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करोड़ों की LIC पॉलिसी मेच्योर, लेने नहीं आ रहा कोई, BSP के पास पूरी लिस्ट, आप भी कीजिए पता…

करोड़ों की LIC पॉलिसी मेच्योर, लेने नहीं आ रहा कोई, BSP के पास पूरी लिस्ट, आप भी कीजिए पता…
  • भिलाई स्टील प्लांट के कर्मचारियों का पैसा भी यहां फंसा हुआ है। एलआइसी और बीएसपी के बीच तालमेल न बैठने से एक मोटी रकम से परिवार वंचित। 

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। कई साल पहले आपने या आपके घर वालों ने बीमा कराया और अब भूल चुके हैं तो जाग जाइए। बीमा (Insurance) कराने वाला अब दुनिया में नहीं है तो उसकी रकम लेने वाले भी सामने नहीं आ रहे हैं। अनगिनत ऐसे केस हैं, जिसका भुगतान किया जा सकता है, लेकिन लेने वाला ही सामने नहीं आ रहा है।

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आपका करोड़ों रुपए एलआइसी (LIC) के पास जमा है। लेकिन, लेने वाला कोई नहीं है। एलआइसी (LIC) का एमाउंट (Amount) मेच्योर (Mature) होने के बाद भी अब तक बीमा कराने वालों को नहीं मिल पाया है, क्योंकि काफी लोग आवेदन तक नहीं कर रहे हैं।

भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant ) के कर्मचारियों का पैसा भी यहां फंसा हुआ है। एलआइसी और बीएसपी के बीच तालमेल न बैठने से एक मोटी रकम का ब्याज एलआइसी (LIC) खा रही है।

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एलआइसी की पॉलिसी मेच्योर होने के बाद भी पैसा न मिलने का राज पूर्व मान्यता प्राप्त यूनियन सीटू के कार्यालय सचिव अशोक खातरकर ने खोला। अशोक खातरकर ने साल 1992 में बीमा कराया था। चंद रकम का बीमा कराया और इसकी किस्त जमा करते रहे। उस वक्त हॉस्टल में रहते थे और फोन नंबर था नहीं। साल 2019 में ही बीमा मेच्योर हो गई, लेकिन इसकी खबर तक नहीं मिल सकी।

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लंबा गैप होने की वजह से अशोक खातरकर का भी ध्यान इस ओर नहीं गया। पिछले दिनों नए बीमा की जानकारी के लिए एलआइसी आफिस (LIC Office) पहुंचे तो वहां पता चला साल 2019 में ही आपका क और बीमा मेच्योर हो चुका है। जिसकी जानकारी लेने आए हैं, वह अगले साल मेच्योर होगी।

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एलआइसी अधिकारियों (LIC Officers) ने अपने बचाव में जवाब दिया कि आपका फोन नंबर और पता नहीं था, इसलिए जानकारी नहीं दी जा सकी। जबकि बीएसपी प्रबंधन को इसकी जानकारी दी गई थी।

अशोक खातरकर का कहना है कि प्रबंधन के पास पर्सनल नंबर है। बावजूद, कोई जानकारी किसी को नहीं दी जा रही है। एलआइसी (LIC) के अधिकारियों ने बचाव में कहा कि हम लोगों ने बीएसपी को पूरी लिस्ट भेजी है।

अनगिनत केस ऐसे हैं, जिनका पैसा लेने कोई सामने नहीं आ रहा है। इसलिए आप एक बार जरूरत एलआइसी आफिस पहुंचे और बीमा की जानकारी ले लीजिए, कहीं आपका पैसा भी तो नहीं फंसा है।

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