मौत की खबर लगते ही परिवार में कोहराम।
यातायात व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है।
बीएसपी और पुलिस का ध्यान देना होगा।
अज़मत अली, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल के भिलाई स्टील प्लांट से एक दुखद खबर आ रही है। सड़क हादसे में एक कर्मचारी की मौत हो गई है। ड्यूटी जा रहे कर्मचारी कर्मचारी की मौत से हड़कंप मचा हुआ है। एक ट्रक ने कर्मचारी को रौंद दिया।खबर आ रही है कि हादसा हाइवे साइड पर हुआ है। खुर्सीपार पुलिस के मुताबिक सिग्नल क्रॉस करने के बाद हादसा हुआ है। शव को मरच्युरी में रखा गया है।
शव के चिथड़े उड़ गए। अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया है। मौत की खबर बीएसपी प्रबंधन को रविवार सुबह लगी। प्लांट गेट के बाहर हादसा होने की वजह से पुलिस 108 एम्बुलेंस के जरिए बीएसपी कर्मचारी को सुपेला लाल बहादुर शास्त्री शासकीय अस्पताल ले गई थी। सुपेला सरकारी हॉस्पिटल की मरच्युरी में ही शव रखा हुआ है। मौत की खबर लगते ही परिवार में कोहराम मच गया है।
खुर्सीपार के आर कोटेश्वर राव नाइट शिफ्ट के लिए ड्यूटी जा रहे थे। रोलिंग मिल गेट से ही वह ड्यूटी जाते थे। रात 9:40 बजे स्पॉट डेथ की बात बताई जा रही है। डीजल स्टोर डिपार्टमेंट में कार्यरत थे।
बीएसपी कर्मचारियों के मुताबिक लोगों ने पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस 108 एम्बुलेंस से राव को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल ले गई थी, जहां उसे डेथ घोषित कर दिया गया, क्योंकि घटनास्थल पर ही मृत्यु हो चुकी थी।
इधर-ट्रैफिक पुलिस और बीएसपी का ध्यान इन गेटों पर भी होना चाहिए
हादसे के बाद एक बार फिर ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर बड़ा सवाल उठा दिया गया है। हादसे के बाद बीएसपी कर्मचारी रोलिंग मिल गेट और बोरिया गेट की यातायात व्यवस्था को बेहतर करने की मांग कर रहे हैं, क्योंकि यहां भी जानलेवा हालात अक्सर बनते हैं।
बोरिया गेट पर पुलिस सहायता केंद्र भी खोल गया है, जहां सुबह 10 बजे के बाद ताला लगा मिलता है। लाखों रुपए बीएसपी ने खर्च कर व्यवस्था किया, लेकिन इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा है।
गड्ढों से निजात दिलाना जरूरी
सड़क हादसे में बीएसपी कर्मी की मौत की खबर के बाद से बीएसपी की यातायात व्यवस्था को बेहतर करने का सुझाव आना शुरू हो गया है। खुर्सीपार गेट पर भारी वाहन बेतरतीब खड़े कर दिए जाते हैं। बड़े-बड़े गड्ढे भी हादसे का कारण बनते हैं। बीएसपी गेट से बाहर निकलने वाली ट्रकें और बाहरी वाहनों का अधिक भार है। सेंट्रल एवेंन्यू तक कोई व्यवस्था नहीं है।