जीएम नीरज वॉर्नर ने कहा-इस कृत्य को गंभीरता से लिया जाएगा। इसकी पुनरावृत्ति रोकने के लिए उचित कदम उठाया जाएगा।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) के भिलाई स्टील प्लांट के एक सर्कुलर पर विवाद हो गया है। बीएसपी (BSP) के मॉडेक्स इकाई यूनिवर्सल रेल मिल-यूआरएम, बार एंड रॉड मिल-बीआरएम और स्टील मेल्टिंग शॉप-एसएमएस-3 के लिए अलग से इंसेंटिव स्कीम लागू करने के सर्कुलर पर हंगामा मचा हुआ है।
इस सर्कुलर को अधिकृत साइट में प्रबंधन द्वारा जारी नहीं किया गया है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि विभाग के ही किसी जूनियर अधिकारी ने आधे-अधूरे सर्कुलर को डिप्लोमा इंजीनियर्स के बीच साझा कर दिया।
मॉडेक्स इकाई (एसएमएस-3, यूआरएम तथा बीआरएम) के लिए नई इंसेंटिव योजना से संबंधित परिपत्र की आधी-अधूरी प्रतिलिपि कुछ व्हाट्सएप ग्रुप में प्रसारित हो रहा है, जिस पर दिनांक 13 मार्च 2023 अंकित है।
जारीकर्ता नीरज वॉर्नर महाप्रबंधक औद्योगिक अभियांत्रिकी विभाग, के हस्ताक्षर हैं। किंतु यह परिपत्र औद्योगिक अभियांत्रिकी विभाग (IED) के आधिकारिक साइट या भिलाई इस्पात संयंत्र के किसी भी अधिकृत साइट पर उपलब्ध नहीं है।
वायरल सर्कुलर के संबंध में सीटू नेता एसपी डे ने महाप्रबंधक वार्नर से बातचीत की। इस संबंध में नीरज वॉर्नर से दूरभाष पर चर्चा कर यह जानना चाहा कि उक्त परिपत्र अधिकृत रूप से जारी किया गया है या नहीं। वॉर्नर द्वारा जानकारी दी गई कि मॉडेक्स इकाइयों के लिए 13 मार्च 2023 को नई इंसेंटिव योजना को मंजूरी मिल गया है।
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जारी करने हेतु उन्होंने हस्ताक्षर भी कर दिया है। किंतु इसे अभी तक किसी भी अधिकृत साइट में जारी नहीं किया गया है। उन्होंने यह स्वीकार किया कि इस तरह से आधे-अधूरे परिपत्र को अनाधिकृत रूप से जारी करना अनुचित है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि इस कृत्य को गंभीरता से लिया जाएगा एवं इसकी पुनरावृत्ति रोकने के लिए उचित कदम उठाया जाएगा।