- पेंशनर्स ने लिखा-इस मोड़ पर ईपीएफओ या सरकार कोई फैसला क्यों नहीं ले रही है। और सिर्फ झूठा आश्वासन दे रही है।
सूचनाजी न्यूज, छत्तीसगढ़। रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी की जिंदगी कैसे गुजरती है। उसकी झलक Venkateswaran Ramasubrahmanyam
ने पेश की है। सोशल मीडिया के मंच पर खुलकर अपनी बात रखी। भावुक अंदाज में लिखा-बहुत सोचने के बाद आपको लिख रहा हूं। मैं अपने विचार में गलत ही सही, लेकिन इन दो वर्षों तक काफी अवलोकन करने के बाद ही मैं अपने विचार लेकर आया…।
उन्होंने लिखा-जेब में पैसा नहीं जिंदगी का काम नहीं, कहीं इज्जत नहीं, पेंशन फंड में सेवा देने और योगदान देने के बाद, निजी क्षेत्र के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को सड़क पर छोड़ दिया जाता है। डर और तनाव में रहते हैं। अंततः स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होती हैं।
ये खबर भी पढ़ें : EPS 95 पेंशन पर बड़ा अपडेट, EPFO-सरकार को घेरने का आया ये प्लान
अधिकांश वरिष्ठ ईपीएस 95 पेंशनभोगियों का भारी दिल और पीड़ा के साथ निधन हो गया है और कई और लोग कतार में हैं। इस मोड़ पर ईपीएफओ या सरकार कोई फैसला क्यों नहीं ले रही है। और सिर्फ झूठा आश्वासन दे रही है। क्या यह पेंशनरों को बेवकूफ नहीं बना रहे हैं? मांगे मान कर कितनी बड़ी रकम खर्च होगी? आखिर करोड़ों की रकम वापस पकड़कर दे रहे हैं।
ये खबर भी पढ़ें : अनुभव पुरस्कार योजना 2024: पेंशनभोगी ध्यान दें, आपके लिए मौका
पकी उम्र में पेंशनभोगी कहां जाएंगे। भूख और स्वास्थ्य के मुद्दों में मरेंगे…क्या यह अधिकारी चाहते थे, ऐसी लापरवाही क्यों? अभी भी समय है, देर नहीं हुई है। कृपया तुरंत कार्य करें और ईपीएस 95 पेंशनभोगी की मांगों को लागू करें।
ये खबर भी पढ़ें : EPFO की लेटलतीफी से EPS 95 हॉयर पेंशन में भारी नुकसान, ब्याज का अतिरिक्त भार
इनके अलावा Vilas Ramchandra Gogawale ने लिखा-Eps 95 पेंशनर्स संघर्ष समिती जिंदाबाद…। 12 जनवरी को पूरे देश में सभी राज्यों में, सभी शहर में, सरकार के खिलाफ ईपीएफओ ऑफिस के सामने सभी 75 लाख पेंशनर्स बड़ा आंदोलन किया। हम सब पेंशनर्स अब जीतेंगे या मरेंगे…। हम हमारा हक लेकर ही रहेंगे।
ये खबर भी पढ़ें : EPS 95 पेंशनर्स की EPFO से 7 बड़ी मांग, पढ़िए ताज़ा खबर
Rash Pal Sharma ने कहा-30साल नौकरी (सरकारी) करने के बाद पेंशन 2000 है। ये सबका साथ सबका विकास है क्या? मैं मोदी जी से पूछना चाहता हूं कि इस महंगाई में दो इंसानों के लिए काफी है क्या? जिनकी दवाई का खर्च महीने में 5000 है, वह कैसे जिएंगे।