300 हीट (36000 टन) की उच्चतम संख्या कास्टिंग का ऐतिहासिक रिकॉर्ड बना। 21 मई 2023 से 04 जून 2023 तक लगातार ब्लूम का उत्पादन होता रहा।
अज़मत अली, भिलाई। Bhilai Steel Plant: स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल के भिलाई स्टील प्लांट ने इतिहास रच दिया है। देश में पहला स्टील बन गया है, जहां लगातार 300 हीट्स का प्रोडक्शन किया गया है। यानी 36000 टन उत्पादन किया गया है। रेल पटरी उत्पादन के लिए ब्लूम्स के प्रोडक्शन में कीर्तिमान रचते हुए सेल की इकाइयों और देश के अन्य प्राइवेट कंपनियों से भी कहीं आगे निकल गया है। इसका जश्न मनाते हुए एसएमएस-2 (SMS2) के सीजीएम (CGM) एसके घोषाल, जीएम मैकेनिकल योगेश शास्त्री, जीएम ऑपरेशन एन. श्रीकांत ने केके काटा। इस दौरान ऑपरेशन को संभालने वाली एजेंसी केएमसी के कर्मचारी भी मौजूद रहे।
भिलाई इस्पात संयंत्र के स्टील मेल्टिंग शॉप-2 के ब्लूम कास्टर-5 में अब तक के सबसे लंबे अनुक्रम की 300 हीट के कास्टिंग का रिकॉर्ड बनाया गया है। इससे पहले 266 हीट के कास्टिंग का रिकॉर्ड बना था, जो अगस्त 2020 में हासिल किए गए 250 हीट के पिछले सर्वश्रेष्ठ को पार करते हुए बनाया था। उस वक्त उत्पादन का दोहरा शतक लगाया गया था। अब इसी टीम ने ट्रिपल सेंचुरी लगा दी है। पिछले रिकॉर्ड बनाने में ब्लूम कास्टर को 6 फरवरी में प्रारंभ किया गया था और 266 हीट (32,220 टन) की कास्टिंग हुई थी।
स्टील मेल्टिंग शॉप 2 (एसएमएस 2) ने एकल अनुक्रम में 300 हीट (36000 टन) की उच्चतम संख्या कास्टिंग का ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया है। 21 मई 2023 से 04 जून 2023 तक लगातार ब्लूम का उत्पादन होता रहा। बता दें कि राउरकेला स्टील प्लांट के नाम 186 हीट का रिकॉर्ड है। जबकि अन्य प्राइवेट कंपनियां बीएसपी और आरएसपी के आसपास भी नहीं हैं।
2017 में लगाया था दोहरा शतक
एसएमएस-2 लगातार अधिकतम हीट कास्ट करने के अपने ही रिकॉर्ड तोड़ रहा है। दिसंबर 2017 में पहली बार दोहरा शतक लगाते हुए जब एक क्रम में 203 हीट कास्ट किया था। मार्च 2018 में 217 हीट कास्टिंग कर अपने पिछले रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया। अगस्त 2020 में पुनः एक क्रम में 250 हीट कास्ट कर नया रिकॉर्ड कायम किया था। अब इसको भी तोड़ते हुए 300 हीट के आंकड़े को छू लिया है।
रेल पटरी उत्पादन के लिए बनाता है ब्लूम
उल्लेखनीय है कि ब्लूम कॉस्टर, रेल और स्ट्रक्चरल मिल में रेल के उत्पादन के लिए ब्लूम प्रदान करता है। भारतीय रेलवे की गुणवत्ता और मात्रा की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ब्लूम की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ब्लूम कॉस्टर का निर्बाध संचालन आवश्यक है। विदित हो कि लंबे अनुक्रमों के लिए कास्टिंग फ्लाइंग टंडिश द्वारा सुनिश्चित की जाती है और इसे तभी रोका जाता है जब कोई स्ट्रैंड खराब हो जाये या फिर कोई अन्य समस्या उत्पन्न हो। भारतीय रेलवे की आवश्यकता के अनुसार कास्टर में क्रमिक उन्नयन किया जाता है, जिसमें ईएमएस सिस्टम, स्लैग डिटेक्शन सिस्टम और एएमएलसी शामिल हैं।