- 28 सितंबर की शाम 5:15 बजे से होने वाले मशाल जुलूस के लिए चलाया जा रहा अभियान।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। बोनस बैठक से पहले बोकारो और भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) में प्रबंधन की घेराबंदी की जा रही है। विरोध प्रदर्शन के साथ ही एनजेसीएस यूनियनों (NJCS Unions) पर दबाव और प्रमोट करने का भी बेहतर मौका मिल गया है।
HRCF CGM ऑफिस के बाहर हुए प्रदर्शन के साथ ही बोकारो में BAKS का बोनस (Bonus) के मुद्दे पर होने वाले शांतिपूर्ण प्रदर्शन का पहला चरण पूर्ण हो गया है। पिछले 14 सितंबर को HSM से हुए शंखनाद के पश्चात आंदोलन आज अपने पहले चरण के अंजाम तक पहुंच गया है। उप महासचिव (BAKS) एवं विभागीय प्रतिनिधि (HSM) आशुतोष आनंद का कहना है कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आप सभी श्रमिक साथियों का आभार।
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उन्होंने कहा-लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। कल इस आंदोलन का दूसरा चरण मशाल जुलूस के रूप में किया जाएगा। आप सभी श्रमिकों से आग्रह है कि जिस तरह आप सभी ने अपने डिपार्टमेंट में होने वाले शांतिपूर्ण प्रदर्शन में मौसमी प्रकोपों को झेलते हुए हिस्सा लिया, उसी तरह अपने अधिकारों के प्रति सजग हो कर तथा अपने सहकर्मियों को भी सजग कर कल 28 सितंबर की शाम 5:15 बजे से होने वाले मशाल जुलूस में भी अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें और प्रबंधन एवं एनजेसीस के नेताओं को स्पष्ट संदेश दें।
साथ ही एक साथ आवाज उठाएं कि बोनस के रूप में चूरन देना बंद करें, प्रोडक्शन रिलेटेड पे देना होगा और प्रबंधन और नेताओं की मनमानी नहीं चलेगी।
कर्मचारियों ने आक्रोश जताया
बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ (BSL Non-Executive Employees Union) के आह्वान पर पूरे संयंत्र में प्रोडक्शन रिलेटेड पे (Production Related Pay) की मांग को ले चल रहे शांति पूर्ण विरोध प्रदर्शन शुक्रवार को पूर्ण हुआ। शांतिपूर्ण प्रदर्शन का एचआरसीएफ विभाग के कर्मचारियों ने प्रोडक्शन रिलेटेड पे के लिए शुक्रवार को जोरदार प्रदर्शन किया।
एचआरसीएफ विभाग के विभिन्न अनुभागो में कार्यरत कर्मियों ने मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय के सामने सैकड़ों की संख्या जुटकर अपनी माँगों हेतु आक्रोश जताया है।
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कोयला, नालको, टाटा स्टील, एनएमडीसी से भी पीछे
अध्यक्ष हरिओम का कहना है कि सेल प्रबंधन द्वारा तीन यूनियनों की सहमति तथा एनजेसीएस संविधान का उल्लंघन कर एक तरफा तरीके से ASPLIS फॉर्मूले को लागू करने से सभी बीएसएल कर्मियों में आक्रोश है। एक तरफ कोयला, नालको, टाटा स्टील, एनएमडीसी कर्मियों को लाखों रुपया बोनस के रूप में दिया जा रहा है। एनएमडीसी में सोने के सिक्के तो दूसरी तरफ सेल कर्मियों को पिछले साल मात्र 23000 रुपया देकर उनके हक से वंचित किया गया।
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एनजेसीएस यूनियनों पर आरोपों की बौछार
सभा को संबोधन करते हुए अध्यक्ष हरिओम ने कहा कि पिछले तीन सालों से सेल का टर्नओवर एक लाख करोड़ रुपया से अधिक है तथा 6 सालों का एबीटा 79000 करोड़ रुपया से अधिक है। फिर भी हमे बोनस के रूप में चूरन राशि दिया जा रहा है। पांचों एनजेसीएस यूनियने आपसी मिलीभगत से एक तरफ मैनेजमेंट के प्रस्तावों का समर्थन करती है तो दूसरी तरफ कर्मचारियों को धोखा देती है।
कंपनी के घाटे का रोना अब नहीं चलेगा
महासचिव दिलीप कुमार ने कहा कि प्रोडक्शन रिलेटेड पे कर्मचारियों का हक है। छोटे अधिकारी से लेकर चेयरमैन तक को पीबीटी का 5 प्रतिशत पीआरपी के रूप में लेते हैं। कंपनी कभी घाटे में नही आती है लेकिन कर्मचारियों के लिए घाटे का रोना अब नहीं चलेगा।
सभा को उपमहासचिव आशुतोष आनंद, विभागीय प्रतिनिधि नरेश पुनेरिया तथा संतोष सम्राट ने भी संबोधित किया।
सेल का 6 साल का एबीटा
23-24 – 12280
22-23 – 9379
21-22 – 22364
20-21 – 13740
19-20 – 11199
18-19 – 10283
राशी करोड़ में
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सेल का पिछले 10 सालों का टर्नओवर/बिक्री
राशि करोड़ रुपये में
23-24 – 104545
22-23 – 103768
21-22 – 102805
20-21 – 68452
19-20 – 61025
18-19 – 66267
18-17 – 56893
17-16 – 43866
16 -15 – 38471
15 -14 – 45208