- हावड़ा और कोलकाता की दूरी घट जाएगी। जहां दोनों शहर की यात्रा में 25-30 मिनट लगते थे तो वहीं अब अंडर वाटर मेट्रो में सिर्फ 5-6 मिनट का ही वक्त लगेगा।
सूचनाजी न्यूज, डेस्क: भारत को आज पहली अंडर वाटर ट्रेन की सौगात मिल चुकी है। यह कारनामा पश्चिम बंगाल में स्थित कोलकाता मेट्रो ने कर दिखाया है।
देश की पहली अंडर वाटर मेट्रो (First Under Water Metro) के साथ ही स्टेशन भी बनाए गए है। यह मेट्रो पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता और प्रदेश के सबसे बड़े शहरों में से एक हावड़ा को जोड़ेगी। कोलकाता और हावड़ा दोनों ही शहर जुड़े होने के कारण इन्हें ट्विनसिटी (जुड़वा शहर) भी कहा जाता है।
भारत में करीब 15 से अधिक शहरों में मेट्रो ट्रेन चलती है। लेकिन पानी के अंदर, सुरंग बनाकर देश में पहली बार ट्रेन चलाया गया। पेरिस और लंदन में अंडर वाटर ट्रेनें चलती है लेकिन भारतवासी इसका देश में ही पहली बार अनुभव कर पाएंगे। इसे दुनिया का सबसे गहराई में बना मेट्रो स्टेशन माना जा रहा है।
इसकी सौगात मिल जाने से हावड़ा और कोलकाता की दूरी घट जाएगी। जहां दोनों शहर की यात्रा में 25-30 मिनट लगते थे तो वहीं अब अंडर वाटर मेट्रो में सिर्फ 5-6 मिनट का ही वक्त लगेगा।
जानिए खास बातें
अंडर वाटर मेट्रो के लिए रिकॉर्ड 30 मीटर नीचे स्टेशन बनाया गया है। इस रूट पर 520 मीटर का सफर पानी के अंदर होगा। यह प्रोजेक्ट देश की बड़ी और गहरी नदियों में से एक गंगा पर बनाया गया है।
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पश्चिम बंगाल में गंगा नदी को हुगली के नाम से जाना जाता है, जहां 520 मीटर का सुरंग बनाकर इसे आकार दिया गया है। यहां चार स्टेशन बनाए गए है। 520 मीटर के सुरंग को मेट्रो ट्रेनें 45 सेकंड में पूरी करेगी।
पीएम मोदी ने ट्रेन में सफर भी किया
प्रधानमंत्री (PM) नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने बुधवार को इसका उद्घाटन किया। इसके बाद पीएम मोदी ने मेट्रो का सफर किया। ट्रेन में मौजूद स्कूली बच्चों से उन्होंने चर्चा भी की।
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