- वार्षिक बोनस 40500 से अधिक पर चर्चा करने को लेकर स्टील वर्कर्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया सीटू के आह्वान पर विरोध प्रदर्शन किया गया।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई/ दुर्गापुर/ राजहरा/ राउरकेला। सेल कर्मचारियों का बोनस तय करने के लिए शनिवार को दिल्ली में एनजेसीएस मीटिंग होनी है। सेल प्रबंधन पर दबाव डालने के लिए भिलाई, राजहरा आयरन ओर माइंस, राउरकेला स्टील प्लांट, बोकारो, अलाय स्टील प्लांट के कर्मचारियों ने विरोध-प्रदर्शन किया। सेल के सीएमडी को संबोधित मांग पत्र प्रबंधन को सौंपा।
सीटू भिलाई ने बोरिया गेट पर प्रदर्शन किया
बीएसपी के बोरिया गेट पर विरोध प्रदर्शन के बाद मांग पत्र आइआर विभाग की सीनियर मैनेजर प्रियंका मीणा को सौंपा। सीटू नेताओं ने कहा-2022 में ASPLIS / वार्षिक बोनस 40500/- देने के बाद प्रबंधन ने 8 फरवरी 2023 को बोनस फार्मूला बनाने के संदर्भ में बैठक बुलाया एवं उस बैठक में प्रबंधन ने सर्वसम्मति की परिपाटी को तोड़ते हुए बहुमत को आधार बनाकर वार्षिक बोनस /ASPLIS के संदर्भ में फॉर्मूला बनाया, जिसका सीटू एवं एटक ने विरोध करते हुए उस फार्मूले पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया था। उस बहुमत वाले भ्रामक फार्मूला के चलते विगत दो वर्षों से सेल कर्मियों को ASPLIS / वार्षिक बोनस क्रमशः 26500/- और 23000/- दिया गया जो एनजेसीएस की मूल भावना के खिलाफ है एवं एक गलत परिपाटी विकसित किया जा रहा है।
सेल प्रबंधन वादा निभाओ, 2023 के बोनस फार्मूला को खारिज करो
सभी यूनियनों ने विरोध करते हुए उस भ्रामक बोनस फार्मूले को खारिज करने की मांग कर चुके हैं जिस पर सेल प्रबंधन ने सेंट्रल लेबर कमिश्नर के सामने वादा किया था कि उक्त फार्मूला को रद्द कर फिर से बोनस फार्मूले पर चर्चा किया जाएगा किंतु 20 सितंबर 2025 को होने वाले बोनस बैठक के पहले नया फार्मूला बनाने के संदर्भ में कोई बैठक नहीं बुलाई गई।
क्रूड स्टील एवं सिलेबल स्टील का उत्पादन बड़ा है तो बढ़ाना होगा बोनस भी
वित्त वर्ष 2021-22 में सेल का क्रूड स्टील उत्पादन 17.336 मिलियन टन एवं सिलेबल स्टील उत्पादन 16.890 मिलियन टन था। वर्ष 2022 में कर्मियों को ₹40500/- ASPLIS / वार्षिक के रूप में दिया गया। इस वित्त वर्ष 2024-25 में क्रूड स्टील उत्पादन 19.174 मिलियन टन एवं सिलेबल स्टील उत्पादन 17.940 मिलियन टन हुआ है अर्थात 2021-22 की तुलना में 2024-25 क्रूड स्टील के उत्पादन में 1.808 मिलियन टन एवं सिलेबल स्टील की उत्पादन में 1.050 मिलियन टन की वृद्धि हुई है इसीलिए बोनस भी ₹40500/- से ऊपर होना चाहिए
40500/- को आधार मानकर बोनस पर करें चर्चा
प्रदर्शन के दौरान सीटू ने कहा कि 2021-22 की तुलना में 2024-25 में क्रूड स्टील के उत्पादन में 1.808 मिलियन टन एवं सिलेबल स्टील की उत्पादन में 1.050 मिलियन टन की वृद्धि हुई है 2021-22 में ₹40500/- बोनस दिया गया था तो बढ़े हुए उत्पादन को ध्यान में रखते हुए ₹40500/- के ऊपर बोनस पर चर्चा किया जाना चाहिए।
सेल की लेबर प्रोडक्टिविटी में हुई है उत्तरोत्तर वृद्धि
सीटू हमेशा से ही उत्पादन उत्पादकता के आधार पर बोनस की मांग करता रहा है सभी संयंत्रों में लगातार स्थाई कर्मियों की संख्या घटी है एवं उत्पादन लगातार बड़ी है जिससे उत्पादकता में वृद्धि हुई है l श्रमशक्ति 2015-16 में 88,655 था जो घटकर 2024-25 में 53159 हो गई है और 2025-26 में कुल 3187 कर्मचारी सेवानिवृत्त होंगे और कुल श्रमशक्ति और घटकर 49,972 हो जाएगी जिससे सेल की लेबर प्रोडक्टिविटी में उत्तरोत्तर वृद्धि होगी, इसीलिए कर्मी बढ़े हुए बोनस के हकदार है।
बोनस फॉर्मुला रद्द करने को लेकर आरएकेएस का प्रदर्शन
सेल प्रबंधन द्वारा कर्मचारी विरोधी बोनस फॉर्मूला के विरोध मे आरएसपी कर्मचारियों ने भारी विरोध प्रदर्शन किया। बिरसा चौक पर आरएकेएस राउरकेला के बैनर तले कर्मचारी जुटे। हाथों में उत्पादन, मुनाफा से जुड़े आँकड़ों का बैनर पोस्टर लिए कर्मचारी सेल प्रबंधन के विरुद्ध नारेबाजी कर आक्रोश जाहिर किया।
एनजेसीएस नेताओ तथा यूनियनों के विरुद्ध भी आक्रोश का प्रदर्शन किया। आरएकेएस सदस्यों की डिमांड है कि वर्तमान एएसपीएलआईएस फॉर्मुला को रद्द कर , प्रोडक्शन के हिसाब से प्रति टन राशि, बोनस के रुप में घोषित किया जाए। आरएकेएस के पदाधिकारियों का कहना है कि हम कर्मचारी सिर्फ प्रोडक्शन के भागिदार है। जिसका सबूत एबिटा के रूप मे लगातार चौथे वर्ष 10000 करोड़ से उपर की राशि है। बोर्ड मेंबर उस राशि का प्रबंध करते है न कि कर्मचारी। इसलिए प्रति टन न्यूनतम ₹300 के हिसाब से बोनस राशि तय किया जाए। सभा को संबोधित करने वालो में अध्यक्ष सुधीर श्रीवास्तव, महासचिव, अभिजित कुमार प्रजापति आदि शामिल थे।
बेहतर बोनस के लिए राजहरा खदान कर्मचारियों ने किया प्रर्दशन
सेल कर्मचारियों के बोनस मुद्दे पर कल होने वाली NJCS बैठक के पूर्व शुक्रवार को स्टील वर्कर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (सीटू) के आह्वान पर सेल की सभी इकाइयों में धरना प्रदर्शन के माध्यम से पुराने बोनस फार्मूला को रद्द करने की मांग प्रबंधन के समक्ष रखी गई।
इसी क्रम में लौह अयस्क खान समूह राजहरा में भी सीटू के नेतृत्व में खदान कर्मचारियों ने माइंस आफिस गेट के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में प्रबंधन की शोषणकारी, कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।प्रदर्शन को संबोधित करते हुए यूनियन के अध्यक्ष पुरषोत्तम सिमैया ने कहा कि बेहतर उत्पादन व उत्पादकता के बावजूद सेल कर्मचारियों को वाजिब बोनस नहीं मिल पा रहा है। सेल कर्मचारियों को बाजिब बोनस से वंचित रखने के लिए सेल प्रबंधन फूट डालो की नीति अपना रहा है, जिसे किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
यूनियन के सचिव प्रकाश क्षत्रिय ने कहा कि सेल NJCS में कभी भी बहुमत की परंपरा नहीं रही है लेकिन पिछले वेतन समझौता के समय से प्रबंधन ने बहुमत की नीति अपनाकर NJCS के प्रावधानों का खुला उलंघन किया है।
अलाय स्टील प्लांट दुर्गापुर से ये खबर
ASWU/ASP एवं ASPTMC/INTUC के संयुक्त पहल पर ASP प्रशासनिक भवन के समक्ष धरना कार्यक्रम रखा गया। तत्पश्चात ED के माध्यम से सेल अध्यक्ष को मांग पत्र भेजा गया। NJCS की बैठक में बोनस के आलवा 39 माह का एरिया, कारखानों का आधुनिकीकरण एवं विस्तारीकरण पर भी चर्चा की मांग की गई है।
कार्यक्रम में कार्यकारी अध्यक्ष मणिलाल सिन्हा, महासचिव प्रदीप कुमार दत्ता, उपाध्यक्ष जयब्रत मजूमदार, सचिव संजय तमांग, रामनारायण साहा, पथदूत डे, बिप्लब मुखर्जी, रविशंकर दास, स्वपन कुंडू, लक्ष्मण रॉय, सचिव अजय बागड़ी, कनाया बसाक, जीत चक्रवर्ती, शिवनाथ,धीवर, बब्लू बाद्यकर, उज्ज्वल रुईदास आदि शामिल हुए।












