- रात 10 बजे तक कई शहरों में कर्फ्यू लगाया गया था, जिसको बढ़ा दिया गया है। पोखरा में भी कर्फ्यू लगा दिया गया है।
सूचनाजी न्यूज, काठमांडू। नेपाल की राजधानी काठमांडू समेत 6 शहरों में हिंसा बढ़ती जा रही है। सुरक्षा बलों की गोली से GEN Z के 20 प्रदर्शनकारियों की मौत हो चुकी है। हालात नियंत्रण के बाहर होते जा रहे हैं। आंदोलन को रोकने के लिए सरकार ने देखते ही गोली मारने का आदेश जारी कर दिया है। 100 से ज्यादा प्रदर्शनकारी जख्मी हो गए हैं। 6 पत्रकार को भी गोली लगी है। रात 10 बजे तक कई शहरों में कर्फ्यू लगाया गया था, जिसको बढ़ा दिया गया है। पोखरा में भी कर्फ्यू लगा दिया गया है।
नेपाल में Whatsapp, X, Facebook, Youtube, Instagram संग 26 सोशल मीडिया साइट को बैन कर दिया गया है। इससे आक्रोशित युवा बेरोजगारी-भ्रष्टाचार के खिलाफ युवा सड़क से संसद तक आवाज उठाने के लिए घरों से बाहर निकल चुके हैं। पूरे नेपाल के हालात बेकाबू हो गए हैं। 1995 से 2010 के बीच जन्मे युवा GEN-Z ने सरकार के खिलाफ बगावत कर दिया है।
युवा अभी भी सड़क पर हैं। युवा नारेबाजी कर रहे हैं। प्रधानमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की जा रही है। प्रदर्शनकारी वीपीएन का इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं, घायलों का उपचार सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में किया जा रहा है। हिंसक झड़प में मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। अब भी कइयों की जान जोखिम में बनी हुई है।
प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और मंत्रियों की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। सेना की टुकड़ियों ने मोर्चा संभाल लिया है। वहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक हो रही है। विराटनगर, पोखरा तक हंगामा मचा हुआ है। पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले छोड़े, रबर बुलेट के बाद फायरिंग की गई, जिसमें जान चली गई।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ओली सरकार ने जनता की आवाज़ दबाने के लिए फेसबुक, वॉट्सऐप, यूट्यूब, X समेत 26 सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर बैन लगा दिया है। काठमांडू की सड़कों पर जेन-Z का विद्रोह तख्तापलट का संकेत दे रहे हैं।