- कार्यवाहक ईडी (ED) सीजीएम एचआरडी निशा सोनी ने इस्पात भवन में ज्ञापन लेने से मना कर दिया था। यूनियन ने डीआइसी को घेरने की प्लानिंग की थी।
अज़मत अली, भिलाई। सेल (SAIL) कर्मचारियों के वेतन समझौते और बोनस को लेकर मामला बिगड़ता जा रहा है। आक्रोशित कर्मचारियों ने एक बार फिर सड़क पर हंगामा कर दिया। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) की 8 यूनियनों ने एकजुटता दिखाते हुए मुर्गा चौक पर प्रदर्शन किया।
इसके बाद पदयात्रा करते हुए इस्पात भवन पर चढ़ाई के लिए आगे बढ़े। कुछ कदम ही पदयात्रा आगे बढ़ी थी, जनसंपर्क विभाग के पास सीआइएसएफ ने घेराबंदी करके रोकने के लिए मुस्तैद थे। इससे पहले ही जीएम आइआर जेएन ठाकुर खुद बीच सड़क पर हाथ जोड़कर खड़े हो गए। इनके पीछे से सीजीएम पर्सनल संदीप माथुर भी पहुंच गए।
सीजीएम ने हाथ जोड़कर सबको बीच में ही रोक लिया और बड़ा हंगामा होने से बचा लिया। ईडी पीएंडए पवन कुमार शहर से बाहर हैं, इसलिए कार्यवाहक ईडी (ED) सीजीएम (CGM) एचआरडी निशा सोनी ने इस्पात भवन में ज्ञापन लेने से मना कर दिया था। बतौर कार्यवाहक ईडी वह ज्ञापन लेने को तैयार नहीं हुईं।
ये खबर भी पढ़ें: शाहरुख खान की ‘रईस’ पत्नी Mahira Khan ने कर ली शादी, पढ़िए कौन है नया पति
यूनियन नेताओं को मैसेज भेजवा दिया कि वह आज मुलाकात भी नहीं करेंगी, दो-तीन दिन बाद जब चाहें बैठक कर लें। इस संदेश से कर्मचारी यूनियन नेता भड़क चुके थे। वह इस नीयत से आगे बढ़े कि अब डीआइसी को ही घेरकर इस्पात भवन में बात करेंगे। दिन भर इस्पात भवन में हंगामा होगा।
यूनियन नेताओं की तरफ से यह प्लानिंग गोपनीय तरीके से बनाई जा चुकी थी। निशा सोनी के रवैये को लेकर काफी आक्रोश दिखा। ऐन वक्त पर सीजीएम पर्सनल संदीप माथुर ने हालात को बिगड़ने से बचा लिया। लेकिन, सीजीएम और जीएम को काफी अपशब्द भी सुनने को मिले।
कुछ ऐसे शब्दों का प्रयोग किया गया, जिसको लिखा नहीं जा सकता है। इधर-आक्रोश इतना बढ़ चुका था कि राजेंद्र परगनिहा सहित कई नेता किसी की बात सुनने को तैयार नहीं थे, वे इस्पात भवन में ही घुसकर बात करने की जिद पर अड़े रहे। किसी तरह लोगों को समझाकर मामला शांत कराया गया।
जनसंपर्क विभाग के पास ही बीच सड़क पर यूनियन नेताओं से सीजीएम ने ज्ञापन लिया। इसके बाद सेल प्रबंधन और स्थानीय प्रबंधन को कोसते हुए यूनियन नेता ड्यूटी की ओर रवाना हो गए।
ये खबर भी पढ़ें: Bokaro Steel Plant से 3 अधिकारी और 34 कर्मचारियों की विदाई, चेहरे पर खुशियां छाई
पढ़िए कर्मचारियों की क्या-क्या है मांग
-इंटक, सीटू, एटक, एचएमएस, एक्टू, लोकतांत्रिक इंजीनियरिंग एवं इस्पात मजदूर यूनियन, इस्पात श्रमिक मंच एवं स्टील वर्कर्स यूनियन ने एकजुटता दिखाई है।
ये खबर भी पढ़ें: बोकारो स्टील प्लांट में स्वच्छता दौड़, लगे हाथ हेल्थ चेक-अप भी
-सेल कर्मियों के 39 महीने के एरियर्स, नाइट शिफ्ट एलाउंस, हाउस रेंट अलाउंस सहित वेज रीविजन के मुद्दे एवं बोनस के लिए जल्द एनजेसीएस की बैठक बुलाने की मांग।
-सेल कर्मियों के वेज रिवीजन के लिए एमओयू 22 अक्टूबर 2021 को हुआ था।
-एमओयू के समय सेल प्रबंधन द्वारा यह कहा गया कि अगले तीन-चार महीने में कर्मियो के 39 महीने के एरियर्स, नाइट शिफ्ट एलाउंस, हाउस रेंट अलाउंस इत्यादि बचे हुए मुद्दे पर सब कमेटी की बैठक कर वेज रिवीजन पूरा कर लिया जाएगा।
-लेकिन 2 वर्ष बाद भी वेज रिवीजन पूरा नहीं हुआ। सभी ट्रेड यूनियन द्वारा लगातार इन मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया जाता रहा।
प्रदर्शन में इस यूनियन ने ये रहे मौजूद
प्रदर्शन के दौरान इंटक से वंश बहादुर सिंह, पूरन वर्मा, शेखर शर्मा, संजय साहू, रेशम राठौर, सीटू से जेपी त्रिवेदी, विजय जांगडे, डीवीएस रेड्डी, सविता मालवीय, अशोक खातरकर, इस्पात श्रमिक मंच से राजेश अग्रवाल, शेख महमूद, लोइमू से राजेंद्र सिंह परगिहा, सुरेंद्र मोहंती, डीके सोनी, एचएमएस से प्रमोद कुमार मिश्र, डीके सिंह, एक्टू से श्याम लाल साहू, अशोक मिरी, जेएन कुर्रे, एटक से विनोद कुमार सोनी, विनय मिश्र, स्टील वर्कर्स यूनियन से नंद किशोर गुप्ता, टंडन दास, संजय गुप्ता आदि सैकड़ों लोग मौजूद रहे।