन से प्रतिदिन लगभग 52,273 यात्रियों का आवागमन हो रहा है, जबकि आने वाले 45 वर्षों में यात्रियों की संख्या प्रतिदिन लगभग 1 लाख 32 हजार के अनुरूप इसे विकसित किया जा रहा है। स्टेशन में प्रवेश एवं निकास के मार्ग अलग-अलग किया जा रहा है, जिससे यात्रियों को भीड़भाड़ का सामना नहीं करना पड़ेगा।

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कांन्कोर्स में एकसाथ लगभग 760 यात्रियों के बैठने के लिए 3714 वर्ग मीटर  वेटिंग एरिया की व्यवस्था है। 1850 से अधिक वाहनों के लिए लगभग 43353 वर्ग मीटर की पार्किंग एरिया का प्रावधान किया गया है। 3 नए फुट ओवर ब्रिज 6 मीटर चौड़ाई का प्रावधान किया गया है। स्टेशन में व्यवसायिक प्रतिष्ठान एवं दुकाने होंगी। बुजुर्गों तथा दिव्यांग यात्रियों की विशेष सुविधा के लिए 42 लिफ्ट एवं 24 एस्केलेटर बनाए जाएंगे, जिससे यात्रियों को एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म जाने में आसानी होगी।

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पार्सल सर्विस मूवमेंट को यात्री आवागमन एरिया से अलग कर एक नए भवन में शिफ्ट किया जाना है। इसके साथ ही पार्सल गोदाम को वर्तमान के 1287 वर्ग मीटर से बढ़ाकर लगभग 3512 वर्ग मीटर किया जाना है।

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यात्रियों को दी जाने वाली जरूरी सुविधाओं में खान-पान, पीने का पानी, एटीएम, इंटरनेट, वॉशरूम, कवर शेड, स्टैंडर्ड साइनेज आदि शामिल है।  स्टेशन को विश्वस्तरीय रूप देते हुए ग्रीन स्टेशन का रूप दिया जा रहा है, जहां प्राकृतिक रौशनी और वेंटिलेशन का प्रावधान होगा।

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स्टेशन पर वरिष्ठ नागरिक एवं दिव्यांग  जन के अनुकूल सुविधाएं होंगी। पुनर्विकास के बाद रायपुर स्टेशन हाईटेक यात्री सुविधाओं के साथ टेक्नोलॉजी, स्थानीय संस्कृति और समृद्ध विरासत का आकर्षक केंद्र बनेगा।

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यात्रियों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ रोजगार बढ़ने की व्यापक संभावना विकसित होगी जिसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलेगा। रेलवे स्टेशन सिटी के दोनों तरफ जुड़कर सिटी सेंटर की तरह विकसित होगा।

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