BSP TA Building के अधिकारी उच्च प्रबंधन को कर रहे गुमराह, बनाया कठपुतली, भड़की इंटक

BSP TA Building Officers are Misleading the Higher Management and Making them Puppets
  • 3-4 साल में लगभग 6 हजार कर्मचारी ही बीएसपी में रहेंगे, तब इन खाली क्वार्टरों को प्रबंधन कैसे सुरक्षित रखेगा।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील इंप्लाइज यूनियन इंटक के कार्यकारिणी की बैठक में रिटेंशन स्कीम को रोके जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए यह मांग किया गया कि पहले प्रबंधन अवैध कब्जे से क्वार्टरों को मुक्त कराए एवं थर्ड पार्टी एलॉटमेंट पर अंकुश लगाए। बैठक में टीए बिल्डिंग में बिजली बिल जमा करने एक और काउंटर खोलने की मांग की गई।

बैठक में सचिव ताम्र ध्वज सिन्हा ने कहा कि टाउनशिप प्रबंधन ने रिटेंशन पर क्वार्टर देना बंद कर दिया है। ऐसा पता चला है कि रिटेंशनधारियों से प्रबंधन क्वार्टर खाली कराना चाहता है। यदि प्रबंधन को बीएसपी के बड़े क्वार्टरों की इतनी ही चिंता है तो सबसे पहले बीएसपी क्वार्टरों पर अवैध कब्जा कर लिए लोगों से क्वार्टर खाली कराए। साथ ही थर्ड पार्टी अलॉटमेंट में दिए गए उन क्वार्टरों को खाली कराया जाए, जिसमे लंबे समय से एलाटी निवास नहीं रहते हैं या दुर्ग जिले से बाहर पोस्टिंग है।

उपाध्यक्ष गिरिराज देशमुख ने कहा कि प्रबंधन 35 वर्ष सेवा कर चुके बीएसपी कर्मचारियों को क्वार्टर रिटेंशन पर देने पर रोक लगाना चाहता है। लेकिन थर्ड पार्टी अलॉटमेंट के लिए कोई बैरियर नहीं है। राज्य या केंद्र सरकार के बड़े अधिकारी से छोटे कर्मचारी एवं प्राइवेट संस्थानों के कर्मचारी टाउनशिप के बड़े-बड़े क्वार्टर को अलर्ट कराकर लंबे समय से रखे हुए हैं।

हद तो तब हो जाती है जब टाउनशिप में बैठे कुछ बड़े अधिकारी राज्य शासन के अधिकारियों के लिए क्वार्टर खाली कराते हैं। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि नगर सेवाएं विभाग में बैठे हुए कुछ अधिकारी सिर्फ राज्य शासन के अधिकारियों का ख्याल रखने के लिए ही वहां पर हैं। ऐसे ही अधिकारी उच्च प्रबंधन को गुमराह कर रिटेंशन स्कीम को बंद कराने का षड्यंत्र करते हैं।

सचिव गोविंद राठौड़ ने कहा कि नगर सेवाएं विभाग में बिजली बिल जमा करने के लिए एक और काउंटर खोलने की जरूरत है। अभी वहां पर लंबी लाइन लगी रहती है जिससे कर्मचारियों को परेशानी होती है।

यूनियन महासचिव वंश बहादुर सिंह ने कहा कि भिलाई टाउनशिप एवं यहां के क्वार्टर अलॉटमेंट की प्रक्रिया कर्मचारियों की सुविधाओं के लिए बनाई गई थी और यह बहुत अच्छी चल रही थी। लेकिन टाउनशिप में बैठे कुछ अधिकारियों ने शीर्ष प्रबंधन को इस तरह गुमराह किया कि वे धीरे-धीरे क्वार्टर अलॉटमेंट की प्रक्रिया जटिल करते गए।

अब तो प्रबंधन ने 35-40 वर्षों तक भिलाई इस्पात संयंत्र की सेवा करने वाले कर्मचारियों को रिटेंशन पर क्वार्टर देना भी बंद कर दिया है। भिलाई प्रबंधन धीरे-धीरे टाउनशिप एवं अस्पताल में कर्मचारी विरोधी नीति अपनाते जा रहा है। इसके कारण कर्मचारियों के मन में भिलाई के शीर्ष प्रबंधन पर कर्मचारियों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है।

उन्होंने कहा कि टाउनशिप के कुछ अधिकारियों के गुमराह करने पर शीर्ष प्रबंधन ने रिटेंशन स्कीम रोक दिया है। लेकिन अभी तक प्रबंधन यह रोड मैप नहीं बना पाया है कि इन खाली क्वार्टरों को प्रबंधन कैसे बचाएगा, क्योंकि अगले 3-4 साल में लगभग 6 हजार कर्मचारी ही बीएसपी में रहेंगे, तब इन खाली क्वार्टरों को प्रबंधन कैसे सुरक्षित रखेगा।

बैठक में महासचिव वंश बहादुर सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष पूरन वर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष एस रवि, उपाध्यक्ष गिरिराज देशमुख, सहायक कोषाध्यक्ष जी आर सुमन, उप महासचिव शिव शंकर सिंह, धनेश प्रसाद, वरिष्ठ सचिव के रमन मूर्ति, रेशम राठौर, ज्ञानेंद्र पांडे राजकुमार, सचिव विंसेंट परेरा, डी शंकर, ताम्रध्वज सिंहा, रामजीत सिंहा, के वेनूगोपाल, अनिल कुमार, शिव शंकर साहू आदि उपस्थित थे।