भारत के 8वें प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की यादों में खोया भिलाई, गांव-किसान की दशा-दिशा कर रही निराश

  • द्धांजलि सभा व चर्चा गोष्ठी का आयोजन एचएससीएल कालोनी रूआबांधा में किया गया।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भारत के 8वें प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की यादें आज भी ताजा है। सदन में उनके दिए गए भाषण को लोग याद रखते हैं। सियासी समझ और शालीनता से विपक्ष की धुलाई करने में माहिर भूतपूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की 16वीं पुण्यतिथि भिलाई में मनाई गई। श्रद्धांजलि सभा व चर्चा गोष्ठी का आयोजन एचएससीएल कालोनी रूआबांधा में किया गया।

लोकनायक जयप्रकाश नारायण स्मारक प्रतिष्ठान और पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने सबसे पहले अपनी ओर पुष्पांजलि अर्पित कर भूतपूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को श्रद्धांजलि दी। चर्चा गोष्ठी में विमर्श का विषय ‘गांधी के देश में गांव और किसान की दशा और दिशा’ रखा गया था।

इस अवसर पर प्रतिष्ठान के संयोजक और समाजवादी जनता पार्टी (चंद्रशेखर) के राष्ट्रीय महामंत्री आरपी शर्मा ने कहा कि इन दिनों राजनीति के साथ गावों और किसानो की दशा और दिशा निराश करने वाली है। सही मायनों में राजनीति की भूमिका का निर्वहन नहीं हो पा रहा है। केवल निंदा,आलोचना करने से ही काम नहीं होता बल्कि सकारात्मक दिशा का अनुसरण करते हुए देश की उन्नति की दिशा में अग्रसर करने का प्रयास किया जाना चाहिए।

एचएमएस के महासचिव प्रमोद मिश्रा ने स्व. चंद्रशेखर जी के जीवनी और उनकी राजनीतिक जीवन पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुए देश के वर्तमान स्थिति पर व्यापक रूप से चर्चा किया। उन्होंने कहा कि लोकनायक जय प्रकाश नारायण के समाजवादी विचारधारा को आगे बढ़ाने का कार्य चंद्रशेखर ने किया। मिश्रा ने पूंजीवादी विचारधारा को देश के लिए खतरा बताया।

समाजवादी नेता त्रिलोक मिश्रा ने कहा कि भूतपूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर हमेशा देश की उन्नति के लिए बुनियादी सवालों को संसद में उठाते थे। उनके विचारों का विरोधी दल भी सम्मान करते थे। आयोजित कार्यक्रम में राज कुमार सिंह,मो. फारूक, कपिल देव प्रसाद, मिश्री राम रजक, धीरेन्द्र कुमार साहू सहित गणमान्य लोग उपस्थित थे।