- समिति ने तर्क दिया कि साल भर की मेहनत के बाद अब दो-तीन दिन त्योहार का मौका है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव (Chhattisgarh Assembly Elections) आचार संहिता की वजह से रात्रि 10 बजे से प्रातः 6 बजे तक ध्वनि विस्तारक यंत्र प्रतिबंधित किए जाने के खिलाफ आक्रोश है। शुक्रवार को भिलाई की पूजा समिति के सदस्य कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा के पास पहुंचे।
समिति ने तर्क दिया कि साल भर की मेहनत के बाद अब दो-तीन दिन त्योहार का मौका है। लोग देर शाम परिवार के साथ निकलते हैं। पंडालों में दुर्गाजी का दर्शन करते हैं। ऐसे में स्पीकर बंद करने से मायूसी छा गई है।
सेक्टर-7 दुर्गोत्सव समिति व बीएसपी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता भी कलेक्टर के पास पहुंचे। उन्होंने कहा कि भिलाई स्टील प्लांट के कर्मचारी ड्यूटी से आने के बाद ही परिवार के साथ निकलते हैं। ऐसे में आस्था पर गहरी चोट हो रही है। वहीं, पुलिस के रवैये पर आपत्ति दर्ज कराई गई। समिति का कहना है कि कलेक्टर ने कहा-हाईकोर्ट का आदेश है, फिर भी जो कुछ होगा, देखा जाएगा।
बता दें कि भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली के द्वारा विधानसभा निर्वाचन-2023 के लिये कार्यक्रम जारी किये जाने के साथ ही आदर्श आचरण संहिता प्रभावशील हो चुकी है। निर्वाचन के दौरान सभी राजनैतिक दल, उनके कार्यकर्ता तथा उनसे सहानुभूति रखने वाले व्यक्ति अपने दल के प्रचार-प्रसार के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग करते हैं।
इन ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग, न केवल स्थायी रूप से होता है, विभिन्न वाहनों जैसे जीप, कार, ट्रक, टेम्पो तिपहिया स्कूटर सायकल रिक्शा आदि पर घूम-घूम कर या स्थिर रखकर भी होता है। ये वाहन सभी गलियों, सड़कों एवं उपगलियों पर चलते हैं तथा गांव बस्तियों मोहल्लों एवं कालोनियों से बहुत ऊंची आवाज लाउड स्पीकरों से प्रसारण करते हुए जाते हैं।
लाउड स्पीकरों पर अप्रतिबंधित रूप से किये जाने वाले शोरगुल से वृद्ध, दुर्बल, बीमार व्यक्ति को चाहे वह किसी चिकित्सालय संस्थान में हो या घर में हो बहुत परेशानी होती है।
विषम समय में विषम स्थान पर ध्वनि विस्तारक यंत्रों अविवेकपूर्ण ऊंचे स्वरों पर अवैधानिक प्रयोग से जनमानस की शांति एवं स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने कोलाहल नियंत्रण अधिनियम 1985 की धारा 04 के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जिले के ग्रामीण क्षेत्रों तथा नगरीय क्षेत्रों में रात्रि 10 बजे से प्रातः 6 बजे तक ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग किया जाना अथवा करवाया जाना पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया है।
आदेशानुसार ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग, चुनाव प्रचार करने के लिए वाहनों पर एवं चुनावी सभाओं में नगरीय तथा ग्रामीण क्षेत्रों में प्रातः 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक ही समक्ष अधिकारी की अनुमति पश्चात किया जा सकेगा किन्तु ऐसे ध्वनि विस्तारक यंत्र साधारण किस्म के होंगे एवं मध्यम आवाज में ही प्रयोग किये जाएंगे।
लोक परिशांति को देखते हुए लंबे चोंगे वाले लाउड स्पीकरों का प्रयोग पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया गया है। वाहनों एवं चुनावी सभाओं में एक से अधिक लाउड स्पीकर समूहों में लगाया जाना भी प्रतिबंधत किया जाता है।
चुनावी सभाओं एवं चुनाव प्रचार करने के लिए वाहनों पर ध्वनि विस्तारक यंत्रों के लिए श्री आशीष देवांगन, आयुक्त नगर पालिक निगम रिसाली को सक्षम प्राधिकारी घोषित किया गया है। इस हेतु जिला कार्यालय दुर्ग के कक्ष क्रमांक 28 में निर्धारित समय सीमा में आवेदन प्रस्तुत करेंगे। इनके लिंक अधिकारी दीपक निकुंज, संयुक्त कलेक्टर दुर्ग होंगे। उपयोग से पूर्व सक्षम प्राधिकारी से लिखित अनुमति प्राप्त करना अतिआवश्यक है। साथ ही मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन न हो, यह भी अनुमति प्राप्तकर्ता सुनिश्चित करेंगे।
इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में एवं नगरीय क्षेत्रों में प्रातः 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग सक्षम अधिकारी की अनुमति प्राप्त कर सामान्य तौर पर शैक्षणिक संस्थाओं, चिकित्सालय, नर्सिंग होम, न्यायालय परिसर, शासकीय कार्यालय छात्रावास, नगर पालिक परिषद, जनपद पंचायत एवं किसी अन्य स्थानीय निकाय कार्यालय, बैंक, पोस्ट ऑफिस, दूरभाष केन्द्र आदि से 200 मीटर की दूरी के भीतर ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग सामान्य स्थिति में भी पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा।
यह प्रतिबंध निर्वाचन प्रक्रिया की समाप्ति दिनांक तक संपूर्ण जिले में प्रभावशील रहेगा। आदेश तत्काल प्रभावशील हो गई है।