रंगमंच के प्रति रूचि रखने वाले लोगों द्वारा चौथी और पांचवीं शाम के लिए निर्धारित आकर्षक दो नाटक ‘लैला मजनू’ और ‘ताजमहल का टेंडर’ का बेसब्री से इंतज़ार है।
सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) रिपर्टरी कंपनी, दिल्ली द्वारा सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के सहयोग से आयोजित ग्रीष्मकालीन नाट्य महोत्सव 2023 की तीसरी शाम में नाटक ‘बायन’ का मंचन दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर गया।
सिविक सेंटर सभागार में प्रतिभावान कलाकारों द्वारा मंचित महाश्वेता देवी की प्रशंसित लघुकथा और मूल रूप से स्वर्गीय उषा गांगुली द्वारा निर्देशित नाटक ने न केवल दर्शकों को मोहित किया, बल्कि जातिवाद और अंधविश्वास जैसे सामाजिक दुर्रितियों पर सोचने के लिए मजबूर कर दिया।
शाम के सम्मानित मुख्य अतिथि आरएसपी के कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ. बी के होता ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। ‘बायेन’ नाटक ने मानव अस्तित्व के विविध पहलुओं और समाज में व्याप्त सामाजिक-आर्थिक असमानताओं का मनोरम अन्वेषण प्रदान किया। सजीव चित्रण के माध्यम से, नाटक ने वंचित समुदायों के अनूठे अनुभवों और संघर्षों पर प्रकाश डालते हुए मानव जीवन की एक समृद्ध चित्रपट को एक साथ बुना।
इसका उद्देश्य इन समुदायों द्वारा सामना किए जा रहे हाशिए पर प्रकाश डालना था और अधिक समावेशी और न्यायसंगत समाज की तत्काल आवश्यकता पर गहन चिंतन को प्रेरित करना था। इस नाटक को राउरकेला के कलाप्रेमी लोगों ने खूब सराहा।
महोत्सव के तीसरे दिन का समापन एनएसडी रिपर्टरी कंपनी, दिल्ली के प्रमुख राजेश सिंह के सम्मान के साथ हुआ। समारोह के समन्वयक भास्कर महापात्र, प्रतिष्ठित रंगमंच व्यक्तित्व प्रोफेसर समर मुदुली और उप महाप्रबंधक (जन संपर्क) और संचार मुख्य, आरएसपी अर्चना शत्पथी भी इस अवसर पर उपस्थित थे। रंगमंच के प्रति रूचि रखने वाले लोगों द्वारा चौथी और पांचवीं शाम के लिए निर्धारित आकर्षक दो नाटक ‘लैला मजनू’ और ‘ताजमहल का टेंडर’ का बेसब्री से इंतज़ार है।