SAIL कर्मचारियों को एक और बड़ा नुकसान, Line Of Promotion पर RSP से बड़ी खबर, माइंस Transfer का रास्ता खुला

एक ही Department में कई LOP है। LOP अलग होने से एक LOP से दूसरा LOP को Transfer नहीं होता है। लेकिन इस सुविधा को काट दिया गया है।

सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल के कर्मचारियों के लिए एक बड़ी खबर राउरकेला स्टील प्लांट से आ रही है। यहां की पूर्व मान्यता प्राप्त यूनियन ने वर्तमान मान्यता प्राप्त यूनियन पर गंभीर आरोप लगाया है। कर्मचारियों के ट्रांसफर को लेकर पूरा अधिकार प्रबंधन को देने की बात कही जा रही है।

लाइन ऑफ प्रमोशन को लेकर भी बड़ा दावा किया जा रहा है। राउरकेला इस्पात कारखाना कर्मचारी संघ के महासचिव हिमांशु शेखर बल का कहना है कि 29 सितंबर को RSP की मान्यता प्राप्त यूनियन RSS & GMM एवं RSP प्रबंधन के बीच समझौता हुआ। जिसके फलस्वरूप HSM-II, NPM, BF-5, CO-6 including New CCD एवं PBS विभाग में कार्यरत 1257 कर्मचारियों को 700, 750, 800 रुपया क्लस्टर A, B, C के आधार में मिलेगा।

ये खबर भी पढ़ें:  SAIL Bonus पर आंदोलन पड़ा भारी, Durgapur Steel Plant के 2 श्रमिक नेता सस्पेंड

और लगभग 91 कर्मचारी, जिनको अपनी नौकरी के काल में कभी भी 3 साल का प्रमोशन नहीं मिला है। इन सभी को एक 3 साल का प्रमोशन मिलेगा। लेकिन इस एग्रीमेंट में मजदूरों को फायदा कम और नुकसान ज्यादा होगा।

हिमांशु शेखर बल का कहना है कि एग्रीमेंट के दूसरे पेज में कुछ अंश को Underline किया गया है। उसको पढ़ने से मालूम पड़ेगा कि RSP प्रबंधन किसी भी समय में किसी कर्मचारी को RSP के कोई भी विभाग में Transfer कर सकता है।

ये खबर भी पढ़ें:  PF एकाउंट ट्रांसफर: 15 हजार की नौकरी से पीएफ खाते में 86 लाख जमा, पढ़िए EPFO व अच्छी पेंशन की न्यूज

इसके साथ RSP माइंस Tensa, Bolani, Kalta, Taldihi, Purunapani इन सभी विभागो में भी Transfer हो सकता है। साधारणतः RSP का सभी Department का LOP (Line of Promotion) अलग-अलग है।

एक ही Department में कई LOP है। LOP अलग होने से एक LOP से दूसरा LOP को Transfer नहीं होता है। लेकिन इस सुविधा को काट दिया गया है। राउरकेला इस्पात कारखाना कर्मचारी के नेताओं ने कहा-Union election के समय सभी चर्चा कर रहे थे कि जार्ज तिर्की एवं प्रशांत बेहरा दोनों कद्दावर नेता हैं।

ये खबर भी पढ़ें:  CG Election 2023 Breaking : कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी, डॉ.रमन सिंह के खिलाफ इन्हें उतारा, मंत्री की बदली सीट, देखिए 30 नामों की लिस्ट

लेकिन इस समझौते में दोनों कद्दावर नेताओं ने मिलकर श्रमिकों का आत्म स्वाभिमान को अफसरों के पास बंधक बना दिया है। अभी स्थिति ऐसी है, लोगों की गर्दन अफसरों के हाथ में है। कुछ भी अन्याय का अगर विरोध करेंगे, तब प्रबंधन धमकाएगा।