रायपुर थाना सिविल लाइन के निरीक्षक रोहित मालेकर ने साइबर क्राइम से बचने का तरीका बताया है।
बीमा या फाइनेंस से संबंधित कॉल/मैसेज आपको मेसेज या फोन काल के माध्यम से ठगी होती है।
ठगों का मकसद लोगों को धोखे में डालकर उनकी व्यक्तिगत जानकारी चुराना या पैसे हासिल करना होता है।
सूचनाजी न्यूज, छत्तीसगढ़। आपकी कमाई पर किसी की नजर है। झांसेबाजी में लेकर खाते से पूरा पैसा उड़ाने का केस बढ़ता जा रहा है। इसलिए आप बचें और दूसरों को भी बचाएं। आपको कोई अनजान व्यक्ति कॉल करे और कहे कि बीमा, फाइनेंस, किश्त, लोन, केवाईसी अपडेट, सिम ब्लॉक, लॉटरी, लक्की ड्रा निकला है, आप ओटीपी बता दीजिए। इसके बारे में फोन कॉल या मैसेज ठगी या धोखाधड़ी का सबूत है।
रायपुर थाना सिविल लाइन के निरीक्षक रोहित मालेकर का कहना है कि ठगों का मकसद लोगों को धोखे में डालकर उनकी व्यक्तिगत जानकारी चुराना या पैसे हासिल करना होता है।
बीमा या फाइनेंस से संबंधित कॉल/मैसेज आपको मेसेज या फोन काल के माध्यम से बताया जाता है कि आपकी बीमा पॉलिसी या लोन किश्त में कुछ समस्या है, जिसे तुरंत ठीक करना आवश्यक है।
इसके लिए आपको अपने बैंक विवरण, पॉलिसी नंबर या अन्य व्यक्तिगत जानकारी देने के लिए कहा जाता है। आपको बीमा की राशि मेच्युरिटी से पहले देने का लालच देकर एडवांस में पैसे जमा करने के लिए कहा जाता है।
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केवाईसी अपडेट के ना पर झांसा
बैंक या फाइनेंशियल संस्थान के नाम पर आपको फोन काल या मेसेज करके कहा जाता है कि आपकी KYC (Know Your Customer) जानकारी अपडेट नहीं है और यदि आप इसे अपडेट नहीं करते, तो आपका खाता बंद कर दिया जाएगा। इसके लिए आपको लिंक पर क्लिक करने या ओटीपी साझा करने के लिए कहा जाता है।
सिम ब्लॉक होने का डर
ये कॉल या मैसेज आपको डराते हैं कि आपकी सिम ब्लॉक होने वाली है और इसे चालू रखने के लिए आपको तुरंत कोई लिंक पर क्लिक करना है या कुछ जानकारी देनी है।
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लॉटरी या लकी ड्रॉ
आपको सूचित किया जाता है कि आपने किसी लॉटरी या लकी ड्रॉ में बड़ी रकम जीती है, लेकिन इस रकम को पाने के लिए आपको पहले कुछ पैसे जमा करने पड़ेंगे या अपने बैंक विवरण साझा करने होंगे।
इन कॉल/मैसेज से बचने के उपाय
-कभी भी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें, बैंक या फाइनेंशियल संस्थान कभी भी फोन पर आपकी व्यक्तिगत जानकारी, पासवर्ड, ओटीपी या अन्य गोपनीय जानकारी नहीं मांगते हैं।
-संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें, किसी भी अज्ञात लिंक या मैसेज में दिए गए लिंक पर क्लिक न करें।
-कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट या हेल्पलाइन से संपर्क करें, यदि आपको किसी कॉल या मैसेज पर संदेह होता है, तो सीधे कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं या उनके हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें।
-संदेश/फोन कॉल की सत्यता की जाँच करेंहमेशा कॉल या मैसेज की सत्यता की पुष्टि करें, खासकर जब वह पैसे या आपकी व्यक्तिगत जानकारी की मांग करता हो।
-यदि आपने गलती से कोई जानकारी साझा कर दी है, तो तुरंत अपने बैंक को सूचित करें ताकि वे आवश्यक कदम उठा सकें।
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अगर घटना हो गई हो तो क्या करें
-साइबर अपराध घटित होने की स्थिति में 1930 पर काल करे सेंट्रल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल www.cyber crime.gov.in पर रिपोर्ट करें
-नजदीकी थाने अथवा साइबर सेल से संपर्क करें
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