नेहरू पुरस्कार योजना की शुरुआत 1963 में हुई थी, और इसे 14 नवम्बर को ‘मेटालार्जिस्ट डे’ के रूप में मनाया जाता था।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा आयोजित “नेहरू पुरस्कार वितरण समारोह-2024” 23 दिसंबर 2024 को नेहरु सांस्कृतिक सदन, सेक्टर-1, भिलाई में संपन्न हुआ। इस वर्ष कुल 572 पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को सम्मानित किया गया।
33 अधिकारियों को जवाहर पुरस्कार, 65 कार्मिकों को नेहरू पुरस्कार और 62 समूहों में 474 कर्मचारियों को जवाहरलाल नेहरू समूह पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस प्रकार कुल 572 कर्मचारियों को संयंत्र की उपलब्धियों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए नेहरू पुरस्कार-2024 से सम्मानित किया गया।
समारोह में मुख्य अतिथि, निदेशक प्रभारी (सेल-बीएसपी) निर्बान दासगुप्ता और संयंत्र के सभी कार्यपालक निदेशकों ने पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया। यह गौरवशाली नेहरू पुरस्कार संयंत्र के कर्मचारियों के उत्कृष्ट और सराहनीय कार्यों की प्रशंसा एवं उनके उत्साहवर्धन हेतु प्रदान किया जाता है।
इस समारोह के मुख्य अतिथि, निदेशक प्रभारी (सेल-बीएसपी) अनिर्बान दासगुप्ता थे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में संयंत्र के कार्यपालक निदेशक प्रभारी (वर्क्स) अंजनी कुमार, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) एस मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) अजय कुमार चक्रबर्ती, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डॉ अशोक कुमार पंडा, कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार, कार्यपालक निदेशक (माइंस) बीके गिरी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांयें) डॉ एम रविन्द्रनाथ, कार्यपालक निदेशक (प्रचालन) राकेश कुमार, कार्यकारी कार्यपालक निदेशक (रावघाट) अरुण कुमार उपस्थित थे।
साथ ही इस समारोह में संयंत्र के विभिन्न विभागों के महाप्रबंधकगण, विभागाध्यक्ष, ऑफिसर्स एसोशियेशन के अध्यक्ष एवं सेफी के चेयरमैन एनके बंछोर, महासचिव (ओए) परविंदर सिंह, कोषाध्यक्ष (ओए) अंकुर मिश्रा, अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण, श्रमिक संगठन, विभिन्न एसोसिएशन के पदाधिकरिगण, पुरस्कार विजेता और उनके परिवार के सदस्यगण उपस्थित थे।
संयंत्र के अन्य कर्मचारियों को भी प्रेरणा मिले-डीआईसी
संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने कर्मचारियों की असाधारण मेहनत और योगदान के लिए आभार व्यक्त किया और सभी पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को बधाई दी। उन्होंने कर्मचारियों के उत्कृष्ट योगदान और नवाचार विचारों को सराहा।
उन्होंने सम्मान प्राप्त कर्मचारियों से कहा कि इसमें प्राप्त राशि नहीं बल्कि सम्मान सबको प्रेरित करती है, और यही हम भी चाहते हैं कि इस सम्मान से आपने जो उदहारण प्रस्तुत किया है, इससे संयंत्र के अन्य कर्मचारियों को भी प्रेरणा मिले।
उन्होंने कहा, मैं हमारे विजेताओं और उनके परिवारों को बहुत सारी बधाइयां देता हूँ क्योंकि बिना परिवार के सहयोग के यह संभव नहीं है। मैं आशा करता हूँ कि हम आगे भी अपने संयंत्र को और प्रगति की ओर ले जाएंगे। निदेशक प्रभारी ने सारगर्भित तरीके से कर्मचारियों की मेहनत और समर्पण की सराहना की।
संदीप माथुर, जेएन ठाकुर, निशा, अनुराधा, एच शेखर ने निभाई ये भूमिका
कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य महाप्रबंधक (कार्मिक) संदीप माथुर ने स्वागत किया एवं नेहरू पुरस्कार वितरण समारोह 2024 का समग्र विवरण दिया। समारोह का संचालन महाप्रबंधक (एचआर- नॉन वर्क्स एंड माइनस) जेएन ठाकुर (मास्टर ऑफ सेरेमनी) तथा महाप्रबंधक (एचआर-मेडिकल, नॉन वर्क्स) आर रंजानी (मास्टर ऑफ सेरेमनी) द्वारा किया गया।
सम्मान प्राप्त कर्मचारियों के कार्यों का विवरण और उनके प्रशस्ति पत्र की उद्घोषणा वरिष्ठ प्रबंधक (एचआर-एचआरआईएस) निशा बाउल (साइटेशन रीडर्स) वरिष्ठ प्रबंधक (एचआर-एमपीएस और रिक्रूटमेंट) अनुराधा साहा (साइटेशन रीडर्स) द्वारा किया गया। समारोह का धन्यवाद ज्ञापन महाप्रबंधक (एचआर-स्ट्रेटेजिक एचआर) एच शेखर द्वारा दिया गया।
सेल्फी स्टैंड पर अवॉर्ड लेने वाले लेते रहे सेल्फी
इस वर्ष के नेहरू पुरस्कार से सम्मानित कर्मचारियों के लिए नेहरू सांस्कृतिक भवन में एक सेल्फी स्टैंड भी लगाया गया है। नेहरू पुरस्कार से सम्मानित कर्मचारियों ने उत्पादन, रखरखाव, सेवाओं, गुणवत्ता, कर्मचारी संबंधों, सुरक्षा, और स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सुधार और प्रशंसनीय कार्य किए हैं।
जानिए पुरस्कार की राशि के बारे में
यह पुरस्कार 3 श्रेणियों में प्रदान किया जाता है। जवाहर अवार्ड की श्रेणी में अधिकारियों को उनके व्यक्तिगत योगदान के लिए 8,000 रुपये और प्रशस्ति पत्र। नेहरू अवार्ड की श्रेणी में कार्मिकों को उनके व्यक्तिगत योगदान के लिए 6,000 रुपये और प्रशस्ति पत्र तथा जवाहरलाल नेहरू समूह पुरस्कार की श्रेणी में कर्मचारियों और अधिकारियों की टीम को उनके सामूहिक योगदान के लिए 10,000 रुपये प्रति समूह या 2,000 रुपये प्रति सदस्य (जो भी अधिक हो) और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है।
नेहरू पुरस्कार योजना की शुरुआत 1963 में हुई थी
नेहरू पुरस्कार योजना की शुरुआत 1963 में हुई थी, और इसे 14 नवम्बर को ‘मेटालार्जिस्ट डे’ के रूप में मनाया जाता था। कुछ वर्षों तक यह पुरस्कार 4 फरवरी को, पहले ब्लास्ट फर्नेस की कमीशनिंग की वर्षगांठ पर दिया जाता था।
बाद में यह योजना कुछ वर्षों के लिए स्थगित कर दी गई थी।
1991 में, यह योजना भिलाई इस्पात संयंत्र में पुनः शुरू की गई थी, और तब से जिसे कंपनी के संशोधित दिशा-निर्देशों के अनुसार यह प्रत्येक वर्ष कर्मचारियों के उत्कृष्ट योगदान को सम्मान देने के रूप में जारी है।