2023 विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने देवती कर्मा के बजाए उनके पूत्र छबिन्द्र कर्मा को पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी बना दिया है।
अंशुल तिवारी, रायपुर। रविवार को नवरात्र के पहले दिन कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में लड़ने वाले अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी। पहली सूची में पार्टी ने 30 लोगों को टिकट दिया है।
पहले चरण के 20 में से 19 सीट पर टिकट फाइनल कर दिया गया है। इसमें बस्तर की 12 में से 11 सीट शामिल है। वहीं दुर्ग संभाग के पहले चरण की सभी आठ सीट पर दिग्गज मंत्रियों सहित डॉ.रमन सिंह के खिलाफ प्रत्याशी तय कर दिए गए है।
इनका कटा टिकट
रविवार को जारी कांग्रेस की पहली सूची में 30 नाम है। इसमें तो आठ विधायकों के टिकट काट दिए गए। बस्तर संभाग के चार और दुर्ग संभाग के चार विधायकों को टिकट नहीं दिया गया है। इसमें कांकेर जिले के अंतागढ़ सीट से अनूप नाग, कांकेर सीट से (पूर्व IAS अफसर) शिशुपाल शोरी, दंतेवाडा से देवती कर्मा, बस्तर जिले की चित्रकोट सीट से राजमन बेंजाम का टिकट काट दिया गया है।
इसी तरह से दुर्ग संभाग अंतर्गत बेमेतरा जिले की नवागढ़ से विधायक गुरुदयाल सिंह बंजारे, राजनांदगांव जिले की डोंगरगढ़ विधायक भुवनेश्वर बघेल और राजनांदगांव जिले की खुज्जी से विधायक छन्नी साहू, कबीरधाम जिले की पंडरिया सीट से ममता चन्द्राकर का टिकट काट दिया गया है।
9 सीट पर नए प्रत्याशी
कांग्रेस की जारी पहली लिस्ट में नौ सीट पर नए प्रत्याशी नजर आ रहे है। इसमें दंतेवाडा से वर्तमान विधायक देवती कर्मा के स्थान पर उनके पूत्र छविन्द्र कर्मा को प्रत्याशी बनाया गया है। बस्तर के सांसद और छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी (CG PCC) के अध्यक्ष दीपक बैज को चित्रकोट सीट से प्रत्याशी बनाया गया है।
कांकेर से पूर्व IAS अधिकारी और वर्तमान विधायक शिशुपाल सोरी का टिकट काटकर शंकर ध्रुव को मौका दिया गया है। अंतागढ़ से रूप सिंह पोटाई, खुज्जी से भोला राम साहू, डोंगरगढ़ से हर्षिता स्वामी बघेल, पंडरिया से नीलकंठ चन्द्रवंशी और नवागढ़ से वर्तमान पीएचई मंत्री गुरु रुद्र कुमार को प्रत्याशी बनाया गया है।
जानें किसे उतारा डॉ.रमन के खिलाफ
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेहद करीबी गिरीश देवांगन को राजनांदगांव विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया गया है। वे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह के खिलाफ मैदान में ताल ठोकेंगें। आपको बता दें कि गिरीश रायपुर जिले के खरोरा के रहने वाले है।
वे राजनीतिक रूप से रायपुर में ही सक्रिय रहे है। कुछ दिन पहले संगठन में दुर्ग के प्रभारी बनाए गए थे। साथ ही प्रदेश कांग्रेस में भी पद पर आसीन थे। गिरीश छत्तीसगढ़ खनिज निगम के अध्यक्ष भी है।
कौन है छबिन्द्र कर्मा
बस्तर के दिग्गज कांग्रेस नेता और सलवा जुडूम के प्रणेता महेन्द्र कर्मा के पूत्र है छबिन्द्र कर्मा। आपको बता दें कि झीरम में 2013 में हुए बड़े नक्सली हमले में तत्कालीन PCC चीफ महेन्द्र कर्मा की मौत हो गई थी, जिसमें विद्याचरण शुक्ला, नंदकुमार पटेल सहित पार्टी की पहली पक्ति के नेता और जवान मारे गए थे।
खैर, 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी देवती कर्मा को भाजपा उम्मीदवार भीमा मंडावी ने हराया था। वहीं 2019 लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान भीमा मंडावी की नक्सली हमले में मौत हो गई थी।
फिर हुए उपचुनाव में देवती कर्मा ने दिवंगत भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी को हराकर सदन पहुंची थी। वहीं 2023 विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने देवती कर्मा के बजाए उनके पूत्र छबिन्द्र कर्मा को पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी बना दिया है।