एस-6 से लेकर एस-11 तक कार्मिकों की संख्या के आधार पर 242 लोगों को लिया जाना था, लेकिन 227 लोगों को ही भिलाई में अधिकारी बनाया गया।
अज़मत अली, भिलाई। SAIL Junior Officer Exam: स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल के कर्मचारियों को प्रमोशन देने के लिए परीक्षा कराई गई थी। कर्मचारी, जूनियर आफिसर भी बन चुके हैं। लेकिन, बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। पूरी ई-0 परीक्षा प्रक्रिया पर भी अंगुली उठा दी गई है। भिलाई स्टील प्लांट की कर्मचारी यूनियन लोइमू ने सेल प्रबंधन को एक ज्ञापन भेजा है, जिसमें डायरेक्टर पर्सनल केके सिंह व परीक्षा कराने वाली एजेंसी का जिक्र किया गया है।
लोकतांत्रिक इस्पात एवं इंजीनियरिंग मजदूर यूनियन के महासचिव राजेंद्र सिंह परगनिहा का कहना है कि जूनियर ऑफिसर बनने के लिए होने वाली चयन प्रक्रिया पर सवाल उठ गया है। यूनियन का कहना है कि इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सिलेक्शन के द्वारा एग्जाम लिया गया था। पहली बार वह एग्जाम निरस्त कर दिया गया था, लेकिन कोई उचित कारण नहीं बताया गया था।
सेल के डायरेक्टर पर्सनल केके सिंह द्वारा बोकारो ईडी को एक एप्रिसिएशन लेटर लिखा गया था कि आपने लिखित एग्जाम की कुछ गलतियों को उजागर किया है और उसी आधार पर एग्जाम रद्द हुआ। और सेल को आर्थिक हानि हुई, फिर भी केके सिंह के द्वारा बधाई पत्र ईडी बोकारो को दिया जा रहा है।
इसके बाद पूरे सेल का ही लिखित एग्जाम रद्द कर दिया गया। दूसरी बार 18 मार्च को एग्जाम हुआ और 10 अप्रैल को रिजल्ट आया, जिसमें 641 लोगों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया। एस-6 से लेकर एस-11 तक कार्मिकों की संख्या के आधार पर 242 लोगों को लिया जाना था, लेकिन 227 लोगों को ही भिलाई में अधिकारी बनाया गया।
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सेल के अलग-अलग यूनिट में अलग-अलग कट ऑफ मार्क्स के द्वारा अधिकारी बनाया गया, जो पूर्णता गलत है। जब बोकारो यूनिट में कुछ धांधली पाई गई तो पूरे सेल का एग्जाम रद्द कर दिया गया और यह पूरे सेल स्तर का एग्जाम है तो कैसे सेल लेवल पर एक ही कट ऑफ मार्क्स होने चाहिए।
लेकिन हर यूनिट में अलग-अलग कट ऑफ मार्क्स दिए गए। इन सबकी जांच के लिए एवं इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सिलेक्शन की सत्यापित अंकसूची प्रत्येक परीक्षार्थी को देने के लिए भी यूनियन मांग करती है। इसी आशा को लेकर भिलाई इस्पात संयंत्र के आईआर विभाग के सीनियर मैनेजर रोहित हरित के माध्यम से ज्ञापन यूनियन ने सौंपा।