
ईएसआईसी के अंतर्गत ठेका श्रमिकों के इलाज के लिए राशि को कम से कम 30,000 किया जाए। मेडिकल टेस्ट को आधार बनाकर ठेका श्रमिकों को नियोजन से नहीं हटाया जाए।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। सेल कर्मचारियों के आधे-अधूरे वेतन समझौते को जल्द पूरा करने और 2027 के वेतन समझौते की तैयारी शुरू करने की आवाज उठ गई है। भारतीय इस्पात कर्मचारी संघ का कार्यकर्ता सम्मेलन सह वनभोज सिटी पार्क में शम्भु कुमार वरीय संयुक्त महामंत्री के अध्यक्षता में आयोजित किया गया।
संचालन सुरेन्द्र महतो कार्यकारी महामंत्री ने किया। संघ के अध्यक्ष व भाजपा झारखण्ड प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मराण्डी बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि सेल प्रबंधन कर्मचारियों के साथ अन्याय कर रहा है।
अभी तक 2017 का वेतन समझौता अधूरा है।
कर्मचारियों को 39 महीने का एरियर व पर्क्स का मामला सेल प्रबंधन ने उलझा रखा है। साथ ही ग्रेच्युटी पर सीलिंग का फैसला कर के कर्मचारियों को सेवनिवृत्ति में आर्थिक नुकसान पहुँचा रही है, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
इसलिए सेल प्रबंधन इस पर एनजेसीएस की बैठक बुलाकर जल्दी सुलझाए। साथ ही 2027 का अगला वेतन समझौता अभी से शुरू करे, ताकि यह समय से हो सके। संघ के महामंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि बिएसएल प्रबंधन अपने चहेते यूनियन के नेतागण को गोद में बैठा के रखे हुए है, जिनके माध्यम से ये कर्मचारियों को बरगला कर रखे हुए है।
उन्होंने बीएसएल प्रबंधन से मांग किया कि मान्यता प्राप्त यूनियन का चुनाव गुप्त मतदान से जल्द करवाए। उन्होंने एनजेसीएस में सिर्फ कार्यरत कर्मचारी नेता को ही जगह देने की बात कही और इंसेंटिव रिवार्ड का मनी टेबल को रिव्यू किया जाए।
ट्रेड यूनियन को-ऑर्डिनेशन सेंटर (टीयूसीसी) के केन्द्रीय महासचिव एसपी तिवारी और बीरांची नारायण पूर्व विधायक बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। संघ के सदस्यों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बीएसएल में मैनपावर की कमी को दूर किया जाए और कर्मचारियों की मृत्यु किसी भी परिस्थिति में होने से उनके आश्रित को बिना शर्त नियोजन दिया जाए।
वक्ताओं ने कहा कि आजकल संयंत्र में दुर्घटनाएं बढ़ गयी है। नियोजन हेतु आश्रितों की अधिकतम उम्र सीमा एवं योग्यता की बाध्यता को हटाया जाए। ठेका श्रमिकों को कर्मचारियों की तरह ड्यूटी के एक घंटा पहले और ड्यूटी के एक घंटे बाद रास्ते में दुर्घटना होने पर उनके आश्रितों का नियोजन का प्रावधान बनाया जाए।
ईएसआईसी के अंतर्गत ठेका श्रमिकों के इलाज के लिए राशि को कम से कम 30,000 किया जाए। मेडिकल टेस्ट को आधार बनाकर ठेका श्रमिकों को नियोजन से नहीं हटाया जाए।
कार्यकर्ता सम्मेलन में मुख्य रूप से कमलेश कुमार-कार्यकारी अध्यक्ष, सत्यनारायन ठाकुर उपाध्यक्ष, मुकेश कुमार संयुक्त महामंत्री, आरके श्रीवास्तव-कोषाध्यक्ष, एसके सिंह-उपकोषाध्यक्ष, राकेश कुमार, सुशील कुमार सचिव, दिलीप कुमार, राजेंद्र महतो, दिनेश मांझी, अशोक शर्मा, असंगठित क्षेत्र के संयुक्त महासचिव जय नारायन मरांडी, विनोद यादव, प्रेमचंद झा, संजय शर्मा, जय प्रकाश यादव, रामा शंकर शर्मा, संतोष टाइगर, सुजित राणl आदि मौजूद थें।
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