Bokaro Steel Plant: CISF ने घेराबंदी कर प्रदर्शनकारियों को रोका, लगे नारे- ED-MD खोलो कान, वरना होगा चक्का जाम
महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह ने कहा कि पिछले आठ 10 साल से कार्यरत ठेका मजदूरों को मिनिमम वेज मांगने और ट्रेड यूनियन करने के जुर्म में काम से बाहर कर देना कारखाना नियम का सरासर उल्लंघन है।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। बोकारो इस्पात कामगार यूनियन एटक ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत एडीएम बिल्डिंग पर बोकारो पावर सप्लाई कंपनी लिमिटेड के मजदूरों को हटाने के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रबंधन विरोधी नारेबाजी की गई। भ्रष्ट प्रबंधन और ईडी-एमडी खोलो कान, वरना होगा चक्का जाम…आदि नारे गए। सीआइएसएफ जवानों ने घेराबंदी करके प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोका।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए यूनियन के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह ने कहा कि पिछले आठ 10 साल से कार्यरत ठेका मजदूरों को मिनिमम वेज मांगने और ट्रेड यूनियन करने के जुर्म में काम से बाहर कर देना कारखाना नियम का सरासर उल्लंघन है। बोकारो पावर सप्लाई कंपनी लिमिटेड प्रबंधन तथा ठेकेदार गठजोड़ से सीएलसी के सारे नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
बोकारो पावर सप्लाई कंपनी लिमिटेड के साथ-साथ बोकारो स्टील के ट्रैफिक विभाग के पे बेए के 8 मजदूर, लोको मेंटेनेंस के 8 मजदूरों को काम से बैठाने, मिनिमम वेज के सवाल पर आरएमपी में छह मजदूरों को काम से बैठाने, मशीन शॉप के मजदूरों के मिनिमम वेज के सवाल पर ठेकेदार द्वारा मजदूरों को डराने धमकाने का सिलसिला चल रहा है।
महामंत्री ने कहा कि काम रहते हुए काम से बैठा दिए गए बोकारो पावर सप्लाई कंपनी लिमिटेड के मजदूर को अविलंब काम पर वापस लेने की मांग की गई। समान काम के लिए समान मजदूरी, ठेकेदार बदले मजदूर वही रहेगी नीति लागू करो,न्यूनतम वेतन, सेल मजदूरो के S1 ग्रेड के समान करना होगा, ठेका मजदूरों का वेज रिवीजन अविलंब करने की मांग,गेटपास को हथियार बनाना बंद करो, ट्रेड यूनियन करने के अधिकार से रोकने वाले ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने की मांग की गई।
यूनियन नेताओं ने आरोप लगाया कि इस प्लांट में अधिकारी ठेकेदार के हिमायती हो गए हैं, जिससे मजदूरों का शोषण बढ़ा है और इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। चेतावानी देते हुए कहा कि मजदूरों को काम पर वापस किया जाए तथा मजदूरों को न्यूनतम वेतन का भुगतान, साथ ही साथ ठेकेदार बदले मजदूर वही रहेगी नीति लागू करने की मांग की गई है। पीएफ और ईएसआई की कटौती हो। अन्यथा अब पावर प्लांट के अंदर में मजदूरों का हल्ला बोल होगा। इसकी सारी जिम्मेदारी बीपीएससीएल प्रबंधन की होगी।
प्रदर्शन के दौरान मुख्य रूप से प्राण सिंह, पप्पू, उदय प्रताप,प्रमोद,रामदास, जियाउद्दीन, ओम प्रकाश, आनंद,संजय पाल, दिलीप, रहमान, सुनीत कुमार, सहदैव, सकलदेव, गफ्फार,एमजी लाल, मनोज प्रसाद, सुरेश,जितेंदर, वीरेंद्र, बिंदेश्वर चौधरी, शंकर,रामचंद्र सिंह, प्रदीप, रामप्रसाद, गुड्डू,गिरधारी, विनय, कुंदन मांजी, रंजीत, परमेश्वर राजीव आदि मौजूद रहे।