- कभी प्रयास न करने से बेहतर है कि कोशिश करके असफल हो जाएं।
सूचनाजी न्यूज, छत्तीसगढ़। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 18वीं लोकसभा के लिए संसद सदस्य के रूप में शपथ ली है। प्रधानमंत्री ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा-“अपने देश की सेवा करने पर गर्व है। संसद सदस्य के रूप में शपथ ले रहा हूँ।” पीएम के शपथ लेने के साथ ही पेंशनर्स ने भी प्रतिज्ञा किया है कि ईपीएस 95 पेंशन आंदोलन को धार देते रहेंगे।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees Provident Fund Organization) के सदस्य कर्मचारी पेंशन योजना 1995 (Employees Pension Scheme 1995) की न्यूनतम पेंशन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। देशभर में आवाज उठ रही है।
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ईपीएफओ (EPFO) और ईपीएस 95 पेंशन (EPS 95 Pension) को लेकर सोशल मीडिया पर हर दिन सियासी बयानबाजी हो रही है। एडमिन गौतम चक्रवर्ती ने लिखा-मोदी जी के पास लोक शिकायत और पेंशन का प्रभार होने के कारण हमारी संभावनाएं धूमिल हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम अपना संघर्ष छोड़ दें। कमांडर सर और निस्वार्थ भाव से आंदोलन का नेतृत्व करने वाले अन्य नेता बधाई और प्रोत्साहन के पात्र हैं।
मैं स्वामी चिन्मयानंद जी को उद्धृत करता हूं: कभी प्रयास न करने से बेहतर है कि कोशिश करके असफल हो जाएं। हर चुनाव में भाजपा को हमारे क्रोध का खामियाजा भुगतना पड़ता है। हम अपने वोटों से भाजपा को हराएंगे। यह वादा है। मोदी जी, स्मृति ईरानी जी और इस चुनाव में हारे हुए भाजपा के कई अन्य बड़े नेताओं के चेहरे पर चोट, हताशा, शर्म और शर्मिंदगी के निशान हैं।
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वे मुस्कुराने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन व्यर्थ। हर बार जब नायडू और नीतीश मोदी जी और भाजपा को अपने जहरीले दांतों से डंक मारेंगे, तो हम मोदी जी और अन्य लोगों के चेहरे पर दर्दनाक भावों का तमाशा देख सकते हैं। और भी इसलिए क्योंकि भगवान राम ने उन्हें और उनकी पार्टी को अस्वीकार कर दिया है।
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सभी भारतीय गठबंधन नेताओं से संपर्क में रहना और उन्हें हमारी जायज मांगों से परिचित कराना एक अच्छी रणनीति होगी। यह केवल एक या दो साल की बात है, नीतीश और नायडू खेमा बदल लेंगे। उनसे व्यक्तिगत मुलाकातें लाभदायक होंगी।
अंत में पेंशनभोगी ने लिखा, उन निर्वाचन क्षेत्रों में ईपीएस 95 पेंशनभोगियों द्वारा जश्न मनाया जाना चाहिए जहां भविष्य के सभी चुनावों में भाजपा पराजित होगी। यह जीतने वाले उम्मीदवार के साथ एनएसी के बैनर के साथ खड़े होकर किया जा सकता है जो भाजपा उम्मीदवार को धूल चटा देगा। एनएसी जिंदाबाद! कमांडर अशोक रावत और अन्य प्रमुख नेताओं की जय हो…!