- डीआइसी सुबह 9 बजे वहां से निकल रहे थे। गेट को जाम करने और नारेबाजी को देख वह नाराज हो गए।
सूचनाजी न्यूज, दुर्गापुर। सेल कर्मचारियों (SAIL Employees) के बोनस, 39 माह के बकाया एरियर (Outstanding Arrears) आदि विषयों को लेकर दुर्गापुर स्टील प्लांट (Durgapur Steel Plant) का गेट जाम करने का मामला तूल पकड़ चुका है। डायरेक्टर इंचार्ज बीपी सिंह (Director Incharge BP Singh) ने एक्शन लेते हुए गेट को बंद रखने और प्रदर्शनकारियों के प्रवेश पर रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया। किसी को भी हाजिरी नहीं देने का फरमान जारी किया गया।
इस बात को लेकर दुर्गापुर स्टील प्लांट (Durgapur Steel Plant) के कर्मचारी दोबारा भड़क गए। तनातनी की स्थिति बनी रही। हालात को बेकाबू होने से रोकने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों ने समझदारी दिखाते हुए आपात मीटिंग बुलाई। कार्यवाहक ईडी पीएंडए ने सातों यूनियन नेताओं के साथ बैठक की।
दुर्गापुर (Durgapur) में ही इस तरह के हालात बनाए जाने को लेकर प्रबंधन (Management) ने नाराजगी जाहिर की। सभी यूनियन के केंद्रीय नेताओं से भी प्रबंधन ने बातचीत की है। यूनियन ने स्पष्ट रूप से बोल दिया है कि जब तक बोनस, 39 माह का बकाया एरियर, एचआरए, एलाउंस (Outstanding Arrears, HRA, Allowance) आदि पर फैसला नहीं होता, तब तक आंदोलन चलता रहेगा।
कार्यवाहक ईडी पीएंडए को दो-टूक जवाब देकर सभी श्रमिक नेता बाहर निकल आए। इधर-प्रबंधन गेट खोल चुका था। प्रदर्शन में शामिल श्रमिक नेता जब अपने-अपने विभागों में पहुंचे तो वहां उन्हें जॉब नहीं दिया गया।
ये खबर भी पढ़ें : SAIL सीएमओ की CGM रश्मि सिंह बनीं MOIL Limited की Director Commercial
कइयों को हाजिरी तक नहीं दी गई है। इसको लेकर नया बवाल खड़ा होने जा रहा है। शनिवार सुबह से हर विभाग में धरना-प्रदर्शन की तैयारी की गई है। वहीं, कई ऐसे श्रमिक नेता भी मिले, जिन्हें हाजिरी मिल गई है। हाजिरी लगाने वालों ने बताया कि उनके यहां हालात सामान्य है।
बताया जा रहा है कि सीसी टीवी फुटेज से मिलान करके एक्शन लिया गया है। वहीं, एसडब्ल्यूएफआई के महासचिव ललित मोहन मिश्र का कहना है कि हाजिरी नहीं देने की बात सुनी जा रही है। आधिकारिक रूप से पुष्टि अब तक नहीं हुई है।
वहीं, इंटक के महासचिव रजत दीक्षित ने बताया जो लोग प्रदर्शन मे शामिल थे, उन्हें जॉब नहीं दिया जा रहा है। हाजिरी भी नहीं दी गई है।
रजत दीक्षित ने कहा-बोनस फॉर्मूला बदलने और लंबित मुद्दों को लेकर शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया गया है। डीआइसी सुबह 9 बजे वहां से निकल रहे थे। कर्मचारियों की आवाज को सुनकर वह नाराज हो गए, जिसके बाद विभागीय अधिकारी और सीआइएसएफ की भीड़ गेट पर लगी।