भारतीय रेलवे द्वारा लंबे वेल्डेड रेल पैनल 260 M की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेल की यह वेल्डिंग प्लांट भिलाई इस्पात संयंत्र, यूनिवर्सल रेल मिल व रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल से लंबे रेल पैनल की आपूर्ति को बढ़ाएगी।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने साबरमती स्थित फ्लैश बट वेल्डिंग प्लांट (FBWP) से 260-मीटर पैनल का पहला रेक भेजकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।
भारतीय रेलवे द्वारा लंबे वेल्डेड रेल पैनल 260 मीटर की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेल की यह वेल्डिंग प्लांट भिलाई इस्पात संयंत्र, यूनिवर्सल रेल मिल व रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल से लंबे रेल पैनल की आपूर्ति को बढ़ाएगी।
भारतीय रेलवे द्वारा लंबे वेल्डेड रेल पैनल 260 M की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेल की यह वेल्डिंग प्लांट भिलाई इस्पात संयंत्र, यूनिवर्सल रेल मिल व रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल से लंबे रेल पैनल की आपूर्ति को बढ़ाएगी।
भारतीय रेलवे की इस बढ़ी हुई मांग को पूरा करने…
भारतीय रेलवे की इस बढ़ी हुई मांग को पूरा करने के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु, सेल ने 13 और 26 M लंबी रेल को 260 M लंबे रेल पैनलों में वेल्डिंग करने के लिए साबरमती, अहमदाबाद में भारतीय रेलवे की फ्लैश बट वेल्डिंग प्लांट सुविधा का उपयोग करने का प्रस्ताव रखा।
26 दिसंबर, 2022 को भारतीय रेलवे के साथ एक एमओयू साइन किया गया और उसके बाद सेल-बीएसपी ने पश्चिमी रेलवे के साबरमती वेल्डिंग प्लांट का अधिग्रहण कर लिया।
260 M रेल पैनल रेक भेजा
प्लांट कमीशनिंग स्टेज पर था और कई चुनौतियों पर काबू पाने के बाद, 18 अक्टूबर, 2023 को एफबीडब्ल्यूपी-साबरमती से वाणिज्यिक उत्पादन शुरू हुआ। वेल्डिंग के लिए इनपुट रेल की आपूर्ति बीएसपी के रेल और स्ट्रक्चरल मिल से की गई। 6 नवंबर, 2023 को साबरमती स्थित फ्लैश बट वेल्डिंग प्लांट (FBWP) से पहला 260 M रेल पैनल रेक भेजा गया।
प्लांट को कमीशन करने, वेल्डिंग मापदंडों के मानकीकरण और एफबीडब्ल्यूपी साबरमती प्लांट को शुरू करने के लिए बीएसपी और आरडीसीआईएस-रांची की टीमों को तैयार किया गया था।
इन अधिकारियों का बड़ा योगदान
मुख्य महाप्रबंधक (ओएचपी) हेमन्त पाठक, मुख्य महाप्रबंधक (कॉर्पोरेट कार्यालय) पंकज पुरी, महाप्रबंधक (यूआरएम) रजत मुखर्जी, महाप्रबंधक (आरएसएम) प्रशांत लाखे, महाप्रबंधक (आरसीएल) केवी शंकर, महाप्रबंधक (सीएमओ) साई नटेश, महाप्रबंधक (आरडीसीआईएस) संजीव कुमार और प्रबंधक (आरसीएल) कुमार सौरभ ने साबरमती स्थित फ्लैश बट वेल्डिंग प्लांट का स्थायीकरण करने, वाणिज्यिक उत्पादन शुरू करने और एफबीडब्ल्यूपी-साबरमती से पहली रेक भेजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सेल के सेंट्रल मार्केटिंग आर्गेनाइजेशन (सी एम ओ) ने भी साबरमती स्थित इस प्लांट की स्थापना के लिए अहम सहयोग किया।
निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता, ईडी वर्क्स ने की तारीफ
इस ऐतिहासिक उपलब्धि में शामिल टीमों को बधाई देते हुए भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता और कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार ने इसकी सराहना की। उन्होंने साबरमती में शामिल बीएसपी टीम को बधाई दी और उन्हें संयंत्र की मापित क्षमता हासिल करने टीम भावना को बनाए रखने के लिए प्रेरित किया।
सेल की ओर से एफबीडब्ल्यूपी साबरमती परियोजना के नोडल अधिकारी और मुख्य महाप्रबंधक (यूआरएम) अनीश सेनगुप्ता ने, बीएसपी और साबरमती रेलवे टीम को बधाई दी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह उपलब्धि सभी सम्बंधित विभागों के आपसी सहयोग और टीम वर्क से संभव हुई है।
भारतीय रेलवे का भी आभार
उन्होंने सेल को 260 एम वेल्डेड पैनल के निर्माण हेतु साबरमती संयंत्र को संचालित करने का अवसर प्रदान करने के लिए भारतीय रेलवे का भी आभार व्यक्त किया। साबरमती सुविधा से सालाना 1 लाख टन 260 M वेल्डेड पैनल का उत्पादन सम्भावित है।
यह उपलब्धि न केवल सेल-बीएसपी की उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है, बल्कि देश की रेल विनिर्माण क्षमताओं में एक बड़ी छलांग का भी प्रतीक है। साथ ही सेल और भारतीय रेलवे के बीच घनिष्ठ सहयोग को भी दर्शाता है।