- उत्तर प्रदेश के बलिया के मूल निवासी डाक्टर ओपी सिंह की कार्डियक अरेस्ट से जान गई।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल के भिलाई स्टील प्लांट के मेन मेडिकल पोस्ट के डिप्टी सीएमओ डाक्टर ओपी सिंह दुनिया में नहीं रहे। ड्यूटी के बाद जब मेन मेडिकल पोस्ट से घर के लिए गाड़ी में बैठे, तभी सीने में दर्द शुरू हो गया।
कार से उतरे और तुरंत अटेंडेंट पटेल को बोले-ईसीजी करो। दर्द बढ़ता गया। डाक्टर भी जुट गए। तत्काल 8 मिनट के अंदर सेक्टर 9 हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां सांस थम गई। 45 मिनट तक आइसीयू में डाक्टर कोशिश करते रहे, लेकिन मौत की खबर बाहर आई।
उत्तर प्रदेश के बलिया के मूल निवासी डाक्टर ओपी सिंह की कार्डियक अरेस्ट से जान गई। अचानक हृदय गति रुकने से हर तरफ कोहराम मच गया है। 1994 बैच के डाक्टर सिंह का रिटायरमेंट दिसंबर में था। रिटायरमेंट के बाद जनवरी में बेटी की शादी की तैयारी थी। खुशियों का सैलाब आने वाला था, लेकिन अनहोनी से परिवार में मातम फैल गया है।
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डाक्टर सिंह की मौत के बाद उनकी पत्नी को बताया नहीं गया था कि वह अब दुनिया में नहीं है। मृतक के करीबी डाक्टर शील ठाकुर रिसाली स्थित आवास पर उन्हें लेने के लिए पहुंचे। पत्नी बार-बार यही बोलती रहीं कि मैं हॉस्पिटल नहीं जाऊंगी। डाक्टर साहब ठीक होकर आएंगे, मैं यहीं इंतजार कर रही हूं।
किसी तरह उन्हें समझाकर सेक्टर 9 हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां, चिकित्सकों ने काफी देर तक काउंसिलिंग के बाद जानकारी दी कि हम सबके चहेते डाक्टर साहब अब दुनिया में नहीं हैं।
बताया जा रहा है कि डाक्टर ओपी सिंह की ज्वाइंनिंग सेक्टर 9 हॉस्पिटल में हुई थी। इसके बाद राजहरा माइंस हॉस्पिटल में 7 साल रहे। अलग-अलग हेल्थ सेंटर पर भी कुछ समय रहे। सेक्टर 9 में भी रहे। पिछले 14 साल से मेन मेडिकल पोस्ट में तैनात थे। यहां डिप्टी सीएमओ के पद से रिटायर होने वाले थे।
पत्नी और दो बच्चे है। रिसाली छाया गार्डन रोड स्थित आवास में परिवार रहता है। लड़की दिल्ली से वकालत और लड़का बैंगलुरु से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। बेटी और बेटा भिलाई पहुंच रहे हैं। उनके आने के बाद ही अंतिम संस्कार को लेकर फैसला होगा।
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