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P17 A Project Frigates: SAIL के स्टील पर खड़ा हुआ एक और युद्धपोत, स्वदेशीकरण में बड़ी भूमिका

P17 A Project Frigates: SAIL के स्टील पर खड़ा हुआ एक और युद्धपोत, स्वदेशीकरण में बड़ी भूमिका
  • भारत की रक्षा स्वदेशीकरण को मजबूत करने पर SAIL का मजबूत फोकस P17 A प्रोजेक्ट फ्रिगेट्स के लिए स्टील की आपूर्ति की।

सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। भारत के सबसे बड़े इस्पात उत्पादक कंपनियों (Steel Producing Companies) में से एक, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) ने राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाई है। भारतीय नौसेना के लिए स्वदेशी P17 A परियोजना के तहत सातवें युद्धपोत के लिए लगभग 4000 टन की विशेष स्टील प्लेटों की आपूर्ति की है।

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मेसर्स मझगांव डॉक लिमिटेड (M/s Mazagon Dock Limited) द्वारा निर्मित इस सातवें फ्रिगेट जहाज (Seventh Frigate Ship) का आगामी लॉन्च, 01 सितंबर 2023 को भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Vice President of India Jagdeep Dhankhar ) द्वारा किया जाना है। यह घटना देश की समुद्री सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

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SAIL P17 A फ्रिगेट्स के विकास में एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में उभरा है, जो भारत के रक्षा स्वदेशीकरण को आगे बढ़ाने में कंपनी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

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सेल (SAIL) के सराहनीय प्रयास वर्तमान युद्धपोत से आगे तक फैले हुए हैं। कंपनी ने हाल ही में लॉन्च “विंध्यगिरि (Vindhyagiri)” नामक छठे युद्धपोत के निर्माण के लिए भी समान मात्रा में विशेष स्टील उपलब्ध कराया था। इसे भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President of India Draupadi Murmu ) ने राष्ट्र को समर्पित किया था।

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पी17 ए परियोजना में मेसर्स मझगांव डॉक लिमिटेड द्वारा कुल चार जहाजों और मेसर्स जीआरएसई (M/s GRSE ) द्वारा तीन जहाजों का निर्माण शामिल है। मझगांव डॉक लिमिटेड द्वारा तीन जहाजों का प्रक्षेपण सितंबर 2019 और सितंबर 2022 के बीच हुआ, जबकि मेसर्स जीआरएसई ने दिसंबर 2020 और अगस्त 2023 के बीच तीन जहाजों को सफलतापूर्वक लॉन्च किया।

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इन जहाजों के लिए स्टील आपूर्ति के मामले में सेल का योगदान लगभग 28,000 टन है। जो महत्वपूर्ण उपयोग के लिए उच्च-स्तरीय उत्पादों की आपूर्ति करने की कंपनी की क्षमताओं को रेखांकित करता है।

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भारत के रक्षा क्षेत्र को समर्थन देने के अपने समृद्ध इतिहास में, SAIL ने न केवल P17 A परियोजना के लिए स्टील की आपूर्ति की है, बल्कि विमान वाहक INS विक्रांत (Aircraft carriers INS Vikrant), INS उदयगिरि (INS Udayagiri ) और INS जैसे युद्धपोतों सहित विभिन्न रक्षा परियोजनाओं के लिए स्टील प्रदान करने में भी अभिन्न भूमिका निभाई है।

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