रिटायर कर्मी, जिनको अभी तक पेंशन नहीं मिल पा रही है, उसके लिए कंपनी जल्द से जल्द प्रक्रिया को पूर्ण करेगी।
सूचनाजी न्यूज, छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ सीमेंट एवं खदान कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष उज्जवल दत्ता के नेतृत्व और अल्ट्राटेक प्रबंधन के बीच बैठक में एक बड़ा फैसला हो गया है। अल्ट्राटेक सीमेंट बैकुंठ में कर्मचारियों का पदनाम अब मजदूर नहीं कहलाएगा। अब उन्हें उनके तकनीकी कार्य के अनुरूप ही पदनाम दिया जाएगा। कर्मियों का ग्रेडेशन उनके डीयू डेट 1 जनवरी 2023 से किया गया।
ग्रेडेशन प्रक्रिया के पहले ऐसे कर्मी, जिनके परफॉर्मेंस में कमी रही है, उन्हें सुधार के लिए जानकारी दी जाएगी। कालोनी में बिजली बिल के दर में सुधार के लिए छत्तीसगढ़ के अन्य अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्री के बिजली बिल का मूल्यांकन कर, जो कर्मियों के लिए हितकारी होगा उसे लागू किया जाएगा।
यूनियन ने बताया कि साफ पानी कर्मियों को मिले इसके लिए कालोनियों व कार्यस्थलों पर भी वाटर फिल्टर लगाया जाएगा। इस पर सहमति बन चुकी है। वहीं, रिटायर कर्मी, जिनको अभी तक पेंशन नहीं मिल पा रही है, उसके लिए कंपनी जल्द से जल्द पक्रिया को पूर्ण करेगी।
इस पक्रिया को करने में यूनियन को भी शामिल करेगी। जिससे जल्द से जल्द पेंशन मिलने में हो रही दिक्कतों को पूरा कर कर्मियों का पेंशन चालू किया जा सके। नए पेंशन नीति कर्मियों को समझाने और उन्हें उनके फार्म भरने के लिए एक हेल्प डेस्क बनाया जाएगा। जिससे कर्मी इस योजना का लाभ ले सकें। नए ठेका कर्मी की भर्ती में कोरोना में मृत कर्मियों के परिवार के सदस्य, जिन्हे कार्य की आवश्कता है, उन्हे प्राथमिकता दिया जाएगा।
बैठक में प्रमुख से यूनियन के अध्यक्ष उज्जवल दत्ता, वरिष्ठ श्रमिक नेता अमित बर्मन, महासचिव रमेश तिवारी, उपाध्यक्ष छन्नूलाल कुर्रे, उपाध्यक्ष शेख समसूद्दीन, सह सचिव सतीश वर्मा, कार्यालय सचिव कमलेश यदू, वहीं, प्रबंधन की तरफ से अल्ट्राटेक सीमेंट के वाइस प्रेसिडेंट विकास वर्मा, सुधीन्द्र पंडा, आईआर हेड उदय लाल सिंह, श्रीष जैन, विनय जैन, शंकर दास वैष्णो उपस्थित थे। बता दें कि भिलाई स्टील प्लांट की यूनियन बीएसपी वर्कर्स यूनियन-बीडब्ल्यूयू ही सीमेंट में सक्रिय है।