
- बोकारो स्टील प्लांट के आधा दर्जन अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। वन भूमि विवाद पर ईडी की टीम स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (Steel Authority of India Limited-SAIL) के बोकारो स्टील प्लांट (Bokaro Steel plant) के अधिकारियों से सवाल-जवाब कर रही है। पुराने दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। फाइलों की फोटो कॉपी ली जा रही है। बीएसएल प्रबंधन की ओर से अपनाई गई सारी प्रक्रियाओं आदि की विस्तृत रिपोर्ट ली जा रही है।
प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ईडी के आधा दर्जन अधिकारियों की टीम नगर सेवा विभाग पहुंची। समाचार लिखे जाने तक ईडी की टीम टीए बिल्डिंग में मौजूद रही। बीएसएल प्रबंधन (BSL Management) का कहना है कि लैंड नोटिफिकेशन हुआ था। बीएसएल ने जमीन को वन विभाग को वापस कर दिया था। खुद नहीं लिया। वहीं, वन विभाग कहना है कि बीएसएल प्रबंधन ने जमीन को वापस ही नहीं किया है। बीएसएल प्रबंधन ने जमीन वापस किया और वन विभाग ने कहा-जमीन वापस नहीं मिली। इसी का फायदा उठाकर भूमि-माफिया और कब्जेदारों ने 105 एकड़ जमीन को ही हड़प लिया। इसी ममले की जांच ईडी कर रही है।
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बोकारो के तेतुलिया मौजा स्थित करीब 105 एकड़ वन भूमि का फर्जी दस्तावेज बनाकर भू-माफिया, अंचल के हल्का कर्मी और बोकारो स्टील प्लांट के अफसरों की मिलीभगत से खरीद-बिक्री के मामले की जांच चल रही है। बता दे कि पूर्व में बोकारो वन प्रमंडल के प्रभारी वनपाल सह वनरक्षी रुद्र प्रताप सिंह की शिकायत पर धारा 406, 420, 467, 4680 471, 120बी/34 व 30(सी)/63 फॉरेस्ट एक्ट के तहत सेक्टर-12 थाना में 18 मार्च 2024 को प्राथमिकी दर्ज की गयी थी।
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यह है पूरा मामला
आरोप है कि इजहार अंसारी, अख्तर हुसैन और शैलेश कुमार सिन्हा ने धोखाधड़ी और दूसरे के नाम पर फर्जी दस्तावेज बनाकर वन भूमि को चास अंचल के तत्कालीन हल्का कर्मचारी रंगनाथ सिंह और बोकारो स्टील प्लांट के अधिकारियों जेएन सिंह, सचिंद्र प्रसाद पांडेय, सत्येंद्र सत्यार्थी, माधव प्रसाद सिन्हा व आरबी सिंह की मदद से वन भूमि की खरीद-बिक्री करते रहते हैं।
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पूर्व में तेतुलिया मौजा की 95.65 एकड़ जमीन बोकारो इस्पात संयंत्र को वापस करना था, लेकिन वापस नहीं किया गया। भूमि को भूमाफिया ने हस्तांतरित कर गबन कर लिया। भूराजस्व विभाग की जांच कमेटी ने सरकार को रिपोर्ट दी कि खतियान में तेतुलिया मौजा की थाना नंबर-38, खाता नंबर-59, प्लॉट संख्या 426 व 450 में रकवा 40.60 एकड़ व 60.60 एकड़ गैर मजरुआ मालिक, किस्म जंगल-झाड़ी दर्ज है।
पढ़िए आरोपियों के नाम
इजहार हुसैन, उकरीद, सेक्टर-12, बोकारो
अख्तर हुसैन, उकरीद, सेक्टर-12, बोकारो
शैलेश कुमार सिंह, सिटी सेंटर, सेक्टर-4, बोकारो
रंगनाथ सिंह, तत्कालीन हल्का कर्मचारी, चास अंचल, बोकारो
जेएन सिंह, तत्कालीन उप महाप्रबंधक, नगर सेवाएं, बोकारो
सचिंद्र प्रसाद पांडेय, तत्कालीन वरीय प्रबंधक (भू एवं संपदा), बोकारो इस्पात संयत्र
सत्येंद्र सत्यार्थी, वरीय प्रबंधक (भू एवं संपदा), बोकारो स्टील सिटी
माधव प्रसाद सिन्हा, तत्कालीन उपमहाप्रबंधक, (नगर प्रशासन-भूमि), बोकारो इस्पात संयत्र
आरबी सिंह, तत्कालीन महाप्रबंधक, नगर सेवाएं, बोकारो स्टील सिटी
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